
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- रीवा में नाबालिग...
रीवा में नाबालिग छात्रा से दरिंदगी: स्कूल से लौटते समय झाड़ियों में ले जाकर किया रेप, आरोपी गिरफ्तार

रीवा जिले के मनगवां थानाक्षेत्र में एक सात वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है.
छेड़खानी को नज़रअंदाज़ करना पड़ा भारी, सुनसान रास्ते का फायदा उठाकर दरिंदे ने दिया वारदात को अंजाम, पुलिस ने यूपी बॉर्डर पर घेराबंदी कर पकड़ा।
खबर के मुख्य अंश (News Highlights)
- मध्य प्रदेश के रीवा ज़िले में 7 अक्टूबर (मंगलवार) को एक नाबालिग छात्रा को स्कूल से लौटते समय निशाना बनाया गया।
- गढ़ थाना क्षेत्र में मोहम्मद इरफान नाम के आरोपी ने सुनसान जगह पर छात्रा को रोका और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।
- पीड़िता के चीखने-चिल्लाने पर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिससे आरोपी जंगल की ओर भागने में सफल रहा।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, आरोपी को उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर घेराबंदी कर गिरफ्तार किया और न्यायिक हिरासत में जेल भेजा।
- छात्रा कई दिनों से हो रही छेड़खानी को नज़रअंदाज़ कर रही थी, जिसका फायदा उठाकर बदमाश ने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया।
रीवा के गढ़ में नाबालिग पर दरिंदगी की हदें पार (The Extent of Cruelty on a Minor in Rewa's Garh)
मध्य प्रदेश का रीवा ज़िला एक बार फिर शर्मसार हुआ है। यहां के गढ़ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यह घटना बीते मंगलवार, यानी 7 अक्टूबर को उस समय हुई जब बच्ची स्कूल से अपनी छुट्टी के बाद घर की ओर लौट रही थी। आरोपी, जिसकी पहचान मोहम्मद इरफान के रूप में हुई है, काफी दिनों से इस लड़की का पीछा कर रहा था। घात लगाकर बैठे इस दरिंदे ने सुनसान रास्ते का फायदा उठाया और छात्रा को अकेला पाकर उसे जबरन रोका। इस पूरी घटना ने एक बार फिर बच्चियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और स्थानीय लोगों में आक्रोश भर दिया है।
पीड़िता के बयान और पुलिस जांच के अनुसार, आरोपी इरफान ने पहले बच्ची का मुंह दबाया, ताकि वह चीख न सके। इसके बाद उसे खींचकर पास की झाड़ियों में ले गया। यही वो जगह थी जहां उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। जैसे ही बच्ची को मौका मिला, उसने हिम्मत कर शोर मचाना शुरू कर दिया। उसकी चीखें सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे कुछ ग्रामीण तुरंत मौके की ओर दौड़े। लोगों को अपनी तरफ आता देख, बदमाश इरफान तुरंत वहां से भागने लगा। ग्रामीणों ने उसे पकड़ने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह उनकी पकड़ में नहीं आ सका। इसके बाद, ग्रामीणों ने बिना देर किए गढ़ थाना पुलिस को इस पूरी घटना की सूचना दी।
पीड़िता की अनदेखी और आरोपी की चालाकी (Victim's Ignorance and Accused's Cunning)
यह चौंकाने वाली बात सामने आई है कि आरोपी मोहम्मद इरफान कई दिनों से इस नाबालिग छात्रा को परेशान कर रहा था। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब भी वह स्कूल आती-जाती थी, वह उसे घूरकर देखता था और उसका दूर तक पीछा भी करता था। यह सब देखकर लड़की काफी डरी-डरी रहती थी। एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया के तौर पर, उसने इस डर और परेशानी की बात अपने परिवार वालों को नहीं बताई। उसे लगा कि शायद अगर वह इन हरकतों को इग्नोर करती रहेगी, तो बदमाश अपने आप पीछा करना छोड़ देगा। इस तरह की सोच अक्सर बच्चे या पीड़ित अपना लेते हैं ताकि वे अपने परिवार को परेशान न करें। लेकिन, इरफान ने छात्रा की इसी अनदेखी और चुप्पी का फायदा उठाया और अपनी दुर्भावनापूर्ण योजना को अंजाम देने के लिए सही समय का इंतज़ार किया।
