
Indira Ekadashi 2025 Puja Vidhi & Vrat Katha, इंदिरा एकादशी का महत्व

Indira Ekadashi 2025
Indira Ekadashi 2025 Vrat Vidhi In Hindi: Indira Ekadashi का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। व्रत सुबह से संध्या तक रखा जाता है। इस दिन विशेष पूजा, अर्चना और भजन का आयोजन किया जाता है।
Indira Ekadashi kaise rakhe
श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत रखें। सुबह स्नान के बाद व्रत की शुरुआत करें और शाम को पूजा करें। उपवास हल्का या पूर्ण रखा जा सकता है।
Indira Ekadashi ke niyam
इस दिन मांसाहार, शराब और अनैतिक कार्यों से दूर रहें। घर की सफाई और पूजा स्थल की तैयारी आवश्यक है।
Indira Ekadashi puja steps
दीपक जलाएं, फूल और नैवेद्य चढ़ाएं। मंत्रों और आरती का पाठ करें। माता-पिता और परिवार के सदस्यों के साथ पूजा करना शुभ होता है।
Indira Ekadashi ki kahani
कथा के अनुसार राजा और प्रजा ने भगवान विष्णु की भक्ति से अपने पापों से मुक्ति पाई। व्रत करने से संतान सुख और धन की प्राप्ति होती है।
Indira Ekadashi ke upay
व्रत के दौरान सरल आहार लें, ध्यान करें और भगवान विष्णु की भक्ति में समय बिताएं।
Indira Ekadashi fasting tips
फल, दूध और हल्का भोजन ग्रहण करें। उपवास पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ रखें।
Indira Ekadashi ke labh
व्रत से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। घर में सुख-शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है।
Indira Ekadashi mantra
“Om Namo Bhagavate Vasudevaya” का जाप व्रत के दौरान लाभकारी माना जाता है।
Indira Ekadashi ki aarti
आरती में दीपक घुमाएं, फूल चढ़ाएं और भक्ति भाव से “Jai Jai Indira Ekadashi” का जाप करें।
Baccho ki suraksha ke liye Indira Ekadashi
व्रत माता की भक्ति और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए यह लाभकारी है।
Indira Ekadashi pooja ghar par
घर में साफ-सफाई करें, पूजा स्थल तैयार करें और पूजा सामग्री व्यवस्थित करें।
Indira Ekadashi ka shubh muhurat
शुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्रत अधिक प्रभावकारी होता है।
Indira Ekadashi ke dharmik mahatva
व्रत धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह भगवान विष्णु की भक्ति और पाप मोचन का प्रतीक है।
Indira Ekadashi ke geet
भक्ति गीत घर में सकारात्मक ऊर्जा और भक्तिभाव लाते हैं।
Indira Ekadashi aur parivaar ki khushhali
पूजा और व्रत से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
Indira Ekadashi ki aasaan vidhi
स्नान के बाद व्रत प्रारंभ करें, पूजा करें और भजन-संकीर्तन में समय बिताएं।
Indira Ekadashi ka ashirwad kaise paayein
श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Indira Ekadashi ke dharmik anushthan
पूजा, आरती, मंत्र पाठ और उपवास का संयोजन व्रत का मुख्य अनुष्ठान है।
Indira Ekadashi tyohar ki taiyari
पूजा सामग्री तैयार करें, घर की सफाई करें और परिवार के सदस्यों को मार्गदर्शन दें।
Indira Ekadashi ki pooja aur mantra
पूजा में दीपक, फूल, नैवेद्य और मंत्र का प्रयोग करें।
Indira Ekadashi ke dauran vrat rakhnay ki vidhi
सूर्योदय से पूर्व स्नान करके व्रत शुरू करें और संध्या में पूजा संपन्न करें।
Indira Ekadashi ki vidhi aur tips
पूजा स्थल साफ रखें, सामग्री तैयार रखें और भक्ति भाव से पूजा करें।
Indira Ekadashi ke pooja ke niyam
उपवास, पूजा और आरती का नियम भक्ति और श्रद्धा के साथ पालन करें।
Indira Ekadashi aur bhakti geet
भक्ति गीत व्रत में मन को स्थिर और शांत रखते हैं।
Indira Ekadashi ki kahani baccho ke liye
कहानी सरल भाषा में बच्चों को समझाएं ताकि वे भक्ति भाव विकसित कर सकें।
Indira Ekadashi 2025 ke liye puja ka marg
सही विधि से पूजा और आरती करने पर भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है।
Indira Ekadashi aur spiritual benefits
व्रत से मानसिक शांति, ध्यान, भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
Indira Ekadashi aur aashirwad ka mahattva
भगवान विष्णु का आशीर्वाद बच्चों और परिवार के लिए महत्वपूर्ण है।
Indira Ekadashi aur religious significance
व्रत धार्मिक दृष्टि से पाप निवारण और भगवान विष्णु की भक्ति का प्रतीक है।
FAQ
Indira Ekadashi Vrat Kab Hai?
– 17 सितंबर 2025
Indira Ekadashi Vrat Kaise Rakhe?
– सुबह स्नान करें, उपवास रखें और संध्या में पूजा करें।
क्या इस व्रत में फल खा सकते हैं?
– हाँ, हल्का भोजन और फल ग्रहण किया जा सकता है।
इस व्रत से क्या लाभ होता है?
– बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, सुख-शांति और समृद्धि मिलती है।
क्या Indira Ekadashi 2025 के लिए शुभ मुहूर्त है?
– हाँ, सुबह और संध्या का समय विशेष रूप से शुभ माना गया है।




