अध्यात्म

भारत का ऐसा शहर जहां श्मशान में जलती लाशों के बीच डांस करती है सेक्स वर्कर

Manoj Shukla
22 March 2021 12:01 AM GMT
भारत का ऐसा शहर जहां श्मशान में जलती लाशों के बीच डांस करती है सेक्स वर्कर
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जलती हुई लाशों के बीच डांस करने की खबर हर किसी को चौकाने वाली हैं। लेकिन यह सौ प्रतिशत सच हैं। भारत देश में एक ऐसी जगह है जो है तो काफी प्रसिद्ध। लेकिन यहां एक ऐसा श्मशान घाट है जहां जिसकी चिताएं कभी ठण्डी नहीं होती हैं।

जलती हुई लाशों के बीच डांस करने की खबर हर किसी को चौकाने वाली हैं। लेकिन यह सौ प्रतिशत सच हैं। भारत देश में एक ऐसी जगह है जो है तो काफी प्रसिद्ध। लेकिन यहां एक ऐसा श्मशान घाट है जहां जिसकी चिताएं कभी ठण्डी नहीं होती हैं। कहा जाता है कि सालभर में एक ऐसा दिन भी यहां देखने को मिलता है जब दहकती चिताओं के बीच सेक्स वर्कर पैर में घुघरूं बांधकर जमकर डांस करती हैं। इस डांस के पीछे की क्या वजह है चलिए जानते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो काशी में कुल 84 श्मशान घाट हैं। जिसमें से एक श्मशान घाट का नाम है मणिकर्णिका। मनुष्य के अंतिम संस्कार के लिए इस घाट को सबसे पवित्र माना जाता है। इस श्मशान घाट को लेकर मान्यता है कि यहां आत्मा को सीधे मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि मणिकर्णिका दुनियाभर में एक ऐसा श्मशान घाट है जहां की आग कभी ठण्डी नहीं होती हैं। यहां लाशों का आना-जाना लगा रहता है और चिंताए खत्म होने का नाम नहीं लेती हैं। एक चिता बुझते ही दूसरे दाह संस्कार के लिए चिता तैयार हो जाती हैं। खबरों की माने तो इस श्मशान घाट में एक दिन में लगभग 300 लाशों का अंतिम संस्कार किया जाता है।

इस घाट में भगवान शिव एवं मां दुर्गा का मंदिर भी है जो काफी पुराना एवं प्रसिद्ध हैं। इस घाट के मंदिरों को मगध के राजा द्वारा बनवाया गया था। कहा जाता है कि इस घाट पर भगवान विष्णु ने हजारों वर्षो तक भगवान शिव की आराधना भी की थी। भगवान विष्णु ने वरदान के रूप में शिव से कहा था कि सृष्टि के विनाश के समय भी इस घाट का विनाश न हो। तब भगवान शिव प्रसन्न होकर इस घाट को शांति एवं मोक्ष का वरदान दिया।

जलती चिताओं के बीच सेक्स वर्कर करती है डांस

मणिकर्णिका घाट पर एक ऐसा दिन भी आता है जहां जलती चिताओं के बीच सेक्सर वर्कर डांस करती हैं। खबरों की माने तो यह डांस होली एवं चैत्र नवरात्रि के सप्तमी के दिन होता हैं। जहां सेक्स वर्कर पूरी रात पैर में घुंघरू बांधकर नाचती है। इस डांस के पीछे मान्यता है कि उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती हैं। चैत्र नवरात्रि की सप्तमी की रात डांस करने से इन सेक्स वर्करों को इस कलंक मुक्ति मिलती और अगले जन्म में इस जिल्लत भरी जिंदगी से उन्हें छुटकारा मिलता है।

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