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दोस्त के साथ गया था फिर नहीं लौटा / डेढ़ माह बाद मिला सतना के लापता युवक का कंकाल, बेटे को खोजते पिता भी काल के गाल में समा गए

सतना. गुरुवार को परसमनिया रोड़ स्थित राजा बाबा झरना के एक युवक का नरकंकाल मिला है. पुलिस का दावा है कि यह कंकाल डेढ़ माह पहले लापता हुए मढ़ऊ निवासी भानू गौतम का है. पुलिस ने शिनाख्ती के लिए भानू के परिजनों को भी बुलाया था, जिन्होंने कपड़ों और चप्पल के सहारे शिनाख्त कर दी है.
वहीं, मामले में रीवा से फारेंसिंक एक्सपर्ट डॉ. आरपी शुक्ला को मौके पर बुलाया था. उन्होंने मुख्य मार्ग से आधा किमी अंदर झरने के नीचे उतर कर घटनास्थल का निरीक्षण किया.
दरअसल, 14 अप्रैल को सतना जिले के नागौद थाना के पौड़ी चौकी में दो युवकों के लापता होने की सूचना दी गई थी. जिसमें बताया गया था कि अतरवेदिया कला निवासी कोदू उर्फ रामनारायण मिश्रा (32) पिता स्व. शंकरदीन मिश्रा और मढ़ऊ निवासी भानू गौतम (22) पिता आनंद गौतम एक साथ घर से 11 अप्रैल को निकलें थें.
मामला उचेहरा थाना का होने की वजह से केस उचेहरा के लिए ट्रांसफर कर दिया गया. लेकिन अब तक घर नहीं आएं. अब मामले में भानू गौतम का शव मिलने के बाद नया मोड़ आ गया है.
मामले को लेकर पुलिस काफी सुस्त रही और कछुआ चाल चलती रही, लेकिन बेटे की तलाश करते-करते भानू के पिता आनंद गौतम कोरोना संक्रमित हो गए. मई की शुरुआत में उनकी मौत हो गई. तब पंचायत प्रतिनिधियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले को अवगत कराया. एसआईटी बनाकर जांच तेज की गई. एसआईटी ने गांव के दो तीन युवकों पर शक जाहिर किया.
चाचा के ड्राइवर को पुलिस ने उठाया
बताया गया कि भानू गौतम के चाचा के ड्राइवर अंशू उरमलिया को पुलिस ने उठा लिया. उससे पूछताछ की गई, तो कंकाल के बारे में सुराग निकला. इसे पुलिस ने गुरुवार सुबह बरामद कर फारेंसिंक जांच कराई है. अंशू की मानें तो भान की हत्या कोदू उर्फ रामनारायण मिश्रा ने की है. वह वारदात के समय साथ में था. हालांकि मुख्य आरोपी फरार है. पुलिस ने कुछ भी बोलने से इंकार किया है.
सिर में गोली के दो निशान
फारेंसिंक एक्सपर्ट डॉ. आरपी शुक्ला ने बताया कि भानू गौतम की हत्या की गई है. जांच में सिर पर गोलियों के दो निशान मिले हैं. अंशू उरमलिया का कहना है कि रामनारायण मिश्रा ने हत्या की है. मैं सिर्फ साथ में था. घटनास्थल के निरीक्षण में प्रतीत होता है कि आरोपियों ने हत्या कर शव छिपा दिया गया था, जो डेढ़ माह में सड़कर कंकाल बन गया.
मुख्य आरोपी की बहन और जीजा ने खोली पोल
पुलिस सूत्रों का दावा है, मुख्य आरोपी रामनारायण मिश्रा जब दोस्त के साथ लापता हुआ था. वह वारदात के बाद बहन के घर मानिकपुर और राजस्थान में फरारी काटी थी. कुछ दिन बाद उसके जीजी की मौत हो गई. ऐसे में बहन अपने भाई पर पाप करने के कारण मौत की वजह बता रही थी.
वहीं, राजस्थान वाले जीजा के माध्यम से पुलिस ने आरोपी को सतना बुलाया, लेकिन आरोपी वहां से साथ तो चला, लेकिन कटनी और दमोह के बीच में ट्रेन से फरार हो गया. फिर भी जीजा के बयान को पुलिस ने मुख्य माना है.
बिसरा भेजा गया रीवा
घटनास्थल से बरामद बिसरा को पुलिस ने जब्त कर रीवा लैब भेज दिया है. पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए कंकाल परिजनों का नहीं दिया है. वहीं, फारेंसिक एक्सपर्ट का मानना है कि अब परिजनों का डीएनए टेस्ट लिया जाएगा. साथ ही, अगर मुख्य आरोपी पकड़ में आ जाए, तो कहानी साफ हो सकती है.




