अध्यात्म

घर में होता है राहु का स्थान, अगर वहां है गंदगी तो होगा अनिष्ट, बनता है आत्महत्या का कारण

घर में होता है राहु का स्थान, अगर वहां है गंदगी तो होगा अनिष्ट, बनता है आत्महत्या का कारण
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आपको शायद यह पता हो या न हो लेकिन घर में वास्तु शास्त्र का मतलब यही होता है कि हमारे घर के कमरे और कानों में कई ग्रहों का वास बताया गया है। आज हम बात कर रहे हैं की घर के किस जगह पर राहु का स्थान होता है।

आपको शायद यह पता हो या न हो लेकिन घर में वास्तु शास्त्र का मतलब यही होता है कि हमारे घर के कमरे और कानों में कई ग्रहों का वास बताया गया है। आज हम बात कर रहे हैं की घर के किस जगह पर राहु का स्थान होता है। क्योंकि कुंडली और निवास स्थान में राहु का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। आत्महत्या जैसी घटनाएं राहु के अप्रसन्न होने पर घटित हो जाती हैं। लोग इस बात को समझ नहीं पाते। लेकिन वास्तु शास्त्र में इसका विधिवत महत्व बताया गया है। साथ ही सचेत किया गया है कि हमें घर के राहु अस्थान को साफ सुथरा रखना चाहिए।

राहु के प्रभाव

शास्त्रों में बताया गया है कि अगर राहु के स्थान पर गड़बड़ी है तो इसका घर में रहने वाले लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कई ऐसी घटनाएं घटित होने लगती हैं जिनके बारे में व्यक्ति कल्पना भी नहीं किए रहता। कहा तो यहां तक जाता है कि राहु के प्रभाव से घर में रहने वाले लोगों की मानसिक दशा बिगड़ जाती है। वह अपने हिसाब से करते अच्छा है लेकिन उसका प्रभाव गलत पड़ता है।

भुतहा लगता है घर

कहा गया है कि अगर घर में राहु का बुरा असर है तो अच्छा खासा सजा सजाया घर भी भुतहा लगने लगता है। घर में निवास करने वाले लोगों को अनायास ही मन में डर तथा भय सताने लगता है। यह सब लक्षण बताते हैं कि राहु का बुरा असर चल रहा है। राहु के असर की वजह से घर के लोग आत्महत्या की ओर कदम बढ़ा देते हैं।

इन स्थानों पर रखें ध्यान

कहा गया है कि घर की सीढ़ियां राहु का स्थान है। वहां साफ सुथरा रखें। साथ ही छत भी राहु का स्थान है। ऐसे में आवश्यक है कि छत में गंदगी या कबाड़ एकत्र न करें। बताया गया है कि अगर घर के आस-पास कांटेदार पौधे उग आए तो उन्हें हटा दें। अन्यथा राहु दोष उत्पन्न होगा।

घर में पुराने एवं फटे कपड़े न रखने चाहिए और न ही उन्हें धारण करना चाहिए। साथ ही बताया गया है कि टॉयलेट और बाथरूम में भी राहु का स्थान होता है इसे गंदा या टूटा टूटा न रहने दें।

अगर इन सब उपायों पर विधिवत निगरानी की जाए तो राहु दोष उत्पन्न नहीं होता। जितना राह दोस्त से नुकसान होता है उतने ही राहु के प्रसन्न होने पर शुभ फल भी प्राप्त होते हैं।

नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।

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