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जब भारतीय गेंदबाज इरफ़ान पठान की बाउंसर से पागल हो गया था ये बल्‍लेबाज, गुस्से में ऑफिस में लगा दी थी आग, फिर.. : CRICKET NEWS IN HINDI

जब भारतीय गेंदबाज इरफ़ान पठान की बाउंसर से पागल हो गया था ये बल्‍लेबाज, गुस्से में ऑफिस में लगा दी थी आग, फिर.. : CRICKET NEWS IN HINDI
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CRICKET NEWS IN HINDI: खेल-खेल में आपसी रंजिश कब बन जाये पता नहीं चलता है. ऐसा पहली बार नहीं है कई बार प्लेयर्स आपस में लड़ते नजर आये थे. वैसे खेलो में हादसे होना आम बात है. कभी-कभी ये छोटे हादसे खिलाडी की जिंदगी को दर्दनाक भी बना देते है. जानकारी के मुताबिक एक ऐसा ही हादसा हुआ था जिसे आज भी याद किया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान की बाउंसर से एक बल्लेबाज इस कदर पागल हुआ की उसने हड़कंप मचा कर रख दिया था.

CRICKET NEWS IN HINDI: खेल-खेल में आपसी रंजिश कब बन जाये पता नहीं चलता है. ऐसा पहली बार नहीं है कई बार प्लेयर्स आपस में लड़ते नजर आये थे. वैसे खेलो में हादसे होना आम बात है. कभी-कभी ये छोटे हादसे खिलाडी की जिंदगी को दर्दनाक भी बना देते है. जानकारी के मुताबिक एक ऐसा ही हादसा हुआ था जिसे आज भी याद किया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान की बाउंसर से एक बल्लेबाज इस कदर पागल हुआ की उसने हड़कंप मचा कर रख दिया था.

जानकारी के मुताबिक मार्क वर्म्‍युलेन (Mark Vermeulen) जिम्‍बाब्‍वे क्रिकेट टीम के बल्लेबाज थे. इस दौरान इरफ़ान पठान की बाउंसर ने उनकी जिंदगी ही बदल दी. कहा जाता है इरफ़ान पठान की बाउंसर गेंद नहीं थी. इसमें इस क्रिकेटर की सारी जिंदगी ही बदल गई थी. भारत और जिम्‍बाब्‍वे (India vs Zimbabwe) के बीच हुए इस मैच में मार्क वर्म्‍युलेन (Mark Vermeulen) की जिंदगी बदल दी और आज भी इस सदमे से ये बाहर नहीं निकल सके है.

दरअसल सन 2004 में हो रहे भारत और जिम्‍बाब्‍वे (India vs Zimbabwe) के बीच मैच में इरफ़ान पठान ने जब बाउंसर गेंद फेंकी तो ये गेंद मार्क वर्म्‍युलेन (Mark Vermeulen) के सिर में जाकर लगी. जिसके बाद मार्क वर्म्‍युलेन को बहुत ज्यादा चोट आई थी. इसके बाद कहा जाता है की उनकी मानसिक संतुलन ख़राब हो चूका था. करीब 2 साल बाद मार्क वर्म्‍युलेन ने हरारे स्‍पोटर्स क्‍लब और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के ऑफिस में तोड़फोड़ करते हुए वहां आग लगा दी थी.

आग लगाने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और फिर उन्हें सन 2008 में निर्दोष मानते हुए बरी कर दिया गया. बताया जाता है की अदालत ने उन्हें इस शर्त पर छोड़ा था की मार्क वर्म्‍युलेन का मानसिक स्थित ख़राब है जिस कारण उसने ऐसा कांड किया है. इसके बाद उन्हें एक बार फिर टीम में खेलने का मौका मिला और सन 2015 में मार्क वर्म्‍युलेन को बैन कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक इनके ऊपर नस्लीय भेदभाव और नफरत फैलाने का आरोप लगते हुए इन्हे टीम से बैन कर दिया गया.

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