
Ayodhya: राम भक्तों का सपना होगा पूरा, तारीख तय, इस दिन गर्भ ग्रह में विराजे जाएंगे रामलला

Ayodhya: भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या मे रामलला का मंदिर (Ram Mandir) बन रहा है। जब से मंदिर निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से लोगों के मन में एक ही प्रश्न रह-रह कर आता है। लोग इंतजार कर रहे हैं कि रामलला इस भव्य मंदिर (Rammandir) में कब विराजमान होंगे। ऐसे में राम भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। क्योंकि लगभग रामलला के गर्भ गृह में विराजमान होने की तारीख तय हो चुकी है। आइए जानें क्या है योजना।
तारीख लगभग तय
विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा की माने तो रामलला बहुत जल्दी नवनिर्मित मंदिर के गर्भ ग्रह में विराजमान होंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। दिसंबर 2023 तक गर्भ गृह निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा। ऐसे में प्रयास है कि 2024 में पड़ने वाले मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर विधि विधान के साथ रामलला को विराजमान किया जाए। उन्होंने बताया कि अगर सब कुछ योजना योजनाबद्ध तरीके से चलता रहा तो अवश्य ही 2024 की मकर संक्रांति में हम सबके रामलला अवश्य ही गर्भ ग्रह में विराजमान हो जाएंगे।
तेजी से चल रहा कार्य
भवन निर्माण समिति के चेयरमैन के सामने पत्थरों की आपूर्ति और रिटेनिंग वॉल पर इंजीनियरों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट रखी। वहीं रविवार को मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न हुई है। भवन निर्माण समिति के चेयरमैन निपेंद्र मिश्रा के साथ ही राम जन्मभूमि परिसर में ट्रस्ट के पदाधिकारी तथा कार्यदाई संस्था के इंजीनियर शामिल हुए। कार्य की प्रगति के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
बताया गया है कि भवन निर्माण का कार्य योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है। बताया गया है कि मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए चबूतरे का काम लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। यह चबूतरा जमीन से 21 फीट ऊंचा है। इस समय मंदिर में तराशे गए पत्थरों लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। कार्य की प्रगति तेजी के साथ चल रही है।




