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रीवा के सागर सिंह सेंगर ने बढ़ाया मान, 14 साल की उम्र में जीता उत्कृष्ट ड्राइंग का अवार्ड, पिता दे रहे पुलिस में सेवा...

रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले 14 वर्षीय सागर सिंह सेंगर ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए कल्याणिका अमरकंटक स्कूल में आयोजित एक ड्राइंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट अवार्ड हासिल किया है। इस सम्मान से न केवल सागर बल्कि उनका पूरा परिवार और शुभचिंतक खुशी से झूम उठे हैं।
छोटी उम्र में बड़ा मुकाम
महज 14 साल की उम्र में सागर ने जो उपलब्धि हासिल की है, वह वाकई काबिले-तारीफ है। अपनी अद्भुत ड्राइंग के माध्यम से उन्होंने यह दिखा दिया है कि अगर लगन और मेहनत हो तो कोई भी मंजिल पाना असंभव नहीं है। सागर की यह उपलब्धि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो कला के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं।
पुलिस लाइन के निवासी हैं सागर
सागर सिंह सेंगर रीवा के पुलिस लाइन के निवासी हैं। उनके पिता सुनील सिंह सेंगर मध्य प्रदेश पुलिस में आरक्षक के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में विश्वविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सागर के पिता और माता ने हमेशा उनके इस सफर में उनका साथ दिया है। उनका अटूट समर्थन और प्रोत्साहन ही सागर को इस मुकाम तक पहुंचाने में सहायक रहा है।
कक्षा 7 के छात्र हैं सागर
सागर कल्याणिका अमरकंटक स्कूल में कक्षा 7 के छात्र हैं। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने अपनी कला को भी निखारा है। उनका यह सम्मान न केवल उनके माता-पिता के लिए गर्व का विषय है, बल्कि रीवा जिले के लिए भी सम्मान की बात है। सागर की इस सफलता से उनके स्कूल में भी खुशी का माहौल है और सभी लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं।
परिवार और शुभचिंतकों में खुशी की लहर
सागर की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है। हर कोई उनकी सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहा है। सागर ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया है कि सच्ची प्रतिभा को सही समय पर सही मंच मिले तो वह चमत्कार कर सकती है। यह सम्मान न केवल सागर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह रीवा शहर का भी गौरव है।
सागर सिंह सेंगर का नाम अब उन प्रतिभाशाली युवाओं की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने कम उम्र में ही अपनी पहचान बनाई है। उनकी यह उपलब्धि यह दर्शाती है कि रीवा में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उसे सही दिशा और समर्थन की आवश्यकता है। सागर की यह कहानी हमें सिखाती है कि सपने देखने और उन्हें पूरा करने की हिम्मत रखने वालों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।




