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Tendupatta Collection: रीवा जिले के तेंदूपत्ता तोड़ाई में मौसम ने डाला खलल, लक्ष्य के विरुद्ध 75 प्रतिशत ही हो सका संग्रहण

Sanjay Patel
15 Jun 2023 8:05 AM GMT
Tendupatta Collection: रीवा जिले के तेंदूपत्ता तोड़ाई में मौसम ने डाला खलल, लक्ष्य के विरुद्ध 75 प्रतिशत ही हो सका संग्रहण
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Rewa News: एमपी के रीवा में लगातार मौसम में खलल पैदा होने की वजह से इस वर्ष तेंदूपत्ता तोड़ाई में समितियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बार लक्ष्य के विरुद्ध 75 प्रतिशत ही तेंदूपत्ता का संग्रहण हो सका है।

Tendupatta Collection: एमपी के रीवा में लगातार मौसम में खलल पैदा होने की वजह से इस वर्ष तेंदूपत्ता तोड़ाई में समितियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बार लक्ष्य के विरुद्ध 75 प्रतिशत ही तेंदूपत्ता का संग्रहण हो सका है। यदि मौसम सही होता तो अब तक 90 फीसदी इसका संग्रहण हो सकता था। आंधी बारिश होने की वजह से तेंदूपत्ता संग्रहण लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका। बताया गया है कि इस बार जिले को 27500 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य दिया गया था। जिसके विरुद्ध केवल 20625 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा सका है। सूत्रों की मानें तो इस बार अतरैला में सबसे कम तेंदूपत्ता संग्रहण किया गया है। यहां सिर्फ साढ़े 5सौ मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहित हो सका है। जबकि मऊगंज और हनुमना वन परिक्षेत्र की समितियों में सबसे अधिक तेंदूपत्ता संग्रहण किया गया है। वन विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो जिले में सिर्फ तीन समितियां ही ऐसी रहीं जहां लक्ष्य से अधिक संग्रहण हो सका है। शेष समितियों में लक्ष्य के अनुरूप तेंदूपत्ता का संग्रहण नहीं हो पाया।

13 मई से शुरू हुआ था संग्रहण का काम

इस बार मौसम के खराब होने की वजह से निर्धारित समय पर तेंदूपत्ता का संग्रहण नहीं हो पाया। जबकि संग्रहण की शुरुआत 13 मई से की गई थी। हर वर्ष 2 से 5 मई के बीच संग्रहण का काम शुरू हो जाता था। लेकिन इस बार मई माह की शुरुआत में आंधी और बारिश की स्थिति बनी रही जिससे संग्रहण में एक सप्ताह से अधिक देरी हुई। डभौरा और जतरी समितियों में 22 मई से तेंदूपत्ता का संग्रहण शुरू हुआ। जबकि इसके पहले अन्य समितियों में संग्रहण शुरू हो चुका था।

नहीं मिले खरीददार

जानकारी के मुताबिक संग्रहण में विलंब होने से तेंदूपत्ता के गोदामीकरण में भी काफी देरी हो गई। जून माह का पहला सप्ताह समाप्त हो गया है और अब तक सिर्फ 30 प्रतिशत तेंदूपत्ता ही गोदाम पहुंचा है। ग्राम लघु वनोपज समिति गुढ़ के पत्ते को इस बार खरीददार ही नहीं मिला है जिससे विभागीय स्तर पर गुढ़ समिति के तेंदूपत्ता का संग्रहण कराया गया है। बताया गया है कि गुढ़ समिति का पत्ता गोदाम पहुंच गया है जिसका गोदामीकरण कर लिया गया है। वन विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह में पूरे तेंदूपत्ता का गोदामीकरण कर लिया जाएगा।

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