रीवा

कमलनाथ सरकार के झूंठ ने ली रीवा के किसान की जान: पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल | 2 नवंबर को शिवराज सिंह करेंगे कमिश्नर का घेराव

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:10 AM GMT
कमलनाथ सरकार के झूंठ ने ली रीवा के किसान की जान: पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल | 2 नवंबर को शिवराज सिंह करेंगे कमिश्नर का घेराव
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4 नवंबर को प्रदेशव्यापी किसान आक्रोश दिवस मनाएगी भाजपा रीवा। पूर्व मंत्री एवं रीवा से भाजपा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई ऋण माफी की झूठी घोषणा के चलते रीवा के एक किसान ने आत्महत्या कर ली। पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री शुक्ल ने कहा कि सेमरिया विधानसभा के ग्राम पटना निवासी किसान वंशपति साहू को हाल में ही बैंक द्वारा दो लाख पच्चीस हजार रूपए कर्ज वसूली का नोटिस दिया गया था, जिससे वह भारी तनाव में था और अंततः उनसे अपनी जान गवां दी।

श्री शुक्ल ने कहा कि चुनाव के समय 10 दिन में हर एक किसान का दो लाख रूपए तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की गई थी। इस घोषणा का इंतजार करते करते एक साल गुजर गएं। बड़ी संख्या में कर्ज के बोझ से लदे किसानों को जब ऋण माफी की संभावना नहीं दिखी तो वे निराश होने लगें क्योंकि घोषणा की वजह से उन्हे लगता था कि सरकार कर्ज माफ कर देगी। इसी के चलते उन्होने कर्ज का नवीनीकरण नहीं कराया और अब 12 प्रतिशत ब्याज लगाकर बैंक कर्जदारों को वसूली की नोटिस जारी कर रहे हैं।

उन्होने बताया कि शिवराज सरकार ने जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज की व्यवस्था की थी। नियत समय पर कर्ज अदा करने वाले किसान से किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं लिया जाता था, बल्कि दस प्रतिशत कर्ज माफ भी कर दिया जाता था। लेकिन कांग्रेस सरकार आते ही किसानों की आत्महत्या का दौर रीवा से शुरू हो चुका है।

राहत तो दूर फसल सर्वे तक नहीं पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि हाल में ही अतिवृष्टि से प्रदेश भर के किसानों की फसलें चौपट हो गई। प्रभावित किसानों को मुआवजा राहत देना तो दूर सरकार द्वारा अभी तक फसल का सर्वे तक नहीं शुरू कराया गया। जहां सर्वे हुआ भी वहां 25 फीसद नुकसान का बहाना कर राहत का कोई प्रकरण नहीं बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार ने संबल योजना चलाकर किसानों को न्यूनतम दर पर बिजली देना शुरू किया था लेकिन कमलनाथ सरकार किसानों को भारी-भरकम बिल थमा रही है।

महत्वपूर्ण योजनाएं बंद पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि कमलनाथ सरकार एक एक कर महत्वपूर्ण योजनाएं बंद करती जा रही है। रीवा में माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं इको पार्क बंद करने के बाद अब 800 करोड़ के प्रोजेक्ट नईगढ़ी माईक्रो इरिगेशन योजना का काम बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं बहुती सिंचाई एवं त्योंथर फ्लो स्कीम को भी बंद कर दिया गया है। जबकि भाजपा सरकार ने 5 लाख एकड़ क्षेत्र पर पानी पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित कर इन योजनाओं को स्वीकृत किया था।

श्री शुक्ल ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल है उसका आर्थिक प्रबंधन समाप्त हो चुका है। जिसके चलते आने वाली 4 नवंबर को प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी को लेकर प्रदेशस्तरीय किसान आक्रोश दिवस मनाया जाएगा। इसके अलावा रीवा में प्रधानमंत्री आवास योजना का काम ठप्प करने एवं हितग्राहियों को आवास आवंटित न करने के विरोध में 2 नवंबर को कमिश्नर कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा जाएगा। घेराव का नेतृत्व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाएगा।

मृतक किसान के परिजनों को 40 लाख मुआवजा दे सरकार : सेमरिया विधायक पत्रकार वार्ता में मौजूद सेमरिया क्षेत्र के भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी ने कहा कि पटना गांव के वंशपति साहू ने एक लाख साठ हजार रूपए का कर्ज लिया था, जिसका ऋण माफ करने के बजाय बैंक द्वारा 12 प्रतिशत ब्याज लगाकर दो लाख पच्चीस हजार रूपए वसूली का नोटिस दिया गया। नोटिस मिलते ही किसान वंशपति बैंक गए एवं आरजू मिन्नतें की। गांव के लोगों से कर्ज पटाने के लिए उधारी रकम मागी लेकिन जब सब जगह से निराशा हांथ लगी तो उन्होने आत्महत्या कर ली।

श्री त्रिपाठी ने बताया कि पटना गांव में 20 किसान ऐसे हैं, जिनकों बैंक द्वारा कर्ज वसूली का नोटिस जारी किया गया है। उन्होने प्रदेश सरकार से मांग की है कि मृतक किसाना वंशपति साहू के परिवार को 40 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदेश सरकार द्वारा दी जाय। साथ ही जिले भर के 2 लाख 85 हजार कर्जदार सभी किसानों के कर्जे माफ किए जाय।

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