
Mare Huye Logo Se Bat Kaise Kare: मरे हुए लोगो से बात कैसे करे? हैरान कर देगा ये उपाय

Atma Se Bat Kaise Kare, Mare Huye Logo se bat kaise kare: जो दुनिया में आया है वो एक न एक दिन जायेगा। इस बात से सभी लोग भली भांति परचित है. किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. तो मान ले उसने शरीर को त्याग दिया और नए शरीर मिलने वाला है. जिस शरीर से उसकी वासना, भोग और कामना की पूर्ति हो सकती है जब ऐसे शरीर मिल जाता है तो आत्मा पुनः शरीर में प्रवेश करके भौतिक जगत में अपनी नई पहचान के साथ चली आती है. यदि आपका अपना कोई इस दुनिया से चला गया है और आप उस मृत आत्मा से बात करना चाहते है तो आज हम आपको कुछ आसान तरीके बताने जा रहे है. जो आपके लिए कारगर साबित हो सकते है.
मृत के बाद भी किसी आत्मा से आप बात कर सकते है इसे हमारा विज्ञान नहीं मनाता है लेकिन लोगों का अपना मन और मत है कि कुछ ऐसे तरीके है जिससे आत्मा से बात और संपर्क किया जा सकता है.
ये है बात और संपर्क करने का तरीका Aatma Se Bat Karne Ka Tarika
1- आत्माओं से संपर्क करने की इच्छा रखने वाले 3 से 5 लोग एक कमरे में होते हैं। इनमें दो लोग बांस से बने एक पुतले को पकड़ कर बैठते हैं। आत्माओं को बुलाने से पहले धूप अगरबत्ती जलाकर कुछ मंत्र पढ़े जाते हैं। माना जाता है कि मंत्रों के प्रभाव से आस-पास से गुजर रही आत्मा पुतले में चली आती है और पुतले का वजन बढ़ जाता है।
2-अक्सर हम सुनते हैं कि किसी व्यक्ति के शरीर में देवी या देवता आता है। देवी या देवता इस व्यक्ति के शरीर के माध्यम से लोगों से जुड़कर उनकी समस्या का समाधान करते हैं। इसका मतलब यह है कि आप किसी संवेदनशील व्यक्ति को माध्यम बनाकर आत्मा से बात कर सकते हैं।
3. एक तिपाए टेबल का इस्तेमाल किया जाता है तो हल्का और गोल होता है। एक पाए के नीचे लकड़ी का एक गुटका रखा जाता है। इसके बाद टेबल को चारों तरफ से घेर कर लोग बैठ जाते हैं। इसके बाद जिस व्यक्ति की आत्मा को बुलाना होता है उनका सभी मिलकर ध्यान करते हैं। माना जाता है कि जब अपने आप टेबल के पाए खटखटाने लगे तो इसका मतलब है कि आत्मा का आगमन हो चुका है। इसके बाद उनसे प्रश्न किया जाता है और संकेतिक तौर पर टेबल की खटखट से हर प्रश्न का उत्तर जाना जाता है।
चेतावनी : यह आस्था और अंधविश्वास का मामला है। यह महज मनोरंजन भी हो सकता है और हो सकता है कि यह आपके लिए खतरनाक सिद्ध हो। कहते हैं कि बुलाना आसान है पर भेजना मुश्किल होता है। यह लेख समाज में प्रचलित बातों की सिर्फ जानकारी हेतु है। पाठक कृपया अपने स्वविवेक से काम लें।




