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Sagar Lokayukta Raid: एमपी के सागर में लोकायुक्त की कार्रवाई, 4 हजार रुपए रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार

Sanjay Patel
8 Jun 2023 11:05 AM GMT
Sagar Lokayukta Raid: एमपी के सागर में लोकायुक्त की कार्रवाई, 4 हजार रुपए रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार
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MP News: मध्यप्रदेश के सागर में लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को दबोचा है। पटवारी को 4 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।

Sagar Lokayukta Raid: मध्यप्रदेश के सागर में लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को दबोचा है। पटवारी को 4 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आवेदक से जमीन का सीमांकन कराने की एवज में पटवारी द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी। लोकायुक्त की टीम पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है।

जमीन सीमांकन की एवज में मांगी थी रिश्वत

बताया गया है कि सुधीर पाण्डेय निवासी शांति विहार कॉलोनी रजाखेड़ी मकरोनिया जमीन का सीमांकन कराना चाहता था। जमीन सीमांकन की एवज में पटवारी अवध कुमार श्रीवास्तव द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। हल्का नंबर 89 में जमीन सीमांकन करने की एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत आवेदक सुधीर पाण्डेय ने लोकायुक्त कार्यालय सागर में की थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त की टीम ने मामले की जांच प्रारंभ की। जिसके बाद शिकायत सही पाई गई।

रकम लेते ही लोकायुक्त ने दबोचा

आवेदक सुधीर पाण्डेय को लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई के लिए तैयार किया। आवेदक को रिश्वत के रुपए लेकर मौके पर भेजा गया। पटवारी अवध कुमार श्रीवास्तव ने आवेदक सुधीर को पामाखेड़ी तिराहे पर रकम के साथ बुलाया। जिस पर सुधीर वहां पहुंच गया। इस दौरान जैसे ही आवेदक ने रिश्वत के चार हजार रुपए पटवारी को थमाए इशारा मिलते ही लोकायुक्त की टीम ने मौके पर दबिश दे दी। पटवारी को चार हजार रुपए रिश्वत के साथ रंगे हाथ लोकायुक्त द्वारा दबोच लिया गया। आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचर अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई है।

नहीं थम रही रिश्वतखोरी

सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी का बोलवाला है। यहां लोगों के काम को तब तक अंजाम नहीं दिया जाता जब तक काम की एवज में चढ़ोत्तरी न चढ़ाई जाए। पीड़ित अपने काम के लिए भटकता रहे इसकी परवाह न तो यहां पदस्थ अधिकारियों को है न ही कर्मचारियों को। ऐसे में अपना काम कराने के लिए मजबूरीवश लोग रिश्वत देने को विवश होते हैं। लोकायुक्त की ताबड़तोड़ कार्रवाईयों के बावजूद रिश्वतखोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अभी हाल ही में भोपाल लोकायुक्त द्वारा जबलपुर में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जहां आबकारी उपायुक्त कार्यालय में सहायक ग्रेड-3 बाबू को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था।

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