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रीवा : उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने छात्रों से पूछा नेता कितने लोग बनना चाहते हैं, छात्रों ने दिया ऐसा जवाब की मंत्री जीतू पटवारी की बोलती हुई बंद

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:11 AM GMT
रीवा : उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने छात्रों से पूछा नेता कितने लोग बनना चाहते हैं, छात्रों ने दिया ऐसा जवाब की मंत्री जीतू पटवारी की बोलती हुई बंद
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रीवा। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ठाकुर रणमत सिंह कालेज में युवा संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। छात्रों से उन्होंने सवाल पूछे, जवाब ऐसे आए कि उसमें मंत्री ही सवालों में घिर गए। हालांकि माहौल को हल्का करने का भी पूरा प्रयास किया और सवाल-जवाब के जरिए पूर्व की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। निर्धारित कार्यक्रम से करीब तीन घंटे विलंब से मंत्री कालेज परिसर में पहुंचे और माइक हाथ में लेकर स्वागत की औपचारिकताओं पर समय गंवाने के बजाय सीधे मुद्दे पर आ गए। मंच के आसपास जुटे कांग्रेसियों और छात्रों को वहां से हटने के लिए कहा नेता-नगरी पीछे बैठना भी सीखें। प्राचार्य रामलला शुक्ला को माइक के सामने खड़ा किया और छात्रों से सवाल पूछना शुरू किया। छात्रों की ओर से आने वाले सवालों का जवाब कुछ में स्वयं दिया, कुछ में प्राचार्य से दिलवाया। मंत्री पटवारी ने कहा नेता-विधायक कितने लोग बनना चाहते हैं, हाथ ऊपर करें। इस पर पूरे परिसर में सन्नाटा छा गया। तब इसका कारण पूछा, जिसमें छात्रा महिमा सतनामी और छात्र अमित हलवाई ने कहा कि नेता झूठ बोलते हैं, शिवराज सिंह चौहान कई झूठ बोलकर चले गए, आप भी उसी में शामिल हो। इसलिए झूठ बोलने के इस पेशे में हम नहीं जाना चाहते। पटवारी ने माहौल को हल्का करने के लिए कहा तो क्या मैं गलत फंस गया, जिसके बाद ठहाके लगने लगे। कार्यक्रम के बाद मंत्री एवं अन्य कांग्रेस नेताओं ने कालेज के प्रोफेसरों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकों का विमोचन किया और गोल्ड मेडल के साथ प्रमाण पत्र भी छात्रों को वितरित किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, विधायक कुणाल चौधरी, पूर्व विधायक राजेन्द्र मिश्रा, सुखेन्द्र सिंह, रामगरीब बनवासी, राजेन्द्र शर्मा, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी, कांग्रेस अध्यक्ष त्रियुगीनारायण शुक्ला, गुरमीत सिंह मंगू, सिद्धार्थ तिवारी, कलेक्टर बसंत कुर्रे, एसपी आबिद खान सहित अन्य मौजूद रहे। - नैक ग्रेडिंग के सहारे मंत्री ने प्राचार्य पर साधा निशाना टीआएस कालेज को नैक में ए ग्रेड मिलने की जानकारी देते हुए प्राचार्य रामलला शुक्ला ने कहा कि अब ए प्लस लाएंगे। इस पर मंत्री ने निशाना साधा और छात्रों से पूछना शुरू किया। छात्र ने आधा ही जवाब दिया और कहा कि यूजीसी से यह मिलता है। मंत्री ने पूछा यहां पढऩे से रोजगार की गारंटी है क्या, छात्रों ने कहा नहीं। खेल में जाने की गारंटी है क्या, इस पर भी कहा नहीं। डेढ़ सौ वर्ष पुराने इस कालेज से कई मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेता पढ़े हैं, कंटीन है क्या, इस पर भी छात्रों ने कहा नहीं। पटवारी ने कहा हम इस बात पर नहीं जाना चाहते कि यह ग्रेडिंग कैसे मिली, आगे से अच्छी कक्षाएं चलें। छात्रों को रोजगार परख शिक्षा मिले इसकी गारंटी होना चाहिए। कार्यक्रम के समापन पर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू ने भी प्राचार्य पर नाराजगी जाहिर की और पूछा कि प्रभारी मंत्री की तस्वीर मंच पर क्यों नहीं लगाई। सांसद राजमणि पटेल का नाम आमंत्रण कार्ड में क्यों नहीं रहा। इस पर दूसरे नेताओं ने बीचबचाव कर मामले को शांत कराया। - कालेज की समस्याएं दूर करने मिलेंगे 17 करोड़ कालेज प्राचार्य रामलला शुक्ला ने कहा कि १३ हजार छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल ५४ शिक्षक हैं। हर विषय में दस-दस पद स्वीकृत किए जाएं। साइंस में स्ववित्तीय पीजी कराई जा रही है, इसे नियमित किया जाए। ७२ कमरों में कालेज संचालित हो रहा है। बालक एवं बालिका के लिए एक-एक हजार सीटों के छात्रावास चाहिए। मंत्री ने कहा कि रूषा और वल्र्ड बैंक के प्रोजेक्ट से १७ करोड़ रुपए टीआरएस कालेज के लिए दिलाएंगे। जिससे स्मार्ट क्लास संचालित होगी।

