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रीवा : टीआरएस कॉलेज में हो रहे 15 सालो सेे भ्रष्टाचार का 30 दिसम्बर को खुलेगा काला चिठ्ठा, जानिए ऐसा क्या होने वाला है....
रीवा /टीआरएस कालेज में लगातार 15 सालो से चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ 30 दिसम्बर को रीवा आ रहे उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री जीतू पटवारी से एनएसयूआई का एक प्रतिनिधिमण्डल एनएसयूआई के सम्भागीय समन्यवक अभिषेक तिवारी अभि के नेतृत्व में महाविद्यालय में चल रही वित्तीय अनियमिताओं सहित 10 बिंदुओ पर आधारित एक ज्ञापन सौंपा जाएगा , एनएसयूआई के सम्भागीय समन्यवक अभिषेक तिवारी ने बताया कि 15 सालो की भाजपा सरकार में लम्बे अर्से से महाविद्यालय के जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों द्वारा महाविद्यालय विकास के लिये आने वाले मद में खूब बंदरबांट किया गया है। जो बिंदुबर है:- 1. महाविद्यालय स्वासशी व उत्कृष्ट और नैक । ग्रेड प्राप्त करने के वावजूद भी परिणाम को लेकर फिस्सडी रहता है क्योंकि महाविद्यालय प्रबन्धन आर्थिक लाभ को लेकर छात्रों को प्रमोटेड व फेल कर भविष्य से खेलते हैं ,यही नही पिछले परीक्षा परिणाम उठाकर देखे तो पोल खुल जाए। 2. जो कर्मचारी महाविद्यालय में काम करते है वह महाविद्यालय के शीर्ष पदों पर आसीन व्यक्तियो ने निज निवास में भी काम करते और उनकी तनख्वाह महाविद्यालय के द्वारा जारी की जाती हैं,कर्मचारियों पर इस तरह का शोषण पूर्णतः गलत है। 3. महाविद्यालय में जो गार्डन है उसमे निर्माण कार्य मे बिना टेंडर जिसमे लाखो की हीलाहवाली की गई है। 4. मेजर ध्यान चंद स्टेडियम के पास बॉटनी का गार्डन भी हैं जहां व्यवसाय बनाकर अपने लोगो को नर्सरी की भांति वहां अपने लोगो पार्टनरशिप दिया गया हैं। 5. कंप्यूटर एवं मशीनरी खरीदी के लिए भी किसी प्रकार का ऑनलाइन टेंडर नही निकाला जाता है ना वेबसाइट में डाला जाता है और ना ही किसी प्रकार की जानकारी किसी को होती है।जिसके नाम पर एक लंबी राशि डाकर ली जाती है। 6. यही नही जितनी भी सामग्री कॉलेज में आती है उसका भी किसी प्रकार का टेंडर आज तक पब्लिश नहीं हुआ जिसमें करोड़ों रुपए का खर्च किया जाता है जो पूरा का पूरा पैसा गरीब छात्रों का होता है,जिसमे एक बड़े पैमाने में धंधली की जाती है। 7. महाविद्यालय के जनभागीदारीध्स्ववित्तीय शिक्षकों जो मासिक मानदेय 13 हजार रुपये दिया जाना चाहिए उसमें से 500 रुपये काट लिया जाता हैं 12500 रुपये सबके खाते में डाला जाता है जो पूर्णतः गलत है। 8. महाविद्यालय में सुरक्षाकर्मी व गेटकीपर जो नियुक्ति किये गए उन सबके मासिक वेतन से हजार व 5 सौ की कटौती की जाती है अगर वो मांग करते हैं तो हटाने का हवाला दिया जाता है। 9. महाविद्यालय में आयोजित होने वाले आंतरिक टेस्ट के नाम और हर माह एक बड़ी मात्रा में टेस्ट में ड्यूटी लगाई जाने से लेकर कॉपी तक का घोटाला होता है। 10. महाविद्यालय में पेयजल की व्यवस्था हेतु 40 लाख रुपये मिले जिसमे से फिल्टर प्लांट सहित आरओ के नाम पर लाखो की राशि का मिलकर बंदरबांट किया जाता है। शिकायतों व विरोधों से नपेंगे कॉलेज प्रबंधन सहित जिम्मेदार अधिकारी मध्यप्रदेश छोड़ दिया जाए संभाग का सबसे महंगा कॉलेज यही है और सबसे ज्यादा छात्र संख्या वाला कॉलेज भी यही है इतना बड़ा भ्रष्टाचार इस कॉलेज में हो रहा है इसके बाद भी किसी की भी नजर आज तक इस कॉलेज में नहीं पड़ी,लेकिन जब शिकायत उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से की जाएगी तो इसमें से प्राचार्य सहित कई प्रबंधन अधिकारी नपेंगे। यही नही और ऐसे गम्भीर विषयो पर जैसे जनभागीदारी व स्ववित्तीय मद से रखे जाने वाले टीचरों के नाम पर एक बड़ा झालमेल किया जाता है जिसकी शिकायत की जाएगी। श्री तिवारी ने कहा कि टीआर एस महाविद्यालय प्रत्येक विंध्यवासी के लिए गर्व का विषय है लेकिन पिछले 15 सालों में भाजपा व संघ की सरपरस्ती में जिन लोगो ने शिक्षा के इस पवित्र पावन मन्दिर को व्यवसायिक प्रतिष्ठा की तरह संचालित किया हैं अब उनके खिलाफ ठोस कार्यवाही की जरूर हैं। वर्जन...... पिछले 15 सालों में शिक्षा के मंदिर हमारे महाविद्यालय में विभिन्न योजनाओं की राशि मे बड़ी मात्रा में बंदरबाट किया गया यह विषय मंत्री महोदय के संज्ञान में लाने के लिये एन एस यू आई 10 बिंदुओं पर जिम्मेदारो का काला चिट्ठा सौपेंगी।