सिंगरौली

एमपी के सिंगरौली में मानसिक रोगियों को राहत, अब घर बैठे मुफ्त में मिलेगा परामर्श

Sanjay Patel
22 May 2023 8:12 AM GMT
एमपी के सिंगरौली में मानसिक रोगियों को राहत, अब घर बैठे मुफ्त में मिलेगा परामर्श
x
MP News: मध्यप्रदेश के सिंगरौली में मनारोगियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं। उनकी घर बैठे काउंसिलिंग की जाएगी।

मध्यप्रदेश के सिंगरौली में मनारोगियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं। उनकी घर बैठे काउंसिलिंग की जाएगी। इंदौर और ग्वालियर के विशेषज्ञ उन्हें मुफ्त में परामर्श प्रदान करेंगे। स्वस्थ मन-स्वस्थ तन अभियान के तहत प्रशिक्षित काउंसलर सिंगरौली जिले के मरीजों की बीमारी को ठीक करेंगे। जिससे उन्हें बड़े शहरों की दौड़ लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

हर माह पहुंच रहे 150 मानसिक रोगी

सिंगरौली के मनोचिकित्सक डॉ. आशीष पाण्डेय का कहना है कि मनोरोगियों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। जिले में कोई ट्रेंड काउंसलर उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर की ओपीडी में वर्तमान की स्थिति यह है कि हर माह 150 मानसिक रोगी उपचार कराने के लिए पहुंच रहे हैं। डेढ़ वर्ष पूर्व की बात की जाए तो उस समय यह संख्या 100 से भी कम थी। ऐसे में यहां के मरीजों के लिए स्क्रीनिंग, काउंसिलिंग के साथ उपचार की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।

चिन्हित कर उपलब्ध कराएंगे दवाइयां

स्क्रीनिंग कर मनोरोगियों को चिन्हित किया जाएगा। इसके बाद उन्हें दवाइयां भी उपलब्ध कराई जाएंगी। काउंसिलिंग में मरीजों की समस्या को सुनकर काउंसलर उन्हें ठीक करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही मरीजों का फॉलोअप भी किया जाएगा। यहां पर यह बता दें कि अस्पताल में औसतन हर माह 150 मनोरोगी इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। जिनमें से 50 फीसदी से अधिक मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। जबकि 50 फीसदी मरीजों को स्थानीय इलाज से लाभ मिल जाता है।

मानसिक बीमारियों के लक्षण

मनोचिकित्सक डॉ. आशीष पाण्डेय के मुताबिक मानसिक बीमारियों के लक्षण में दैनिक गतिविधियों को कर पाने में समस्या आना, घबराहट, चिंता होना और अक्सर तनाव में रहना, नींद और भूख की आदतों में बदलाव होना, महसूस कर पाने की क्षमताओं में बदलाव और अनियंत्रित भावनाएं, तंबाकू व शराब की लत लगना, आत्महत्या का विचार आना शामिल हैं। जबकि बच्चों में मानसिक व शारीरिक विकास का धीमा होना, उनकी भावनाओं व मनोदश्खा में जल्दी-जल्दी बदलाव आदि इसके लक्षण हैं।

मनोरोगियों के लिए टोल फ्री नंबर

मनोरोगियों को दवा के साथ ही कई बार काउंसिलिंग की आवश्यकता महसूस होती है। जिससे मरीजों के लिए 24 घंटे टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 14416 अथवा 18008914416 जारी किया गया है। जिससे वह फोन पर अपनी समस्या व परेशानी बताकर निदान पा सकते हैं। सिंगरौली के जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में मन कक्ष की सुविधा मौजूद है। जहां पर उनका उपचार किया जाता है।

Next Story