अध्यात्म

आपको नर्क से बचा सकता है सिर्फ एक वस्तु का दान, जानिए!

आपको नर्क से बचा सकता है सिर्फ एक वस्तु का दान, जानिए!
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NARK

हमारे हिंदू धर्म में दान का बड़ा ही महत्व बताया गया है। इसीलिए आज हम बात करने जा रहे हैं शास्त्र में वर्णित उस एक दान के बारे में जिसे करने से नर्क से बच सकते हैं।

हमारे हिंदू धर्म में दान का बड़ा ही महत्व बताया गया है। इसीलिए आज हम बात करने जा रहे हैं शास्त्र में वर्णित उस एक दान के बारे में जिसे करने से नर्क से बच सकते हैं। इस दान को करने से सीधे स्वर्ग में स्थान प्राप्त होता है। नर्क भोगना कौन चाहता है लेकिन हमारे द्वारा अनजाने में किए गए कर्मो के फल स्वरुप हमें स्वर्ग और नर्क की प्राप्ति होती है। हमारे धर्म शास्त्र में कहां गया है कि अगर गोदान किया जाए तो सभी प्रकार के दोषों से छुटकारा मिल जाता है तो वही स्वर्ग में जगह पक्की हो जाती है।

गाय का करें दान

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय को सबसे पवित्र माना गया है। गाय की पूजा ईश्वर तुल्य है। ऐसे में अगर हम गाय का दान करते हैं तो हमें स्वर्ग की प्राप्ति होगी। इसीलिए अक्सर आपने देखा होगा कि किसी की मृत्यु हो जाने पर कर्मकांड के समय गोदान अवश्य करवाया जाता है।

गाय के शरीर में होता है देवों का वास

जानकारी के अनुसार गाय के संपूर्ण शरीर में अलग-अलग देवी देवताओं का वास होता है। बताया गाय के सिर में महादेव, गाय के दोनों सीघों में ब्रह्माऔर विष्णु, गोमूत्र में गंगा, गोबर में यमुना, माथे पर गौरी, नथनो में कार्तिकेय, आंखों में सूर्य चंद्रमा, कानों में अश्वनीकुमार, दातों में श्री कृष्ण, जीभ में वरुण, गले में देवराज इंद्र, बाल में सूर्य देव की किरणें, खुर में गंधर्व, पेट में पृथ्वी तथा चारों थनों में चारों समुद्रों का निवास बताया गया है।

दान करने की विधि

हमारे शास्त्रों में हर सुबह कार्य करने पर गोदान का विधान बताया क्या है। से हम कभी भी गोदान कर सकते हैं लेकिन बड़े यज्ञ, भागवत तथा बाल्मीकि कथा जैसे आयोजन करने पर गोदान करवाया जाता है।

गोदान के समय गौ माता का शृंगार किया जाना चाहिए। गाय के संपूर्ण शरीर की पूजा जाती है इसके पश्चात उसे रोहित या किसी ब्राह्मण को दान दिया जाता है। कहा गया है कि हमें हिस्ट पुस्ट सुंदर गाय का दान करना चाहिए। कभी भी भूलकर बूढ़ी गाय का दान न करें।

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