शहडोल

एमपी के शहडोल में 7 वर्षीय मासूम को अंधविश्वास ने बना दिया ‘भोले’, सिर पर हैं नारियल के जटा जैसे बाल

Sanjay Patel
29 July 2023 11:40 AM GMT
एमपी के शहडोल में 7 वर्षीय मासूम को अंधविश्वास ने बना दिया ‘भोले’, सिर पर हैं नारियल के जटा जैसे बाल
x
MP News: मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक 7 वर्षीय मासूम को लोगों के अंधविश्वास ने उसे ‘भोले’ बना दिया। उसके सिर पर नारियल के जटा जैसे बाल हैं। ग्रामीणों का मानना है कि वह भोले का अवतार है।

मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक 7 वर्षीय मासूम को लोगों के अंधविश्वास ने उसे ‘भोले’ बना दिया। उसके सिर पर नारियल के जटा जैसे बाल हैं। ग्रामीणों का मानना है कि वह भोले का अवतार है। भगवान शिव की तरह उसके भी सिर पर जटाएं हैं। मासूम के परिजनों का कहना है कि उसका मुंडन कराने का प्रयास किया था जिसके बाद सिर में बड़े-बड़े फफोले निकल आए थे। जिसके बाद उन्होंने दोबारा उसके बाल कटवाने का प्रयास नहीं किया। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि बालिका की स्थिति सुधार योग्य है। इन्फेकशन को दूर करने के साथ उसको सफाई से रखने की आवश्यकता है।

ग्रामीण ‘भोले’ के नाम से पुकारते हैं

मामला शहडोल जिले के बुढ़ार जनपद अंतर्गत मुसरा गांव का बताया गया है। यहां अगरिया परिवार की रहने वाली 7 वर्षीय मासूम इंद्रवती अगरिया के सिर और बाल में इन्फेक्शन संबंधी समस्या है। जिसके कारण उसके बाल रुखे और कड़े होकर नारियल जटा के समान हो गए हैं। परिजनों द्वारा एक बार उसका मुंडन भी कराया गया था किंतु उसके सिर में समस्या होने लगी। ऐसे में अब परिजन उसका बाल कटवाने से कतराने लगे हैं। परिजन अब उसका इलाज कराने की बजाय उसको भगवान शंकर का रूप मानने लगे हैं। समूचा गांव मासूम को भोले के नाम से पुकारता है।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा परिवार

मुसरा निवासी अगरिया परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। यही वजह है कि उसने मासूम का इलाज नहीं कराया। फतेलाल अगरिया ने 6 बच्चों के कुनबे में अपनी बड़ी बेटी की कक्षा 8वीं के बाद पढ़ाई छुड़वा दी है। परिजनों का कहना है कि उनके पास पैसे नहीं हैं जिससे वह आगे की पढ़ाई करवा सकें। मासूम इंद्रवती की दादी का कहना है कि मुंडन के बाद उसके सिर में बड़े-बड़े फफोले आ गए थे। जिसके बाद उन्होंने उसके बाल नहीं कटवाए। इंद्रवती के पिता का कहना है कि उसके सिर में फफोले आए तो आनन-फानन में वह केशवाही गए। जहां डॉक्टरों ने इलाज किया और वह ठीक हो गई। उनका कहना था कि इंद्रवती को भगवान शंकर की सवारी आती है जिसके बारण अब उसके बाल नहीं कटवाना है। अंधविश्वास के कारण अब मासूम के बाल नारियल के जटा के समान हो गए हैं। जबकि चिकित्सकों का कहना है कि बालिका की स्थिति सुधर सकती है। उसका इलाज संभव है। इन्फेक्शन को दूर करने के साथ उसे सफाई से रखने की जरूरत है।

Next Story