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रीवा-सीधी ट्रेन: सामने आई समय सारिणी, जानिए कब से होगा संचालन, स्टेशन और रूट | Rewa Sidhi Train Time Table

Rewa-Sidhi Train Latest Status, Route and Time-table: रीवा और सीधी के बीच वर्षों से लंबित रेल का सञ्चालन अब अपने अंतिम चरण में है। रेलवे सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि रीवा-सीधी ट्रेन सेवा साल 2026 से शुरू हो सकती है। इस रेल लाइन के शुरू होने से विंध्य क्षेत्र के लोगों को तेज़, सस्ती और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
Rewa to Sidhi Daily Schedule 2026 – रीवा से सीधी रोज़ाना ट्रेन टाइमिंग
सूत्रों के अनुसार, रीवा स्टेशन से ट्रेन रोज़ाना सुबह 8:40 बजे सीधी के लिए रवाना होगी, और सीधी से दोपहर 3:45 बजे रीवा लौटेगी। इस टाइमिंग को इस तरह से तय किया गया है कि यात्रियों को रेवांचल एक्सप्रेस और रीवा-आनंदविहार एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों से कनेक्टिविटी आसानी से मिल सके। इससे दिल्ली, भोपाल और जबलपुर की ओर जाने वाले यात्रियों को बहुत सुविधा होगी।
Connectivity with Major Trains – रेवांचल और रीवा-आनंदविहार के साथ कनेक्टिविटी
रीवा-सीधी ट्रेन का टाइमिंग इस तरह बनाया गया है कि यह रेवांचल एक्सप्रेस (रीवा–रानी कमलापति) और रीवा–आनंद विहार (नई दिल्ली) एक्सप्रेस के आगमन-प्रस्थान से मेल खाए। इससे यात्रियों को किसी भी ओवरलैप या लंबे इंतजार से बचाया जा सकेगा। यह रूट न सिर्फ लोकल यात्रा बल्कि इंटरसिटी कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देगा।
Rewa-Sidhi Route & Stations List – रीवा से सीधी रूट और स्टेशन सूची
नई रेल लाइन रीवा → सिलपरा → गोविंदगढ़ → बांसा → बघवार → रघुनाथपुर → रामपुर नैकिन → चुरहट → सीधी तक जाएगी।
बांसा स्टेशन रीवा जिले का आखिरी स्टेशन होगा, जबकि बघवार सीधी जिले का पहला स्टेशन बनेगा। इस रूट से यात्रा का समय लगभग 2 घंटे से घटकर 1 घंटा 20 मिनट रह जाएगा।
Chhuhia Valley Tunnel – छुहिया घाटी की 3.34 किमी लंबी सुरंग
इस प्रोजेक्ट की सबसे कठिन चुनौती रही छुहिया घाटी, जो पहाड़ी और घने जंगलों वाला इलाका है। इसे पार करने के लिए 3.34 किमी लंबी सुरंग (3338 मीटर) बनाई गई है। यह मध्यप्रदेश की सबसे लंबी रेल सुरंग है, जिससे रूट सीधा और छोटा हुआ है।
Tunnel Design & Construction Technology – सुरंग का डिज़ाइन और तकनीक
इस सुरंग का डिज़ाइन मौलाना आज़ाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MANIT), भोपाल द्वारा तैयार किया गया। निर्माण में हाई-टेक ड्रिलिंग मशीनें, कंट्रोल्ड ब्लास्टिंग, और सिंक्रोनाइज़ ड्रिलिंग तकनीक का इस्तेमाल हुआ। इंजीनियरों ने यह सुनिश्चित किया कि पहाड़ी की प्राकृतिक संरचना और भूगर्भीय स्थिरता बनी रहे।
11 मार्च 2025 – रीवा से बघवार तक सफल ट्रायल
11 मार्च 2025 को रेलवे ने रीवा से बघवार तक ट्रेन का सफल ट्रायल रन किया। यह ऐतिहासिक दिन था क्योंकि 40 वर्षों से अटकी परियोजना को आखिरकार पहली बार ट्रैक पर दौड़ता देखा गया था। इस ट्रायल में रूट की मजबूती, ट्रैक अलाइनमेंट और सिग्नलिंग सिस्टम की जांच की गई थी।
Lalitpur–Singrauli Project History (1985–2025) – 40 साल इन्तजार, अब जगी आस
रीवा-सीधी रेल लाइन, दरअसल ललितपुर-सिंगरौली परियोजना का हिस्सा है, जिसकी नींव 1985 में रखी गई थी। प्रशासनिक और तकनीकी कारणों से यह प्रोजेक्ट वर्षों तक ठप रहा। लेकिन 2016 के बाद जब मोदी सरकार के तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शिलान्यास किया, तब इस प्रोजेक्ट ने गति पकड़ी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना की केंद्र सरकार, रेल मंत्रालय से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि तक लगातार मॉनिटरिंग कर रहें हैं। रीवा से बघवार के बीच हुए ट्रायल के सफल होने के बाद अब केवल फाइनल CRS (Commissioner of Railway Safety) निरीक्षण बाकी है। रीवा से रामपुर नैकिन तक रेलवे लाइन का कार्य पूरा हो चुका है, सबसे कठिन काम था छुहिया घाटी में रेल सुरंग निर्माण का। अब एक बार फिर निर्माण कार्य में तेजी आई है। यदि सब कुछ तय समय पर हुआ, तो 2026 से नियमित यात्री ट्रेन सेवा शुरू हो सकती है।
रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी मध्य प्रदेश स्थापना दिवस (एक नवंबर) के उपलक्ष्य में मऊगंज में आयोजित एक कार्यक्रम में ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया की इस वर्ष परियोजना को 700 करोड़ रुपये का बजट प्राप्त हुआ है। रीवा से रामपुर नैकिन तक रेलवे लाइन का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि सतना से पन्ना खंड का निर्माण एक वर्ष में पूर्ण हो जाएगा।
Sidhi to Singrauli Track Status – सीधी से सिंगरौली खंड की स्थिति
वर्तमान में रामपुर नैकिन-सीधी के बीच ट्रैक बिछाने का कार्य तेजी से हो रहा है, साथ ही सीधी से सिंगरौली के बीच ट्रैक बिछाने और स्टेशन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिसमें अभी समय लग सकता है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रीवा-सीधी-सिंगरौली रेल खंड के पूरा होते ही 165 किमी लंबी पूरी रेल लाइन सेवा में आ जाएगी।
रीवा-सीधी रेल लाइन से किसानों, व्यापारियों और छोटे उद्योगों को सीधा फायदा होगा। माल ढुलाई की लागत घटेगी, कृषि उत्पादों की पहुँच नए बाजारों तक होगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह रेल लाइन विंध्य क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर साबित होगी।
Social Benefits – यात्रियों को मिलने वाली राहत
इस रेल सेवा से छात्रों, नौकरीपेशा लोगों, मरीजों और छोटे व्यापारियों को रोज़मर्रा की राहत मिलेगी। अब सीधी से रीवा मेडिकल कॉलेज या शैक्षणिक संस्थानों तक जाना आसान और सस्ता होगा। गांवों को शहरों से जोड़ने वाला यह ट्रैक सामाजिक दृष्टि से भी बहुत बड़ा कदम है।
निर्माण में सामने आईं बड़ी चुनौतियाँ
ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन प्रोजेक्ट में छुहिया घाटी में सुरंग और रेल रूट का निर्माण कार्य सबसे मुश्किल रहा — भूस्खलन, बारिश और पहाड़ी भूगोल ने बार-बार काम रोका। लेकिन रेलवे इंजीनियरों ने कंट्रोल्ड ब्लास्टिंग, स्टील टनल सपोर्ट्स, और रॉक बोल्टिंग तकनीक से समस्या का समाधान किया। सुरंग निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहा। कंट्रोल्ड ब्लास्टिंग और वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के कारण न तो पेड़ कटे, न ही जलस्रोत प्रभावित हुए। रेलवे ने स्थानीय वन विभाग के साथ मिलकर निगरानी रखी।
रीवा-सीधी ट्रेन टिकट बुकिंग
जब रीवा-सीधी के ट्रेन सेवा शुरू होगी, यात्रियों को IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप से टिकट बुक करना होगा। पहले कुछ महीनों तक यह ट्रेन डेमो ऑपरेशन मोड में चलेगी ताकि सुरक्षा और समय-पालन जांची जा सके।
📌 FAQs – रीवा-सीधी रेल से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. रीवा से सीधी ट्रेन कब चलेगी?
👉 रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह सेवा जनवरी 2026 में शुरू हो सकती है।
Q2. रीवा से सीधी ट्रेन कितने बजे रवाना होगी?
👉 रोज़ाना सुबह 8:40 बजे रीवा से, और दोपहर 3:45 बजे सीधी से वापसी होगी।
Q3. छुहिया घाटी सुरंग कितनी लंबी है?
👉 यह सुरंग 3.34 किमी (3338 मीटर) लंबी है और प्रदेश की सबसे बड़ी रेल सुरंगों में शामिल है।
Q4. क्या यह लाइन सिंगरौली तक जाएगी?
👉 हाँ, ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत सीधी से सिंगरौली खंड का निर्माण जारी है, पूरा होने पर यह 165 किमी की लाइन सेवा में आएगी।
Rewa Riyasat News
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