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मुझे विंध्य में जीत चाहिए! 15 साल के वनवास में नहीं सुधरे तो कब सुधरोगे: रीवा के कोंग्रेसियों से बोले कमल नाथ

सीएम में हाउस में रीवा और मंदसौर लोकसभा के नेताओं की ली बैठक, कहा-मुझे विंध्य में जीत चाहिए
रीवा. लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए शनिवार को सीएम हाउस में रीवा और मंदसौर लोकसभा के नेताओं की बैठक हुई। इसमें सीएम कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया उपस्थित थे। कमलनाथ ने रीवा के नेताओं से साफ कहा, 15 साल के वनवास में यदि आप नहीं सुधरे तो कब सुधरोगे, मुझे विंध्य में जीत चाहिए। विधानसभा में जो परिणाम आए थे उनको दोहराना नहीं चाहिए। अब सबको एकजुट होकर विधानसभा का कलंक धोना है। संगठन में जो कमियां हैं उन्हें दूर करना है। जिन सीटों पर विधानसभा में पिछड़े हैं, उन पर विशेष फोकस कर संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत व सक्रिय करने व प्रदेश सरकार के वचन पत्रों पर अमल कराकर पार्टी के पक्ष में लाभान्वित लोगों को जोडऩे पर भी जोर दिया। कमलनाथ ने मंदसौर के नेताओं को हिदायत दी कि विधानसभा की हार के दाग को धोने का मौका है और यदि ये मौका गंवाया तो ठीक नहीं होगा। चुनाव बाद रिजल्ट सीट के साथ मिलना।
जनअभियान परिषद ने हराया चुनाव रीवा के नेताओं ने सीएम से कहा कि जनअभियान परिषद ने विंध्य में विधानसभा का चुनाव हरवाया है। सरकारी संस्था ने भाजपा के लिए खुलकर काम किया है। परिषद के लोगों ने पूरे विंध्य में भाजपा कार्यकर्ता बन चुनाव को प्रभावित किया। सीएम ने कहा कि सारी व्यवस्थाओं में सुधार किया जा रहा है, पिछली सरकार में जो गड़बडिय़ां हुई हैं सबकी जांच करा दुरुस्त किया जाएगा।
खामोश बैठे रहे बावरिया इन दोनों बैठकों के दौरान प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया खामोश बैठे रहे। चुनाव से संबंधित सारे निर्देश सीएम कमलनाथ ने दिए। सीएम ने सभी नेताओं से लिफाफे में जीतने योग्य उम्मीदवारों के नाम भी मांगे।
पूछा आपको क्यों टिकट दें और चुनाव कैसे जीतोगे कमलनाथ ने जिले के कांग्रेस नेताओं से चर्चा के दौरान पहले लोकसभा चुनाव में दावेदारी करने वालों से जीत का ब्लू प्रिंट पूछा। कहा कि बताओ, आपको क्यों टिकट दें और चुनाव कैसे जीतोगे। बैठक में कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने जिलें में विधानसभा चुनाव के दौरान मिली हार के पीछे भीतरघात एवं बाहरी को टिकट देना बताया।
भीतरघात के आरोप कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि जमीन में लंबे समय से काम करने वालों की जगह अचानक बाहरी नेताओं को पार्टी में ज्वाइन कराने के साथ ही टिकट देने से कार्यकर्ता का उत्साह कम होता है। बैठक में जिले के पदाधिकारियों एवं पूर्व विधायकों ने भीतरघात के आरोप लगाए है। इसपर कमलनाथ कहा है कि सबसे पहले पार्टी है पार्टी नहीं रहेगी तो कुछ भी नहीं रहेगा। इसलिए व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पार्टी के प्रति समर्पण भाव से काम करें।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वचन पत्र में किसानों के कर्ज माफी एवं युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए जो कदम उठाए हैं उनकों लेकर गांव- गांव तक जाएं। साथ ही भाजपा की वादा-खिलाफी को भी लोगों को बताएं।
दावेदारों और नेताओं से ये भी कहा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि चुनाव कैसे जीता जाए सेक्टर एवं बूथ लेबल पर क्या तैयारी है। सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाओ। केन्द्र सरकार की नाकमियां लोगों को घर-घर जाकर बताओ। पार्टी के लिए सब एकजुट होकर लोकसभा में दिलाए जीत। आपसी मतभेद से ऊपर उठकर पार्टी के लिए काम करें।
बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, पूर्व मंत्री राजेन्द्र मिश्रा, पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना, शहर अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू, ग्रामीण अध्यक्ष त्रियुगीनारायण शुक्ल, जिला पंचायात अध्यक्ष अभय मिश्रा, जिला कार्यकारी अध्यक्ष रमाशंकर सिंह एवं मुजीब खान सहित वर्ष 2013 एवं 2018 में कांग्रेस की ओर से रहे प्रत्याशियों के साथ ही पूर्व मंत्री मौजूद रहे।