
Somvati Amavasya 2026 List: सोमवती अमावस्या की पूरी तिथियां

Somvati Amavasya 2026 List
Somvati Amavasya 2026 List In Hindi, Somvati Amavasya 2026 List Ki Khabar, Somvati Amavasya 2026 List Update, Somvati Amavasya 2026 List Ke Bare Mein: 2026 में, सोमवती अमावस्या दो बार पड़ेगी, और दोनों का ही विशेष धार्मिक महत्व है। सोमवती अमावस्या तब होती है जब अमावस्या तिथि सोमवार के दिन आती है। हिंदू धर्म में इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करने, दान-पुण्य करने और व्रत रखने की परंपरा है।
सोमवती अमावस्या 2026 की तारीखें
-15 जून 2026, सोमवार: यह ज्येष्ठ अमावस्या है। इस दिन व्रत करने से पारिवारिक सुख-समृद्धि मिलती है और वैवाहिक जीवन में शांति आती है। कई महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।
-09 नवंबर 2026, सोमवार: यह कार्तिक अमावस्या है, जो दिवाली के पर्व के साथ आती है। यह तिथि और भी ज़्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण किया जाता है। माना जाता है कि इस दिन दान करने से कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है।
Somvati Amavasya 2026 ki list kya hai
2026 में आने वाली सोमवती अमावस्या की तिथियां इस प्रकार हैं:
- 19 जनवरी 2026 (सोमवार)
- 16 फरवरी 2026 (सोमवार)
- 16 मार्च 2026 (सोमवार)
- 13 अप्रैल 2026 (सोमवार)
- 11 मई 2026 (सोमवार)
- 8 जून 2026 (सोमवार)
- 6 जुलाई 2026 (सोमवार)
- 3 अगस्त 2026 (सोमवार)
- 31 अगस्त 2026 (सोमवार)
- 28 सितंबर 2026 (सोमवार)
- 26 अक्टूबर 2026 (सोमवार)
- 23 नवंबर 2026 (सोमवार)
- 21 दिसंबर 2026 (सोमवार)
Somvati Amavasya 2026 ki tithi kab hai
2026 में पहली सोमवती अमावस्या 19 जनवरी को होगी और अंतिम 21 दिसंबर को पड़ेगी।
Somvati Amavasya 2026 par puja vidhi kya hai
इस दिन सुबह पवित्र नदी में स्नान कर संकल्प लेना चाहिए, फिर पीपल के वृक्ष की पूजा और शिवजी का अभिषेक करना श्रेष्ठ माना जाता है।
Somvati Amavasya 2026 par vrat kaise kare
व्रत करने वाले व्यक्ति को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए और पूरे दिन उपवास रखकर शाम को हवन और दान करना चाहिए।
Somvati Amavasya 2026 par snan daan kaise kare
स्नान गंगा या किसी पवित्र नदी में करना चाहिए। इसके बाद दान में तिल, चावल, कपड़े और अन्न देना शुभ फल देता है।
Somvati Amavasya 2026 par peepal ki puja kaise kare
पीपल वृक्ष की पूजा जल, दूध, कच्चा सूत और दीपक जलाकर करनी चाहिए। 108 परिक्रमा करना बहुत फलदायी माना गया है।
Somvati Amavasya 2026 ka mahatva kya hai
सोमवती अमावस्या का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। माना जाता है कि इस दिन व्रत और स्नान से पाप नष्ट होते हैं और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
Somvati Amavasya 2026 ke upay kya hai
इस दिन शनि दोष निवारण के लिए तेल का दान, पितृ दोष शांति के लिए तर्पण, और धन लाभ के लिए पीपल पर दीपक जलाना लाभकारी है।
Somvati Amavasya 2026 ka vrat kaise rakhte hai
सुबह संकल्प लेकर पूरे दिन व्रत रखना, दोपहर को कथा सुनना, और शाम को दान करना व्रत की सही प्रक्रिया है।
Somvati Amavasya 2026 par kya nahi karna chahiye
इस दिन मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन वर्जित है। इसके अलावा किसी को अपमानित करना और झूठ बोलना भी अशुभ माना जाता है।
Somvati Amavasya 2026 par dharmic mahatva kya hai
इस दिन उपवास और स्नान से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। धर्मग्रंथों में इसे पितृ शांति और पुण्य लाभ का विशेष दिन बताया गया है।
