अध्यात्म

Vastu Tips For Crows: अगर कौवों का झुंड आपको इस स्थिति में दिख जाए तो आपकी जिंदगी में मचने वाली है तबाही

Vastu Tips For Crows: अगर कौवों का झुंड आपको इस स्थिति में दिख जाए तो आपकी जिंदगी में मचने वाली है तबाही
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Vastu Tips For Crows: अगर कौवों का झुंड आपको इस स्थिति में दिख जाए तो आपकी जिंदगी में मचने वाली है तबाही! If you see a bunch of crows in this situation, then there is going to be destruction in your life.

Vastu Tips For Crows: कौवो को यम का दूध कहा गया है। कौवा को पितरों का वाहक भी माना जाता है। मान्यता है कि पित्र पक्ष के समय कौवे को ग्रास दीया जाता है। कौवे के संबंध में माना गया है कि यहां भविष्य की घटनाओं को भांप लेते हैं। तभी तो कौवो के क्रियाकलापों से बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। उनके हर क्रियाकलाप में किसी न किसी घटना का भेद छुपा होता है।

आइए जाने कौवो के संबंध में उनके लक्षण

ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है अगर दोपहर के समय पूर्व की दिशा से कौवे की आवाज सुनाई दे तो इसे स्त्री सुख का संकेत माना गया है।

अगर कौवा आपके ऊपर बीट कर दे तो इसे अशुभ माना जाता है। यह आर्थिक संकट का संकेत माना गया है। ऐसे लोगों को कई बार शारीरिक एवं मानसिक पीड़ा भी झेलनी पड़ती है।

अगर कौवा सुबह के समय आपके शरीर को स्पर्स करते हुए निकल जाए तो यह शुभ संकेत माना गया है। मान्यता है कि धन की प्राप्ति होने वाली है।

वहीं अगर कौवा सिर को स्पर्श कर निकले तो इसे अशुभ माना गया है। माना जाता है कि जिस व्यक्ति के सिर को छूकर निकला है उसे किसी न किसी तरह का कष्ट मिलने वाला है।

अगर आप किसी कार्य के लिए बाहर जा रहे हैं। आपको रास्ते में इकट्ठे किसी जलाशय के पास पानी पीते हुए कौवे दिख जाएं तो यह शुभ संकेत है। माना जाता है कि कार्य में अवश्य ही सफलता प्राप्त होगी।

अगर एक झुंड में कौवे आपको दिखाई दे तो समझें की कोई न कोई समस्या आने वाली है।

वहीं अगर घर की छत पर कई कौवे एक साथ आवाज कर रहे हो तो समझने की घर के मुखिया पर कोई न कोई विपत्ति आने वाली है।

बताया गया है कि अगर छत के मुंडेर पर दो कौवे बैठकर आपस में अपनी सोच लड़ा रहे हैं, या भोजन का आदान-प्रदान करते हुए दिखे तो माना जाता है कि घर में मेहमान आने वाले हैं।

नोट- इस समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता। यह मान्यताओं एवं जानकारियों पर आधारित है। इस पर पूर्ण विश्वास करने का निर्णय पाठक का स्वयं का होगा।

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