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रीवा: युवक की गोली मारकर हत्या, हत्यारों को पकड़ने परिजनों ने किया हंगामा, आरोपियों के घर में पथराव
रीवा. कबाड़ की दुकान खोलने के विवाद में दबंगों द्वारा चलाई गई गोली से घायल दुकान संचालक की सोमवार को मौत हो गई, जिससे परिजन भडक़ गए। दुकान संचालक की मौत के बाद परिजनों ने उसका शव चोरहटा बाइपास के पास सडक़ पर रखकर जमकर हंगामा किया और आरोपियों के घर में पत्थर भी फेंके। परिजन आरोपियों को शीघ्र पकडऩे की मांग कर रहे थे। इसी दौरान आक्रोशित लोगों ने आरोपियों की जीप में आग लगा दी।
पुलिस ने आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, जिनकी तलाश की जा रही है। गौरतलब है, चोरहटा थाना क्षेत्र के कौआढान नौवस्ता निवासी रामलौटन साकेत (30) ने कुछ दिनों पूर्व अपने घर के पास कबाड़ की दुकान खोली थी, जिसका विरोध गांव के ही दबंग भोला पाठक, सुनील अग्निहोत्री व अन्य लोग कर रहे थे। उक्त युवकों ने दुकान बंद कराने की धमकी भी दी थी। लेकिन दुकान संचालक युवक आरोपियों की धमकी से नहीं डरा और वह अपनी दुकान खोले रहा।
इसी बीच शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे आरोपी भोला पाठक, सुनील अग्निहोत्री एवं दुष्यंत समेत अन्य लोग युवक के घर में घुस गए और तलवार से हमला बोल दिया। इस दौरान आरोपियों द्वारा बंदूक से कई राउण्ड फायर भी किए गए, जिससे निकली एक गोली रामलौटन के हाथ में लग गई। इस दौरान बीच बचाव करने पहुंचे युवक के भाई जगदीश साकेत पिता रामखेलावन साकेत (45) व भतीजा सूरज साकेत (19) को भी आरोपियों ने पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मारपीट करने के बाद आरोपी फरार हो गए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल भर्ती क राया गया था, जहां रामलौटन की उपचार के दौरान की मौत हो गई। दुकान संचालक की मौत की सूचना पर चोरहटा पुलिस ने शव का पीएम कराकर परिजनों के सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार हमला करने वालों में फूलचंद्र साकेत, सुनील मिश्रा, दुष्यंत पाण्डेय, कृष्णा, कन्हैया, राहुल पाठक, पप्पू शुला एवं अशोक शामिल थे। इन सभी आरोपियों पर धारा 147, 148, 149, 294, 324, 506, 307 एवं 302 समेत एससीएसटी एट के तहत अपराध दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
दुकान थी विवाद की जड़ बताया गया कि आरोपी फूलचंद्र साकेत पहले से नौवस्ता में कबाड़ का कारोबार करता है। लेकिन तीन दिन पूर्व मृतक रामलौटन ने भी कबाड़ की दुकान खोल ली थी, जिसे बंद करने के लिए आरोपी ने धमकी दी थी। लेकिन रामलौटन उसकी धमकी से नहीं डरा और दुकान बंद करने से इंकार कर दिया। यही वजह थी कि शुक्रवार देर रात आरोपियों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया।
शव रखकर लगाया जाम बताया जा रहा है कि रामलौटन की मौत के बाद पहले तो परिजनों ने अस्पताल में ही खूब हंगामा किया। इसके बाद जब पोस्टमार्टम के बाद शव सौंप दिया गया तो परिजन नौवस्ता पहुंचकर बीच सडक़ पर शव रख दिए और जाम लगा दिए। यहां पर घंटों विवाद चला। बाद में पुलिस अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों के आक्रोश को शांत कराया।
आरोपियों के घर में पत्थरबाजी मृतक के परिजनों में आक्रोश इतना था कि वह आरोपी पक्ष की लगातार तलाश कर रहे थे। सोमवार को आरोपियों के घर के सामने पत्थरबाजी समेत गाली-गलौच की घटना को अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं, एक कमाण्डर जीप को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिससे पूरी जीप जलकर खाक हो गई।