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राशिद अहमद से उगलवाए राज, उसके 2 सिम पर पाकिस्तान में चल रहे वाट्सएप, रीवा के सौरभ से भी थी इस तरह पकड़, ATS ने उगलवाए कई अहम् राज
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट राशिद अहमद से पूछताछ में कई ऐसी जानकारियां मिली हैं, जिससे आइएसआइ की बदलती रणनीति का अंदाजा भी लगाया जा रहा है। राशिद अहमद ने दो सिम खरीदे थे, जिन नंबरों पर पाकिस्तान में वाट्एसप संचालित हो रहे हैं। राशिद ने दोनों नंबरों पर वाट्सएप शुरू करने के लिए आए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को दिए थे। दोनों नंबरों का जासूसी के लिए इस्तेमाल हो रहा था।
एटीएस अब दोनों नंबर पर संचालित वाट्सएप की गतिविधियों का ब्योरा जुटाने का प्रयास कर रही है। एटीएस हनी ट्रैप व सोशल मीडिया के अलावा आईएसआई के बदलते तरीकों का भी विश्लेषण कर रही है। बीते दिनों पाकिस्तान में भारतीय दूतावास के एक अधिकारी के घर से लेकर लैपटॉप-कंप्यूटर तक को आईएसआई ने अपने कब्जे में लिया था, जिसने बड़े सवाल उठाए थे। एटीएस ने करीब दो साल पहले पाकिस्तान से चलाए जा रहे आतंकी फंडिंग नेटवर्क की अहम कड़ी पकड़ी थी।
आरोपित उमा प्रताप सिंह उर्फ सौरभ पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सीधे संपर्क में था और उनके निर्देश पर ही काम करता था। एटीएस सौरभ को रीवा से गिरफ्तार किया था। सौरभ के तार वर्ष 2016 में जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आइएसआइ एजेंट तरसेम लाल और सेना की गुप्त सूचनाएं आतंकियों तक पहुंचाने के आरोपित सतविंदर व दादू से भी जुड़े थे। यही वजह है कि राशिद से सामने आ रही कई सूचनाएं एटीएस के लिए बेहद अहम हैं। राशिद आईएसआई के दो अधिकारियों के लगातार संपर्क में था और उनसे फोन पर बात करता था।
राशिद पर सेना के मूवमेंट की जासूसी करने के लिए जोधपुर में बसने का दबाव भी डाला जा रहा था। एटीएस अब जोधपुर कनेक्शन को लेकर और गहनता से छानबीन कर रही है। राशिद से बीते कुछ महीनों में उसकी आइएसआइ के अधिकारियों से हुई बातचीत को लेकर सिलसिलेवार पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि एटीएस ने चंदौली से आईएसआई एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया था। मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट के बाद एटीएस राशिद पर लंबे समय से नजर रख रही थी। उसके पास से एक मोबाइल, दो सिमकार्ड और पेटीएम के जरिये मिले पांच हजार रुपये बरामद हुए। एटीएस ने मंगलवार को राशिद को तीन दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर उससे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। राशिद के कुछ मददगारों के बारे में भी छानबीन की जा रही है।