सतना

एमपी के सतना जिले में 18 लाख से अधिक का खाद्यान्न घोटाला, तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज

Sanjay Patel
19 Sep 2023 9:09 AM GMT
एमपी के सतना जिले में 18 लाख से अधिक का खाद्यान्न घोटाला, तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज
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MP News: मध्यप्रदेश के सतना जिले में 18 लाख रुपए से अधिक का खाद्यान्न घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। राशन दुकानों से हितग्राहियों को राशन वितरित न किए जाने की शिकायत विभाग को मिली थी। जिसकी जांच के बाद यह मामला पकड़ में आया।

मध्यप्रदेश के सतना जिले में 18 लाख रुपए से अधिक का खाद्यान्न घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। राशन दुकानों से हितग्राहियों को राशन वितरित न किए जाने की शिकायत विभाग को मिली थी। जिसकी जांच के बाद यह मामला पकड़ में आया। इस मामले में तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन दुकान की विक्रेता व दो अन्य पर कोठी थाना में प्रकरण दर्ज करवाया गया है।

इन पर प्रकरण दर्ज

सतना के सोहावल विकासखंड अंतर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकान नयागांव में हुए 18 लाख 29 हजार रुपए के खाद्यान्न घोटाला मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने तीन लोगों के खिलाफ कोठी थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने राशन दुकान की महिला विक्रेता शैला सिंह पति अशोक सिंह चंदेल, गजेन्द्र सिंह पिता छत्रपाल सिंह एवं जावेंद्र कुमार त्रिपाठी पिता गणपत लाल त्रिपाठी तीनों निवासी रनेही के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। बताया गया है कि शैलजा सिंह को शासन द्वारा यहां विक्रेता नियुक्त किया गया था किंतु वह दिल्ली में रहकर नौकरी कर रही हैं जबकि उनका देवर सहायक विक्रेता गजेन्द्र सिंह यहां नयागांव और पुरवा की राशन दुकान संचालित कर रहा था।

मिली थी शिकायतें

इस संबंध में सहायक आपूर्ति अधिकारी केएस भदौरिया के मुताबिक नयागांव और पुरवा की राशन दुकानों की शिकायतें मिली थीं। हितग्राहियों ने इन दुकानों से राशन वितरित नहीं करने की शिकायतें की थीं। जिसके चलते नयागांव राशन दुकान की जांच 1 जुलाई को को विभाग द्वारा की गई थी। जांच के दौरान इस दुकान में 298 क्विंटल गेहूं, 261 क्विंटल चावल, 11 क्विंटल नमक, 1 क्विंटल शक्कर और 1628 लीटर केरोसिन समेत 18 लाख 29 हजार रुपए के खाद्यान्न का घोटाला सामने आया था।

एसडीएम को दिया था जांच प्रतिवेदन

विभाग की टीम द्वारा राशन दुकान की जांच के दौरान वहां मिले लोगों ने बयान भी दर्ज करवाए थे। लोगों का कहना था कि विक्रेता के तौर पर पदस्थ शैलजा सिंह गत 8-9 वर्षों से दिल्ली में रहकर नौकरी कर रही हैं। राशन दुकान का संचालन उनके देवर द्वारा किया जा रहा है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम रघुराजनगर (ग्रामीण) के समक्ष प्रस्तुत करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। इस मामले में एसडीएम ने अपनी अनुमति प्रदान की तब कोठी थाना में सहायक आपूर्ति अधिकारी भदौरिया द्वारा सोमवार की रात एफआईआर दर्ज करवाई गई।

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