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Krishna Janmashtami: जन्माष्टमी पर वृंदावन के इन मंदिरों की होती है शोभा निराली, आइए जानें

Krishna Janmashtami: जन्माष्टमी पर वृंदावन के इन मंदिरों की होती है शोभा निराली, आइए जानें
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Janmashitami 2022: भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा वृंदावन (Mathura Vrindavan) में जन्माष्टमी का त्यौहार (Janmashtami) कुछ खास अंदाज में मनाया जाता है।

Krishna Janmashtami In Mathura Vrindavan: श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) का त्यौहार नजदीक है। वैसे तो पूरे देश में जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लेकिन भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा वृंदावन (Mathura Vrindavan) में जन्माष्टमी का त्यौहार (Janmashtami) कुछ खास अंदाज में मनाया जाता है। यहां शामिल होने देश-विदेश से लोग प्रतिवर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर आते हैं। आइए आज हम आने वाले जन्माष्टमी के त्यौहार पर आपको वृंदावन के कुछ खास प्रसिद्ध स्थानों के बारे में जानकारी साझा करें।

खास है वृंदावन की गलियां

वृंदावन की गलियां बहुत खास है। इन्हीं गलियों पर कभी भगवान श्री कृष्ण (Shri Krishna) के चरण पड़े थे। ऐसे में वृंदावन की गलियों को भगवान श्री कृष्ण की तरह पूजा जाता है। बताया जाता है कि वृंदावन की गलियां सकरी हैं। जन्माष्टमी के समय आने जाने में थोड़ा मुश्किल जरूर होता है लेकिन उत्साह से भरे लोगों को देखते हुए इसे लोग परेशानी नहीं मानते।

यमुना घाट

Yamuna Ghat: भगवान श्री कृष्ण का यमुना जी से बहुत गहरा नाता है। यह तो लगभग सभी लोगों को पता है। जन्माष्टमी के मौके पर यमुना घाट को अच्छे ढंग से सजाया जाता है। यमुना स्नान नव से भ्रमण जीवन के लिए एक यादगार पल बन जाता है।

श्री कृष्ण की जन्मभूमि

Shri Krishna Janmbhumi: यह तो सभी को पता है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म कारागार में हुआ था। अगर आप मथुरा जाए तो श्री कृष्ण के जन्म स्थल को जरूर देखें। वर्तमान समय में यहां कई मंदिर भी बने हुए हैं। यहां आकर्षक झांकियां जन्माष्टमी पर सजाई जाती हैं।

इस्कॉन मंदिर

Iskcon Temple: बांके बिहारी मंदिर के पास ही इस्कान मंदिर है। इसे प्रेम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की स्थापना 2001 में श्री कृपालु जी महाराज द्वारा करवाया गया था। शहर के बीचोंबीच स्थित है। सफेद मार्बल से बना यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत दिखता है। यहां पर जन्माष्टमी के दिन झांकी सजाई जाती है साथी श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन भी होता है। यह अद्भुत मंदिर है। यह श्री कृष्ण बलराम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

बांके बिहारी मंदिर

Banke Bihari Mandir: बांके बिहारी मंदिर दूर से ही नजर आने लगता है। यहां भगवान श्री कृष्ण और माता राधा जी की विक्रय स्वरूप मंदिर में विराजमान है। जन्माष्टमी के दिन यहां की सजावट देख कर आप कभी भी जीवन में भूल नहीं पाएंगे।

राधा रमण मंदिर

Radha Raman Mandir: यह काफी पुराना मंदिर है। पता चलता है कि इस मंदिर की स्थापना इसमें गोपाल भट्ट गोस्वामी द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर में श्री कृष्ण शालिग्राम स्वरूप मे राधारानी जी के साथ विराजमान हैं।

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