अध्यात्म

महाशिवरात्रि: मनवांछित फल देता है सोलह सोमवार का व्रत, कन्याओं को मिलता है जीवनसाथी....

त्रिनेत्रधारी भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए साधक को सच्चे मन से पूजा करनी चाहिए। भोले शंकर भगवान शिव को प्रसन्न करना बहुत ही आसान हैं। इसमें सोलह सोमवार व्रत का करने से जहां शिव सम्भू प्रसन्न हो कर मनवांछित फल देते हैं। वही कहा गया है कि सभी मनोरथों को सिद्ध करने वाले हैं। 

त्रिनेत्रधारी भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए साधक को सच्चे मन से पूजा करनी चाहिए। भोले शंकर भगवान शिव को प्रसन्न करना बहुत ही आसान हैं। इसमें सोलह सोमवार व्रत का करने से जहां शिव सम्भू प्रसन्न हो कर मनवांछित फल देते हैं। वही कहा गया है कि सभी मनोरथों को सिद्ध करने वाले हैं।

हिंदू धर्म में पूजा पाठ का बहुत महत्व है। वही मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ की जो भी भक्त सोलह सोमवार का व्रत पूरी श्रद्धा के साथ करता है उसे योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।

कई शस्त्रोे में बताया गया है कि सोलह सोमवार का व्रत करने से कन्याओं को उनके अनुरूप गुणवान पति मिलता हैं। पति और पत्नी का प्रेेम जीवन परंत चलता है। वही कहा गया है कि बारह महीनों में श्रावण मास से इस पूजा का शुरू करना चाहिए।

शिव की आराधना करने के लिए श्रावण मास को बहुत ही पवित्र और शुभ माना गया है। यह व्रत भोले शंकर भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि जो ब्रती सच्चे हृदय से इस व्रत को करता हैं भगवान शिव उसकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।

सोलह सोमवार का व्रत करने वाले को भगवान भोलेनाथ की बडी ही श्रद्धा भक्ति के सुबह स्नान करना चाहिए। वही भगवान भोलेनाथ की आरती कर प्रसाद अर्पित करें और प्रसाद का वितरण करें।

इसके बाद साम के समय ब्रत तोडते हुए पारण करना चाहिए। यह समाचार पौराणिक मान्यताआंे पर आधारित है। इस ब्रत को करने से पहले ब्रती को आपने पुरोहित से विधि विधान की बारीकियो को समझ लेना चाहिए।

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