अध्यात्म

Blue Sapphire Gem Stone: आसमान में चढ़ा देता है नीलम रत्न, कोई आपको अपमानित करेगा उससे पहले ये उस पर हमला कर देगा

Blue Sapphire Gem Stone: आसमान में चढ़ा देता है नीलम रत्न, कोई आपको अपमानित करेगा उससे पहले ये उस पर हमला कर देगा
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Blue Sapphire Gem Stone: आसमान में चढ़ा देता है नीलम रत्न, कोई आपको अपमानित करेगा उससे पहले ये उस पर हमला कर देगा! Sapphire gemstone is offered in the sky, it will attack before someone will humiliate you.

Blue Sapphire Gem Stone: कई बार देखा गया है कि रत्न धारण करने के बाद भी लाभ प्राप्त नहीं होता। ऐसे में हम शंका करने लगते हैं कि कहीं रत्न नकली तो नहीं है। लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। व्यापार की इस दौड़ में कई बार लोगों को नकली रत्न भी मिल जाते हैं। लेकिन अगर हम असली रत्न धारण किए हुए हैं उसके बाद भी लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है तो इसके पीछे कई बार रिश्तो का सम्मान भी आड़े आ जाता है। जिस तरह रत्न धारण करने के नियम होते हैं। उसी तरह रत्न धारण करने के बाद हमें कुछ सामाजिक नियमों का भी पालन करना होता है तभी पूर्ण लाभ प्राप्त होगा।

नीलम है चमत्कारी रत्न

हम आज बात कर रहे हैं केवल और केवल नीलम रत्न के बारे में। नीलम रत्न शनिदेव के शुभ प्रभावों को बढ़ाने का काम करता है। लेकिन नीलम रत्न धारण करने के बाद तभी पूर्ण लाभ प्राप्त होगा जब हम रिश्तों का पालन सही ढंग से करेंगे। क्योंकि शनि देव न्याय के देवता हैं। उनसे अन्याय बर्दाश्त नहीं होता। फिर चाहे कोई कितना बड़ा ही रत्न क्यों ना धारण किए हो।

बताया गया है कि नीलम एक चमत्कारी रत्न है। जिसे फायदा देता है उसे आसमान पर चढ़ा देता है। लेकिन यह रत्न जिसे सूट नहीं करता है उसे आसमान से उतरकर जमीन में खड़ा कर देता है। इसलिए नीलम रत्न को धारण करने के पहले विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।

बताया जाता है कि शनि देव ने अपने पिता सूर्य देव पर भी दृष्टि डाल दी थी। दंडात्मक कार्यवाही करने से वह कभी पीछे नहीं हटते। ऐसे में हमें संबंधों का पालन करने के बाद ही नीलम रत्न का लाभ प्राप्त होगा।

इन बातों का रखें ध्यान

बताया गया है कि शनि देव परिवार के सेवक का प्रतिनिधित्व करते हैं। मनुष्य शरीर में पैर का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए बड़ों का चरण स्पर्श करने का प्रावधान है। आमजन का प्रतिनिधित्व भी शनिदेव करते हैं।

ऐसे में बताया गया है कि हमें सामाजिक रिश्तो पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यहां अपने बड़े बुजुर्गों का पैर छूना चाहिए। वही अपने से बुजुर्ग किसी भी जाति कास्ट का व्यक्ति हो उसका सम्मान उसके उम्र के अनुसार करना चाहिए।

रिक्शावाला अगर घर छोड़ने आता है तो कम से कम उसे पानी के लिए पूछना चाहिए। यह संस्कार हमें अपने ग्रहों को मजबूत करने में भी सहायक होते हैं। शायद यह बात आपको समझ आ गई होगी।

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