सिंगरौली

एमपी सिंगरौली पुलिस ने लौटाई 7 बाल श्रमिकों के चेहरे पर मुस्कान, बंधक बने थे कराया मुक्त

Sanjay Patel
1 May 2023 8:13 AM GMT
एमपी सिंगरौली पुलिस ने लौटाई 7 बाल श्रमिकों के चेहरे पर मुस्कान, बंधक बने थे कराया मुक्त
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MP News: मध्यप्रदेश की सिंगरौली पुलिस और प्रशासन की टीम ने सात बाल श्रमिकों को चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी है। इन्हें बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था जिनको मुक्त कराया गया।

मध्यप्रदेश की सिंगरौली पुलिस और प्रशासन की टीम ने सात बाल श्रमिकों को चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी है। इन्हें बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था जिनको मुक्त कराया गया। लड़कों को उनके घर परिवार वालों से मोबाइल पर बात भी नहीं करने दी जा रही थी। जिसके बाद एक लड़के के पिता ने थाने में इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने बंधक बने इन श्रमिकों को मुक्त कराते हुए परिजनों को सौंप दिया।

यह है मामला

बताया गया है कि सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र निवासी श्याम बिहारी जायसवाल द्वारा पुलिस थाने में इसकी लिखित शिकायत की गई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में उनके बच्चे को महाराष्ट्र में श्रमिक के रूप में काम करने के लिए ठेकेदार हंसलाल जायसवाल निवासी कटई द्वारा ले जाया गया। जहां पर बंधुआ मजदूर बनाकर काम कराया जा रहा है। परिजनों से मोबाइल पर बात भी नहीं करने दी जा रही है। जिस पर महाराष्ट्र के अहमदनगर पुलिस टीम पहुंची और चंगुल से मुक्त कराया गया।

इस कंपनी में करते थे मजदूरी

एमपी सिंगरौली जिले के सात नाबलिग लड़कों को बंधुआ मजदूर बनाकर काम कराया जा रहा था। जिले का एक एजेंट उन्हें पैसे का लालच देकर महाराष्ट्र के अहमदनगर ले गया। जहां पर रिम कंपनी में सभी को काम दिलाया। 500 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी पर इन्हें रखा गया था। किंतु महीना बीतने के बाद जब लड़कों ने अपनी सैलरी मांगी तो उनके साथ मारपीट भी की गई। पुलिस द्वारा लोकल एजेंट हंसलाल जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही सात बाल श्रमिकों को काउंसलिंग कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।

इनका कहना है

इस संबंध में सिंगरौली एसपी युशूफ कुरैसी के मुताबिक जिले के 7 नाबालिगों को पैसे का लालच देकर महाराष्ट्र के अहमदनगर काम कराने ले जाया गया था। लोकल एजेंट के झांसी में आकर लड़के चले गए थे। ठेकेदार द्वारा इनको बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था। इनको परिजनों से बात भी नहीं करने दी जा रही थी। जिस पर लड़कों के परिजन ने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस द्वारा बंधक बनाए गए नाबालिगों को अहमदनगर से मुक्त कराया गया है। लोकल एजेंट को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

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