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रीवा: LOVE MARRIAGE करने पहुंचा था प्रेमी जोड़ा, कलेक्ट्रेट परिसर से युवती को घसीट कर ले गए
रीवा। कलेट्रेट कार्यालय में उस समय असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई जब परिजनों से छुपकर विवाह पंजीयन कराने आई युवती को उसके परिजन उठाकर ले गए। हालांकि इस दौरान युवती प्रेमी युवक के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही जिसे परिजन जबरिया घसीट कर कार में बैठाया और लेकर चले गए। यह वाया मंगलवार की शाम 6 बजे के आसपास का है।
दरअसल प्रेमी युवक माझी जाति का है और प्रेमिका कुर्मी जाति की है। युवती के परिजन दोनो के प्रेम संबंध व शादी के खिलाफ हैं जबकि दोनो प्रेमी युवक युवती एडीएम कार्यालय में विवाह पंजीयन कराने आए थे। सूचना पर वह कलेट्रेट पहुंचे और युवकी साथ ले गए।
दरअसल प्रेमी युवक आशीष कुमार माझी पुत्र रमेश कुमार माझी उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम पोस्ट लक्ष्मणपुर थाना बिछिया तहसील हुजूर रीवा व उसकी प्रेमिका एविका सिंह पटेल पुत्री विजय प्रताप सिंह पटेल उम्र 22 वर्ष ग्राम पोस्ट बरती तहसील रामपुर जिला सतना से कईवर्षों से प्रेम संबंध चल रहा है। मंगलवार को दोनो शादी करने के लिए कलेट्रेट पहुंचे। इसके पूर्व दोनो एक साथ वैवाहित जीवन व्यतीत करने के लिए नोटराइज शपथ पत्र तैयार करवाया। शपथपत्र के साथ दोनो युवक- युवती विवाह पंजीयन के लिए अपर कलेटर के पास पहुंचे और वैवाहित जीवन व्यतीत करने के लिए सहमति दी। अपर कलेटर इलातिवारी के समझाने के बाद भी युवती प्रेमी के साथ विवाह करने के लिए अड़ी रही और वह बालिग है ऐसी परिस्थति अपर कलेटर ने विवाह पंजीयन के लिए आवश्यक कारवाई के निर्देश दिए। कार्यवाही लिखी ही जा रही थी कि युवती के परिजन वहां पहुंचे और बात करने के बहाने उसे बाहर ले गए और बाद में जबरिया कार में बैठाकर घर ले गए। युवक के साथ उसके पिता और भाई के साथ दोस्त भी मौजूद थे। युवक के पक्ष के लोग शादी के लिए राजी थे लेकिन युवती पक्ष इस संबंध से राजी नहीं है।
इंजीनियरिंग कर रहा है प्रेमी युवक : चर्चा दौरान प्रेमी युवक पिता रमेश कुमार माझी के अनुसार आशीष कुमार माझी पोलिटिक्रिक कालेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है। जबकि युवती ऐविका सिंह जीडीसी कालेज में पढ़ती है। दोनो के बीच दो तीन सालों से प्रेम संबंध चल रहा था आज दोनो शादी करने आए थे। रमेश ने बताया कि स्वजातीय विवाह न होने कारण व इस विवाह के पक्ष में नहीं था लेकिन बेटे और युवती एविका की जिद के कारण उन्हें भी स्वीकार करना पड़ा। रमेश आटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। इस अवसर पर युवक के अधिवक्ता भी मौजूद रहे।