- अखबार पढ़ा करो, सच्चाई का पता चलता है संवाद के दौरान मंत्री ने अलग-अलग छात्रों से अखबार और टीवी में न्यूज देखने के बारे में पूछा। कम संख्या में छात्रों ने न्यूज के प्रति रुचि बताई। इस पर उन्होंने कहा कि ये सच्चाई जानने के माध्यम हैं। इसलिए हर दिन अखबार पढ़ो। उससे शासन-प्रशासन पर बैठे लोगों की वास्तविक तस्वीर पेश की जाती है। इनदिनों आर्थिक मंदी और बेरोजगारी हर अखबार में प्रमुखता से बताई जाती है।

- ऐसे भी चले सवाल-जवाब छात्र- पहले कहा गया था कि ७५ प्रतिशत से ऊपर वालों को २५ हजार देंगे, अब तक नहीं मिला आखिर क्यों। मंत्री- यह सही है, शिवराज जी हर मंच से केवल घोषणा करते रहे। जब मैं मंत्री बना तब तक केवल ६७ छात्रों को लाभ मिला था। हमने इसकी संख्या बढ़ाकर १२०० इस वर्ष की है, आगे भी बढ़ाएंगे। - छात्र- फोन देने की भी बात हुई थी, वह भी आपकी सरकार ने बंद कर दिया। मंत्री- पहले वाल े बाहवाही के लिए ऐसा करते थे, १५-२० दिन में ही फोन खराब हो जाते थे। उस फोन से पढ़ाई कम डिस्टर्ब ज्यादा होता है। हम स्मार्ट क्लास बनाएंगे और वहां पर छात्र को टेबलेट उपलब्ध होगा। - छात्र- चुनाव से पहले गरीब छात्रों को मुफ्त किताबें देने का वादा किया था, अब तक नहीं मिली है। मंत्री- अनारक्षित वर्ग के गरीब छात्रों को भी इस योजना में शामिल किया है। यह सही है कि इस वर्ष नहीं दे पाएंगे, अगले सत्र से किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। यदि किताबें नहीं मिली तो उसकी राशि दिलाएंगे। - छात्र- आप कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय भी गए थे, रीवा जैसे शहर को देने के लिए क्या योजना है। मंत्री- वहां जो देखा, उसमें सब तो नहीं लेकिन गारंटी के साथ यह कह सकता हूं कि व्यवस्था सुधारूंगा। कालेजों में संसाधन देंगे, अंग्रेजी पर फोकस कराएंगे ताकि भारत के बाहर भी यहां के छात्र रोजगार के लिए जा सकें। विदेश में महात्मा गांधी हर जगह मिले, उनकी इच्छा के अनुरूप ही सरकार काम कर रही है<

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