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500 रुपए की रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथ गिरफ्तार, रीवा लोकायुक्त की कार्रवाई

- रीवा लोकायुक्त टीम ने पटवारी नवीन गुप्ता को 500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
- नामांतरण प्रक्रिया के एवज में 2000 रुपए की रिश्वत मांगी गई थी, फरियादी ने शिकायत कर कार्रवाई कराई।
- छापामार कार्रवाई कृष्ण कुंज, रीवा स्थित पटवारी के आवास पर की गई।
- कार्रवाई लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया के नेतृत्व में हुई।
रीवा में लोकायुक्त की कार्रवाई, पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
रीवा जिले में शनिवार, 6 दिसंबर 2025 को लोकायुक्त पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए हल्का बरेही में पदस्थ पटवारी नवीन गुप्ता को 500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई फरियादी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद सुनियोजित तरीके से की गई।
नामांतरण के लिए मांगी गई थी रिश्वत
जानकारी के अनुसार, फरियादी राजेश कुमार यादव निवासी महसुआ की पत्नी ने हाल ही में भूमि खरीदी थी। भूमि के नामांतरण की प्रक्रिया के दौरान पटवारी द्वारा 2000 रुपये की रिश्वत की मांग की गई। रिश्वत मांगने से परेशान होकर फरियादी सीधे रीवा लोकायुक्त के पास पहुंचे और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई।
लोकायुक्त की योजना: जाल बिछाकर पकड़ा गया आरोपी
शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त टीम ने पूरी कार्रवाई को ट्रैप ऑपरेशन के तहत अंजाम देने का निर्णय लिया। शनिवार को निर्धारित समय पर टीम ने फरियादी को साथ लेकर पटवारी के कृष्णा कुंज, रीवा शहर स्थित आवास पर छापा मारा और नकद 500 रुपये स्वीकार करते समय आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया के नेतृत्व में कार्रवाई
इस सफल ट्रैप कार्रवाई का नेतृत्व लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया ने किया। टीम में कई अन्य अधिकारी और तकनीकी कर्मचारी भी शामिल थे, जिन्होंने पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान करंसी नोटों पर पहले से ही केमिकल टेस्ट की पुष्टि की गई, जिसे मौके पर सत्यापित किया गया।
पटवारी नवीन गुप्ता पदस्थ थे बरेही हल्का में
आरोपी पटवारी नवीन गुप्ता तहसील रायपुर कर्चुलियान के हल्का बरेही में पदस्थ थे। शिकायत के बाद टीम ने सीधे उनके आवास पर छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार किया। लोकायुक्त अधिकारियों ने उनके कार्यालय, रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों की भी जांच शुरू कर दी है।
फरियादी ने बताया पूरा घटनाक्रम
फरियादी राजेश यादव के अनुसार, उनकी पत्नी द्वारा खरीदी गई जमीन के नामांतरण को लेकर पिछले कई दिनों से पटवारी द्वारा देरी की जा रही थी। फरियादी का दावा है कि पटवारी ने सीधे उनसे पैसे की मांग की और बिना भुगतान किए नामांतरण प्रक्रिया आगे न बढ़ाने की बात कही।
मामले में आगे की कार्रवाई जारी
लोकायुक्त ने बताया कि आरोपी पटवारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा उसके द्वारा संभाले जा रहे रिकॉर्ड, नामांतरण से जुड़े दस्तावेज और कार्यालय कार्य प्रणाली की भी विस्तृत जांच की जाएगी।
FAQs — रीवा लोकायुक्त रिश्वत मामला
Q1. पटवारी को किस आरोप में पकड़ा गया?
पटवारी को नामांतरण के बदले 500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
Q2. कार्रवाई कहाँ हुई?
कृष्ण कुंज, रीवा शहर स्थित पटवारी नवीन गुप्ता के आवास पर कार्रवाई की गई।
Q3. कार्रवाई किसने की?
रीवा लोकायुक्त टीम ने निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया के नेतृत्व में कार्रवाई की।
Q4. फरियादी कौन था?
फरियादी राजेश कुमार यादव निवासी महसुआ थे।
Q5. आगे क्या होगा?
आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी और दस्तावेजों की आगे जांच जारी रहेगी।




