गायत्री मंत्र क्यों कहलाता है महामंत्र? जानिए
Gayatri Mantra Ke Fayde: गायत्री मंत्र अपने विशेष गुणों की वजह से महामंत्र कहलाता है। इस मंत्र के जाप करने से कई तरह की शक्तियां और सिद्धियां व्यक्ति को प्राप्त हो जाती हैं। जिसने भी गायत्री मंत्र की शक्ति को पहचान लिया वह इसका अवश्य ही उपयोग करता है। छात्रों के लिए गायत्री मंत्र हितकर और विशेष लाभकारी बताया गया है। हिंदू समाज में यज्ञोपवीत संस्कार के समय जातक को गायत्री मंत्र दिया जाता है। 7 से 8 वर्ष की उम्र में इसीलिए बच्चों का यज्ञोपवीत संस्कार कर दिया जाता है। गायत्री मंत्र का जाप कर बच्चे बुद्धिमान और सफल इंसान बनते हैं।
बच्चे अवश्य करें गायत्री मंत्र का जाप
बच्चों को गायत्री मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। यह शास्त्र सम्मत बात बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाता है। कहा गया है कि जो बच्चे प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करते हैं उनकी बौद्धिक क्षमता और एकाग्रता बहुत तेजी के साथ विकसित होती है।
क्या है उपयुक्त समय
गायत्री मंत्र जाप के लिए सूर्योदय से थोड़ी देर पूर्व कर लेना चाहिए। यह सबसे उपयुक्त और प्रभावशाली समय बताया गया है। कई बार लोग दोपहर के समय भी गायत्री का पाठ करते हैं। लेकिन बच्चों को पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए सूर्योदय के थोड़ा पूर्व गायत्री मंत्र का जॉब करे। जीवन में अवश्य ही तरक्की प्राप्त होगी। एकाग्रता बढ़ेगी पढ़ाई में मन लगेगा जिससे सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
एक माला गायत्री जाप आवश्यक
गायत्री मंत्र के संबंध में बताया गया है कि बच्चों को प्रतिदिन एक माला यानी कि 108 बार गायत्री मंत्र का जाप एकाग्र चित्त होकर करना चाहिए। साथ ही बताया गया है कि बच्चे अगर गायत्री मंत्र लिखी हुई फोटो अपने किताबों के साथ रखते हैं तो लाभ मिलेगा।
नोट- इस समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। इस पर पूर्ण भरोसा करने के पहले विशेषज्ञ से जानकारी प्राप्त करें। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता।