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बड़ा मामला : आरक्षक और तीन पेट्रोल पंप संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा : REWA NEWS
रीवा। पुलिस मोटर प्रशिक्षण केंद्र के विशेष लेखा परीक्षण में पाई गई आपिायों की जांच के बाद एक आरक्षक और 3 पेट्रोल पंप संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पेट्रोल पंप संचालकों से साठगांठ कर आरक्षक ने फर्जी बिलों के माध्यम से लाखों रुपए की हेराफेरी की है। मामले की जांच के बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि एमटी शाखा में पदस्थ 588 आरक्षक दामोदर प्रसाद के विरुद्ध कानूनी आपराधिक कार्यवाही एवं 2007 से 2009 तक फर्जी बिलों से भुगतान का लेख पाए जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद सभी दोसियों के खिलाफ 2014 में एफआईआर दर्ज की गई थी। फर्जी बिलों से लाखों के भुगतान का यह मामला विशेष लेखा टीम की जांच के दौरान सामने आया था। फर्जी बिलों के माध्यम से लाभ पाने वाले पंप संचालक मेसर्स सत्यनारायण रामनिवास रीवा, मेसर्स सतनाम फिलिंग स्टेशन रीवा, मेसर्स बघेलखंड फिलिंग स्टेशन रीवा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस विभाग मे बैठे भ्रष्ट कर्मचारियों ने 2014 की एफआईआर और डायरी ही गायब कर दी और मामले को दबाना चाहा।
पुलिस अधीक्षक आबिद खान द्वारा मामले की जानकारी लगते ही विशेष लेखा अधिकरी की जांच रिपोर्ट हाथ लग गई तो मामला दर्ज करने का निर्देश दे दिया। प्रथम दृष्ट्या धारा 409, 420, 467, 468, 120 बी का अपराध प्रमाणित पाए जाने पर सिविल लाइन में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। जत किए गए फर्जी बिलों के आहरण और फर्म को भुगतान की अनियमितता में लाखों का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है।