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बड़ी खबर : रीवा में शुरू हुई सिटी बस सेवा, अगर किसी ने रोकने की कोशिश की तो होगा ये
रीवा. ऑटो चालकों के विरोध के बाद पुलिस के पहरे में शनिवार को सिटी बसों का संचालन सुबह 8.30 बजे रेलवे स्टेशन से शुरू हो गया है। इसके बाद पूरे दिन सिटी बसें शहर में दौड़ी। ऑटो यूनियन का विरोध देखते रेलवे स्टेशन में पुलिस बल मौजूद रहा। जिसे देखते हुए ऑटो चालक भी मान गए। अब शहर में नियमित सिटी बसों का संचालन होगा। पहले दिन सिटी बस में यात्रा करने वालों ने सराहना करते हुए कहा कि अब ऑटो चालकों की मनमानी व लूट से राहत मिलेगी।
बसों में की गई थी तोडफ़ोड़ 19 सितम्बर को शहर सिटी बसों के लोकार्पण के बाद २० सितम्बर को सुबह बसे जैसे ही रेलवे स्टेशन पहुंची ऑटो चालकों ने विरोध शुरू कर दिया था। इस दौरान उन्होंने बसों में तोडफ़ोड़ भी की। यहां तक कि भोपाल से लौटे उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ला को भी घेर लिया। इस पर उन्होंने ऑटो यूनियन को सिटी बसों का संचालन रेलवे स्टेशन नहीं कराने का आश्वासन दिया था। ऑटो चलकों के विरोध से नाराज आपरेटरों से बसों को नगर निगम में खड़ी कर संचालन के लिए सुरक्षा की मांगी। इसके दो दिन बाद प्रशासन ने सिटी को बसों का संचालन रेलवे स्टेशन से कराया।
10 रुपए प्रति सवारी राहत सिटी बसों में रेलवे स्टेशन से नया बस स्टैंड तक यात्रियों से 15 रुपए किराया लिया जा रहा है। वहीं इसी दूरी के लिए ऑटो चालक २५ रुपए किराया वसूल करते हैं। इस तरह प्रति सवारी को 10 रुपए तक राहत मिली है। वहीं शहर से नजदीक नगर निकाय जाने वाले यात्रियों को बेहतर, सस्ता व सुरक्षित साधन मिल गया है। इसके लिए इन बसों को गोविदंगढ़, रायपुर कर्चुलियान, लउआ सगरा एवं मुकुदपुर सफारी तक चलाया गया है।
कलेक्टर बोंली, सेवा चुनने का अधिकार यात्रियों को सिटी बस संचालन को लेकर कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक ने ऑटो यूनियन, सिटी बस संचालक एवं आरटीओ की बैठक बुलाई है। बैठक में कलेक्टर ऑटो यूनियन को कड़े शब्दों में कहा कि सिटी बस के संचालन में खलल डालने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे स्टेशन में ऑटो व सिटी बस दोनों का संचालन होगा। यात्री अपनी सुविधानुसार सेवा चुन सकता है। यात्रियों पर जबरन ऑटो का संचालन नहीं थोपा जा सकता है। इससे गरीब यात्रियों पर बोझ बढ़ता है। बैठक में बस ऑनर्स एसोसिएशन के प्रहलाद सिंह, सिटी बस संंचालन रमेश तिवारी, ऑटो यूनियन के पदाधिकारी, आरटीओ मनीष त्रिपाठी एवं एएसपी उपस्थित रहे।
युवाओं व छात्राओं को बढ़ी राहत सिटी बस संचालन से सबसे अधिक राहत युवाओं, नौकरीपेशा व छात्राओं को मिली है। जो शहर के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों से पढऩे के लिए महाविद्यालय, स्कूल व कोचिंग के लिए आते हैं। इससे अभिभावकों का भी आर्थिक बोझ कम होगा।
लंबे समय से था इंतजार सुशील सिंह ने कहा कि शहर धीरे -धीरे बढ़ रहा है ऐसे में टुकड़ों से सफर करने ज्यादा पैसा लगता है। वहीं कई बार वाहन भी बदलने पड़ते थे, लेकिन सिटी बसों के चलने से आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए बस नहीं बदलनी पड़ेगी।
बंद हुई ऑटो चालकों की लूट यात्री लक्ष्मण साहू ने कहा कि सिटी बस संचालन से ऑटो चालकों की लूट बंद हुई है। यह मनमर्जी तरीके से किराया बढ़ाते थे। वहीं अधिक सवारी बैठने से काफी असुविधा होती थी। इसी तहर रामनिवास गुप्ता ने काहा कि बसों में पर्याप्त बैठने की जगह होती है। ऑटो में सीमित स्थान होने के बावजूद एक के ऊपर एक सवारी बैठाते थे, इस दौरान कई बार जेब काट जाती थी। वहीं यात्रियों से लूट-पाट की घटनाएं होती थी।
स्टेशन में बढ़ी प्रतिस्पर्धा से यात्रियों की फजीहत शहर में सिटी बस चालू होने के बाद रेलवे स्टेशन में यात्रियों के बैठाने की प्रतिस्पर्धा बढ़ गई। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। शनिवार को स्टेशन में अपने-अपने वाहन में सवारियों को बैठने के लिए ऑटो चालकों व यात्रियों से कई बार विवाद की स्थिति बन गई।