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रीवा: अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम ने ढहा दिए आधा दर्जन से अधिक दुकानें, विरोध के बीच स्थानीय लोगों की पुलिस से हुई झड़प

रीवा: अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम ने ढहा दिए आधा दर्जन से अधिक दुकानें, विरोध के बीच स्थानीय लोगों की पुलिस से हुई झड़प
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रीवा: नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के रसिया मोहल्ले में वर्षों से संचालित आधा दर्जन से अधिक दुकानें ढहा दी। नगर निगम द्वारा संबंधित दुकानों को अतिक्रमण की चपेट में बताया।

रीवा: नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के रसिया मोहल्ले में वर्षों से संचालित आधा दर्जन से अधिक दुकानें ढहा दी। नगर निगम द्वारा संबंधित दुकानों को अतिक्रमण की चपेट में बताया। इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय निवासियों और पुलिस के बीच जम कर झड़प हुई। बताया गया है कि स्थानीय लोगों ने दुकान तोड़ने की कार्रवाई का जमकर विरोध किया। नगर निगम अधिकारियों की माने तो स्थानीय लोगों को शासकीय भूमि पर आवासीय पट्टा दिया गया था। लेकिन स्थानीय लोगों ने आवासीय पट्टे पर दुकानें बना ली। जो कि अवैधानिक है। फलस्वरूप नगर निगम द्वारा अंतिक्रमित दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई की गई।


दो दिन पहले नोटिस

स्थानीय निवासियो की माने तो नगर निगम की यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है। नगर निगम द्वारा दो दिन पूर्व हम लोगों को दुकान हटाने संबंधी नोटिस दी गई। जबकि नियमानुसार नगर निगम को 15 दिन पूर्व नोटिस दी जानी चाहिए। लेकिन नगर निगम ने नियमों को धता बताते हुए हमारे रोजी-रोटी के साधन पर जेसीबी चला कर उसे तोड़ दिया।


क्या कहते हैं स्थानीय निवासी

स्थानीय निवासियों की माने तो हम पिछले 70 साल से यहां रह रहे है, लेकिन नगर निगम ने हमारी दुकानें तोड़ दी। नगर निगम जाम लगने की बात कहते हुए दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई की है। अगर ऐसा ही है तो पूरे शहर में जाम लगता है। बताते हैं कि कुछ बड़े व्यापारियों को लाभ देने के लिए ही यह कार्रवाई नगर निगम द्वारा की गई है।

ये रहे उपस्थित

नगर निगम की इस कार्रवाई के दौरान डीएसपी यातायात मनोज वर्मा, सीएसपी एसएन प्रसाद, तहसीलदार यतीश शुक्ला, नगर निगम से एसके त्रिपाठी, एसके चतुर्वेदी, दिलीप तिवारी सहित अतिक्रमण दस्ता और पुलिस बल उपस्थित रहा।



इनका कहना है

नगर निगम के जोनल ऑफिसर एसके त्रिपाठी ने कहा कि आवासीय पट्टे पर स्थानीय लोगों ने दुकान बना ली थी। जिसके कारण यहां जाम की स्थिति निर्मित हो रही थी। इसी कारण से नगर निगम द्वारा चिन्हित आधा दर्जन से अधिक दुकानां को हटाने की कार्रवाई की गई।

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