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राहुल के बाद अब शाह का विंध्य दौरा, रीवा आएँगे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, एट्रोसिटी के गुर भी बताएंगे
रीवा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विंध्य दौरे के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 6 अक्टूबर को रीवा के दौरे पर आ रहे हैं। वे यहां रीवा और शहडोल संभाग की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उक्त बैठक में शाह विधानसभा चुनाव को फतह करने की टिप्स देने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं में एसटी-एससी एक्ट और आरक्षण को लेकर पैदा हुए हालत से निपटने की योजना बताएंगे। शाह का कार्यक्रम एसएएफ मैदान में रखा गया है। जिसमें तकरीबन साढ़े चार हजार कार्यकर्ता और पदाधिकारी हिस्सा लेने जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अमित शाह का रीवा में कार्यक्रम तय हो गया है। पार्टी की तैयारियां चल रही है। शाह के कार्यालय से सहमति अभी नहीं मिल पाई है। संभावना है कि सोमवार, मंगलवार तक यह औपचारिकता भी पूरी हो जाएगी। इस बीच पार्टी के तमाम पदाधिकारी जिले भर में बैठकें कर कार्यकर्ताओं को तैयार कर रहे हैं।
बैठक में ये लेंगे हिस्सा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी, प्रदेश कार्य समिति सदस्य के अलावा ग्राम केन्द्र एवं नगर केन्द्र के पालक संयोजक हिस्सा लेंगे। रीवा और शहडोल संभाग के सात जिलों में भारतीय जनता पार्टी के ग्राम केन्द्र एवं नगर केन्द्र की संख्या 2200 है। लिहाजा ग्राम और नगर केन्द्र के कुल 4400 पालक संयोजक बैठक में मौजूद रहेंगे। इन पदाधिकारियों के साथ पूरा दिन अमित शाह की रणनीतिक बैठक होगी। जिसमें चुनाव जीतने के तरीके बताये जायेंगे। साथ ही ग्राम एवं नगर केन्द्र के पालक संयोजकों से सरकार का फीडबैक भी लिया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी ने असन्न विधानसभा चुनाव के लिए नारा और लक्ष्य तय कर दिया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अध्यक्ष अमित शाह ने गत दिवस भोपाल दौरे में कार्यकर्ताओं को बूथ जीतो, चुनाव जीतो का नारा दिया है। साथ ही हर बूथ में 50 फीसदी वोट भारतीय जनता पार्टी को मिलने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। बताया जाता है कि एसएएफ ग्राउण्ड में होने वाली बैठक विशुद्ध रूप से पालक संयोजक, पदाधिकारियों की है। लिहाजा इसमें कार्यकर्ताओं को तय लक्ष्य को फोकस कर काम करने की टिप्स राष्ट्रीय अध्यक्ष बतायेंगे।
बताया गया है कि इस दौरान वे जिला पदाधिकारियों अथवा पालक संयोजक के दलों से वन टू वन चर्चा भी कर सकते हैं। दिन भर चलने वाले इस कार्यक्रम में आमजन की हिस्सेदारी नहीं रहेगी। यहां बता दें कि भारतीय जनता पार्टी जनपद के एक वार्ड को ग्राम केन्द्र और नगर परिषद के पांच वार्डों एवं नगर निगम के एक वार्ड को इकाई केन्द्र मानता है। इसी तारतम्य में पालक संयोजक बनाये गये हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विंध्य दौरे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है।