Somvati Amavasya 2026 ki puja samagri kya hai
पवित्र जल, गंगाजल, दूध, तिल, चावल, पुष्प, धूप, दीपक, फल, वस्त्र और कच्चा सूत पूजा में आवश्यक सामग्री मानी जाती है।
Somvati Amavasya 2026 par snan kahan kare
हरिद्वार, प्रयागराज, वाराणसी, उज्जैन और नर्मदा नदी में स्नान को विशेष फलदायी माना गया है।
Somvati Amavasya 2026 ki vrat katha kya hai
कथा के अनुसार एक पत्नी ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए सोमवती अमावस्या का व्रत रखा। इस व्रत के प्रभाव से उसके पति की मृत्यु टल गई और आयु बढ़ गई।
Somvati Amavasya 2026 par dana ka mahatva kya hai
इस दिन दान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और घर में समृद्धि आती है। तिल और अन्न का दान विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
Somvati Amavasya 2026 par jyotish upay kya hai
शनि दोष से मुक्ति के लिए शनि मंदिर में तेल चढ़ाना चाहिए। राहु-केतु दोष शांति के लिए पीपल की जड़ में जल अर्पित करें।
Somvati Amavasya 2026 kab manayi jayegi
जनवरी से दिसंबर तक 2026 में कुल 13 बार सोमवती अमावस्या आएगी, हर महीने एक बार।
Somvati Amavasya 2026 ke din kya kare
स्नान, दान, पीपल पूजन, शिव अभिषेक, पितृ तर्पण और ब्राह्मणों को भोजन कराना सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं।
Somvati Amavasya 2026 ki shubh ghadi kya hai
अमावस्या तिथि सूर्योदय से प्रारंभ होकर अगले दिन सूर्योदय तक रहती है। स्नान और पूजा प्रातःकाल करना उत्तम है।
Somvati Amavasya 2026 par grih shanti kaise kare
इस दिन घर के मुख्य द्वार पर गोमूत्र और गंगाजल छिड़कना, और पीपल की पत्तियों से तोरण बनाना शुभ माना जाता है।
Somvati Amavasya 2026 ki kahani kya hai
कथा में वर्णन है कि सोमवती अमावस्या के व्रत से पति-पत्नी का वैवाहिक जीवन सुखी और आयु लंबी होती है।
Somvati Amavasya 2026 par pitru puja kaise kare
पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करना और ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।
Somvati Amavasya 2026 par ganga snan ka mahatva kya hai
गंगा स्नान से जन्म-जन्मांतर के पाप मिट जाते हैं। यही कारण है कि श्रद्धालु इस दिन गंगा में डुबकी लगाते हैं।
Somvati Amavasya 2026 par manokamna purti kaise kare
पीपल वृक्ष की परिक्रमा और शिव अभिषेक करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
Somvati Amavasya 2026 ke vrat ke niyam kya hai
व्रत रखने वाले को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए, दिनभर उपवास और शाम को कथा-पूजन करना चाहिए।
Somvati Amavasya 2026 par satyanarayan puja kaise kare
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करके, कथा सुनकर और प्रसाद बांटकर सत्संग करना चाहिए।
Somvati Amavasya 2026 par shiv puja kaise kare
शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाकर शिवजी को प्रसन्न किया जाता है।
Somvati Amavasya 2026 par upvas kaise kare
सुबह से संकल्प लेकर बिना अन्न-जल ग्रहण किए शाम तक व्रत करना चाहिए।
Somvati Amavasya 2026 par mandir jaane ka mahatva kya hai
मंदिर जाकर दीपक जलाना, मंत्रजप और भजन-कीर्तन करना विशेष फल देता है।
Somvati Amavasya 2026 ke tithiyon ki poori list kya hai
जनवरी 19, फरवरी 16, मार्च 16, अप्रैल 13, मई 11, जून 8, जुलाई 6, अगस्त 3 और 31, सितंबर 28, अक्टूबर 26, नवंबर 23 और दिसंबर 21।




