Gangasagar: कहां है हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गंगासागर? क्या है इस स्थान की महत्व? जानें
Gangasagar Khana Hai: गंगासागर के नाम मे ही गंगा शब्द जुड़ा हुआ है। ऐसे में स्पष्ट हो जाता है कि गंगासागर अवश्य ही देवी गंगा की महत्ता छुपी हुई है। धार्मिक दृष्टिकोण से गंगा को सबसे पवित्र नदी साक्षात देवी माना गया है। उत्तराखंड गंगोत्री से मां गंगा निकलकर जिस स्थान में विलुप्त हो जाती हैं उसे गंगासागर कहा गया है। गंगा सागर कहां है, इसका क्या महत्व है, आस्था के दृष्टिकोण से क्या मान्यताएं जुड़ी हुई हैं आइए इन सब के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
कहां है गंगासागर
गंगासागर देश के पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सागर आईलैंड को गंगा सागर कहा जाता है। कोलकाता से 150 किलोमीटर दक्षिण में एक द्वीप है। बंगाल की खाड़ी को हिंदू पौराणिक ग्रंथों में महोदधि का नाम दिया गया है। इस स्थान पर गंगा, ब्राह्मण पुत्र कावेरी गोदावरी तथा स्वर्ण रेखा नाम की कई नदियां विसर्जित होती है। बंगाल की खाड़ी मे गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना मिलकर विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा सुंदरबन बनाती है।
क्यों महत्वपूर्ण है गंगासागर
गंगासागर के संबंध में कहा गया है कि "सारे तीरथ बार-बार, गंगासागर एक बार" कहने का मतलब यह कि देश के सभी तीर्थों में बार-बार जाने के बाद जो फल प्राप्त होता है वही पुण्य फल एक बार गंगासागर जाने से मिलता है। गंगासागर का दर्शन करने और वहां स्नान करने वाले लोगों को बहुत भाग्यशाली माना जाता है।
कब जाएं गंगासागर
मकर संक्रांति के समय गंगासागर में भव्य मेला लगता है। देश विदेश से लोग गंगासागर दर्शन करने पहुंचते हैं। अक्टूबर से लेकर मार्च महीने तक भारी संख्या में लोग गंगासागर दर्शन करने पहुंचते हैं। गंगासागर में रुकने के लिए आश्रम, धर्मशाला तथा होटल आदि उपलब्ध है।
कैसे पहुंचे गंगासागर
देश के किसी भी शहर से सबसे पहले व्यक्ति को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचना होगा। कोलकाता पहुंचने के बाद गंगासागर जाने के लिए ट्रेन, बस तथा हाउस बोट मिल जाते हैं। स्ट्रीमर और क्रूज का उपयोग कर बहुत जल्दी पहुंचा जा सकता है।