अध्यात्म

Basant Panchami 2022: इस बार बसंत पंचमी पर बन रहे 3 विशेष योग, करें माता सरस्वती की उपासना, मिलेगा बुद्धि और ज्ञान का शुभ आर्शीवाद

Basant Panchami 2022
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Basant Panchami 2022: इस बार बसंत पंचमी (Saraswati Puja,Vasant Panchami) पर बन रहे 3 विशेष योग आइये जानते हैं इसके बारे में सभी जानकारियां।

Basant Panchami 2022, Saraswati Pooja 2022, Basant Panchami Pooja Vidhi, Subh Muhurat 2022, Saraswati Puja, Vasant Panchami: बसंत का नाम आते ही मन में एक अलग ही उमंग छा जाता है। बसंत ऋतु को उमंग का प्रतीक माना गया है। इसे ऋतुओं का राजा भी कहा जाता है। जिसकी शुरूआत 5 फरवरी से हो रही है। माघ मास की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष बसंत पंचमी पर विशेष योग बन रहा है। जिसे त्रिवेणी येग कहा गया है।

क्या है बसंत (Basant Kya hai)

जब चारों ओर खुशियां हो तो है बसंत, जब लोगों में एक अलग उत्साह दिखे तो यह है बसंत। ऋतुओं का राजा है बसंत। प्रकृति का यौवन काल है बसंत। ऐसा इसलिए कहा गया है कि जब बसंत ऋतु का आगमन होता है प्रकृति अपने पूरे श्रंगार में होती है। चारों ओर हरियाली, ठंड के ढलते दिन तथा पृथ्वी पर सूर्य का बढता प्रभाव जिससे पृथवी के सभी जीव राहत महशूस कर रहे होते हैं।

Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी पर त्रिवेणी योग

कहा गया है कि इस बार की बसंत पंचमी (Bansant Panchami 2022) पर त्रिवेणी योग बन रहा है। जिसक शुभारंभ 4 फारवरी को सिद्धयोग से हो रहा है। सिद्धयोग 4 फरवरी को सुबह 7ः10 से 5 फरवरी को 5ः40 तक, वहीं सांध्य योग 5 फरवरी शाम 5ः41 से 6 फरवरी की शाम 4ः52 तक तथा रवि योग पूरा दिन रहेगा।

कहा गया है कि बसंत पंचमी पर पूरे दिन भर शुभ योग रहेगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्ध योग तथा अमृत योग के साथ इस दिन बुध ग्रह मकर राशि में रहेंगे। जिससे इसे बुद्धादित्य योग भी बन रहा है।

Saraswati Pooja 2022: करें माता सरस्वती की पूजा

बसंत पंचमी (basant panchami) पर माता सरस्वती (Mata Saraswati) की विशेष पूजा करने की परम्परा है। जिसे आज भी देश के सभी शैक्षणिक संस्थान मनाते है। हिन्दू वर्ष की शुरूआत चैत मास में होती है लेकिन उस समय बंसत ऋतु होता है।

Basant Panchami 2022 Puja Muhurat: पूजन का समय

बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। इसके लिए बताया गया है कि बसंत पंचमी के दिन सूर्योदय के बाद पूजा करें। वैसे तो 5 फरवरी को भोर 3ः47 बजे से पंचमी तिथि प्रारंभ होकर 6 फरवरी सुबह 3ः46 बजे तक है। लेकिन माता लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त 5 फरवरी को सुबह 7ः07 बजे से लेकर दोपहर 12ः35 तक है।

Basant Panchami 2022: ऐसे करें पूजा (Pooja Vidhi)

माता सरस्वती की पूजा (Basant Panchami 2022 puja vidhi) करने के लिए सबसे पहले स्नान आदि से निवृत्त होकर पवित्र हो जायें। इसके बाद पीला वस्त्र धारण कर पूजा के लिए बैठें। एक चौकी पर भगवान श्री गणेश तथा माता सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें। पवित्र जल लेकर कुश से स्नान करवाएं।

माता सरस्वती को पीला पुष्प, चंदन, अक्षत, रोली, धूप, दीप अर्पित करें। इसके पूर्व श्री गणेश को हरी दूर्वा चढाएं। भगवान श्री गणेश भी बुद्धि, ज्ञान देने वाले हैं। इसके बाद माता सरस्वती को मिष्ठान का भोग लगाएं और आरती करें।

माता सरस्वती होती हैं प्रसन्न

बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा करने से माता का शुभ आर्शीवाद प्राप्त होता है। इस दिन शिक्षा शुरूआत करने का खास दिन माना गया है। वहीं बसंत पंचमी के दिन नये घर में प्रवेश, नये प्रतिष्ठान की शुरूआत तथा आभूषण खरीदना उत्तम बताया गया है।

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