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एमपी के सीधी में पैसे लेने के बाद भी वकील ने नहीं किया काम तो महिलाओं ने कर दी धुनाई, जानिए क्या है मामला

एमपी के सीधी में पैसे लेने के बाद भी वकील ने नहीं किया काम तो महिलाओं ने कर दी धुनाई, जानिए क्या है मामला
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MP Ke Sidhi Me Vakil Ki Pitai : सीधी में महिलाओं का काम न होने पर महिलाओं ने वकील को पीटा।

MP Sidhi News : जिले के सिहावल तहसील के सामने बीते दिवस आधा दर्जन रही महिलाओं ने एक वकील की जम कर धुनाई कर दी। इस दौरान तकरीबन एक घंटे तक यहां गहमागहमी की स्थिति बनती रही। तहसील परिसर में मौजूद रहे लोगों की समझाइस के बाद किसी तरह से मामला शांत हुआ। बताते हैं कि महिलाओं ने संबंधित वकील को अपने काम के बदले पैसे दिए थे। जब महिलाओं का काम नहीं हुआ तो महिलाओं ने अपने पैसे मांगने शुरू कर दिया। वकील महिलाओं को पैसे देने में आनाकानी करता रहा। जब महिलाओं का गुस्सा अपने चरम पर पहुंच गया तो उन्होने वकील की जम कर धुनाई कर दी।

क्या कहती हैं महिलाएं

पीड़ित महिला सरोज साकेत निवासी ग्राम बिठौली ने बताया कि महेन्द्र पटेल निवासी उकसा को 3 हजार रूपए काम के लिए दिए थे। वकील द्वारा महिलाओं को आश्वस्त करते हुए शासकीय भूमिक को महिलाओं के नाम करने के लिए कहा था। वकील ने महिलाओं से कहा था कि संबंधित शासकीय भूमि किसी और वर्ग के लोगों को नहीं मिलेगी। इसी के एवज में आरोपी वकील ने महिलाओं से पैसे लिए थे। पैसे देने के बाद भी जब महिलाओं को काम नहीं हुआ तो महिलाएं वकील के पास जाकर अपना काम कराने का दबाव बनाने लगी। लेकिन वकील ने न तो पैसे ही दिए और न ही काम ही किया। इसी बात से बीते दिवस महिलाओं ने वकील की जम कर धुनाई कर दी।

विवादित कार्यप्रणाली

तितली निवासी एक महिला ने बताया कि एक दिन मैं अपनी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने जा रही थी। रास्ते में वकील ने मेरा रास्ता रोक लिया। वकील ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की बात कहते हुए मुझसे एक हजार रूपए मांगे। लेकिन मेरे पास केवल 7 सौ रूपए ही थे। जिसे वकील ने दबाव बना कर मुझसे ले लिया। एक माह बीत जानें के बाद भी मेरा काम नहीं हुआ।

पूर्व में भी हुई है पिटाई

तहसील परिसर में कार्य करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पूर्व में भी एक बार एक महिला ने वकील की लात-घूंसो और चप्पलों से पिटाई की थी। इसके बावजूद यह व्यक्ति लोगों को छलने से बाज नहीं आ रहा है।

नहीं है पंजीकृत

तहसील परिसर सिहावल में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता उमेश कुमार पटेल ने बताया कि संबंधित व्यक्ति अधिवक्ता संघ में पंजीकृत नहीं है। तहसील परिसर के बाहर आम के पेड़ के नीचे बैठता है।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Ankit Pandey | रीवा रियासत

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