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SIR के काम में जुटी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मौत: परिजनों का आरोप—काम का दबाव बना कारण, तीन दिन में दूसरी बार हार्ट अटैक

मुख्य बिंदु (Top Highlights)
- सीधी जिले में SIR कार्य के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मौत।
- 3 दिन पहले भी आया था हार्ट अटैक, फिर भी अधिकारियों ने छुट्टी नहीं दी।
- काम के दौरान सीने में दर्द उठा और मौके पर ही बेहोश होकर गिर गईं।
- परिजनों का आरोप—काम का दबाव मौत का मुख्य कारण, अधिकारी जिम्मेदार।
सीधी जिले में निर्वाचन कार्य के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मौत, परिजनों ने लगाया काम के दबाव का आरोप
सीधी जिले के रामपुर नैकिन क्षेत्र में मंगलवार दोपहर एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां निर्वाचन आयोग के SIR कार्य के दौरान एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मौत हो गई। मृतका का नाम वीणा मिश्रा (55) है, जो पिछले 15 वर्षों से कपूरी बेदौलिहान क्रमांक-1 में सेवाएं दे रही थीं।
घटना के बाद परिवार में शोक के साथ-साथ आक्रोश भी है। परिजनों का आरोप है कि तीन दिन पहले हार्ट अटैक आने के बावजूद अधिकारियों ने उन्हें आराम या अवकाश नहीं दिया और लगातार काम पूरा करने का दबाव डाला। इससे उनकी स्थिति और अधिक बिगड़ गई।
कैसे हुई घटना? | How the Incident Happened
मंगलवार को दोपहर वीणा मिश्रा निर्वाचन आयोग के SIR (Special Investigation Report) कार्य में लगी थीं। उसी दौरान अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द हुआ और वह वहीं मौजूद BLO और RI के सामने जमीन पर गिर गईं।
मौके पर मौजूद कर्मचारी तुरंत उनके परिजनों को बुलाकर उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर बताते हुए उन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
3 दिन पहले आया था हार्ट अटैक | Earlier Heart Attack Ignored
परिजनों के मुताबिक, वीणा मिश्रा को तीन दिन पहले भी हार्ट अटैक आया था। इस स्थिति में उन्हें पूरी तरह आराम की जरूरत थी, लेकिन अधिकारियों ने न तो उन्हें छुट्टी दी और न ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कोई राहत।
इसके बावजूद उन्हें फिर से SIR कार्यस्थल पर भेजा गया। परिजनों का आरोप है कि यह प्रशासन की संवेदनहीनता है और यही उनकी मौत का मुख्य कारण बनी।
परिजनों का आरोप: काम का दबाव बना मौत का कारण | Family Allegations
वीणा मिश्रा के बेटे नीरज मिश्रा ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा:
"मां को तीन दिन पहले हार्ट अटैक आया था, लेकिन इसके बाद भी उन्हें छुट्टी नहीं मिली। आज दूसरा हार्ट अटैक आया और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। अगर अधिकारियों ने मानवीय संवेदनाएं दिखाईं होतीं, तो आज मां जिंदा होतीं।"
परिजनों का कहना है कि SIR जैसे दबाव वाले काम में भेजना उनकी स्थिति की अनदेखी करना था। अन्य कर्मचारी भी इस घटना से आहत और नाराज हैं।
अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया—हार्ट अटैक | Medical Findings
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि वीणा मिश्रा की मृत्यु हार्ट अटैक के कारण हुई है। उनका कहना है कि उन्हें पहले से हृदय संबंधी समस्या थी और मानसिक व शारीरिक तनाव ने स्थिति को और खराब कर दिया।
अधिकारियों की चुप्पी जारी | No Official Response Yet
परिजनों के आरोप गंभीर हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी अधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। स्थानीय प्रशासन भी अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
मृतका के सहकर्मियों और स्थानीय निवासियों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि जिम्मेदार व्यक्तियों पर उचित कार्रवाई हो सके।
15 सालों से कर रही थीं सेवा | Long Service Record
वीणा मिश्रा लगभग 15 वर्षों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर काम कर रही थीं। उन्होंने हमेशा अपने क्षेत्र और बच्चों के लिए समर्पित भाव से सेवा दी। लेकिन परिजनों का कहना है कि उनकी मेहनत को प्रशासन ने पर्याप्त सम्मान नहीं दिया।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. महिला की मौत किस कारण हुई?
डॉक्टरों के अनुसार, उनकी मृत्यु हार्ट अटैक के कारण हुई है।
2. परिजन क्या आरोप लगा रहे हैं?
परिजनों का आरोप है कि अधिकारियों ने छुट्टी नहीं दी और काम का दबाव बनाया, जिससे उनकी हालत बिगड़ी और मौत हुई।
3. घटना कहाँ हुई?
सीधी जिले के रामपुर नैकिन क्षेत्र में SIR कार्य के दौरान।
4. क्या प्रशासन ने प्रतिक्रिया दी है?
अब तक किसी अधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
Rewa Riyasat News
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