घटना वाले दिन, मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे, जब छात्रा स्कूल की तरफ जा रही थी, इरफान ने एक सुनसान रास्ते पर उसे रोका। उसने पहले तो छात्रा की साइकिल को ज़ोर से धक्का मारा, जिससे वह और साइकिल दोनों घास में गिर गए। इसके बाद उसने जबरन उसका मुंह दबाकर उसे शांत करने की कोशिश की और मारपीट भी की। ज़बरदस्ती उसे झाड़ियों में खींचकर ले जाया गया। यह सुनसान रास्ता इरफान के लिए 'सही जगह' बन गया और उसने वहां इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। यह घटना दिखाती है कि कैसे कुछ अपराधी बच्चों की मासूमियत और उनके डर का फायदा उठाकर अपनी दरिंदगी को अंजाम देते हैं। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और जल्द ही आरोपी को कड़ी सज़ा दिलवाने के लिए चार्जशीट तैयार करेंगे।
यूपी बॉर्डर से हुई आरोपी की गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत (Accused's Arrest from UP Border and Judicial Custody)
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी इरफान पुलिस को चकमा देने की फिराक में था। वह जानता था कि अब पुलिस उसकी तलाश में है और वह जल्द से जल्द राज्य छोड़कर भागना चाहता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह मध्य प्रदेश की सीमा पार करके उत्तर प्रदेश में घुसने की योजना बना रहा था, ताकि कानूनी शिकंजे से बच सके। लेकिन, गढ़ थाना पुलिस ने त्वरित और सटीक सूचना के आधार पर अपनी टीमों को सक्रिय कर दिया। पुलिस ने तुरंत ज़िले की सीमाओं और संभावित भागने के रास्तों पर घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस की मुस्तैदी काम आई और एक सफल घेराबंदी के बाद, आरोपी मोहम्मद इरफान को यूपी बॉर्डर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। यह पुलिस की एक बड़ी सफलता है क्योंकि ऐसे मामलों में अपराधी अक्सर दूर भागने में सफल हो जाते हैं।
गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और पॉक्सो अधिनियम (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस मामले की जांच में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और आरोपी को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सज़ा दिलवाई जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर समाज को झकझोर दिया है और यह आवश्यक हो गया है कि स्कूल आने-जाने वाली बच्चियों की सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन और अभिभावक दोनों ही अपनी ज़िम्मेदारियों को और भी ज़्यादा गंभीरता से लें। ज़िले में इस घटना के बाद से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं, जिस पर ज़िला प्रशासन को तुरंत ध्यान देना चाहिए। यह कहानी सिर्फ एक अपराध की नहीं, बल्कि समाज में व्याप्त उस डर और असुरक्षा की भावना की है जिसका सामना हमारी बेटियां हर दिन करती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और जवाब (FAQs)
सवाल: यह घटना मध्य प्रदेश के किस ज़िले और थाना क्षेत्र में हुई?
जवाब: यह घटना मध्य प्रदेश के रीवा ज़िले के गढ़ थाना क्षेत्र में हुई।
सवाल: आरोपी का नाम क्या है और उसे पुलिस ने कहां से गिरफ्तार किया?
जवाब: आरोपी का नाम मोहम्मद इरफान है। पुलिस ने उसे वारदात के बाद भागने की कोशिश करते समय उत्तर प्रदेश (यूपी) बॉर्डर के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
सवाल: पीड़िता ने पहले हो रही छेड़खानी के बारे में परिवार को क्यों नहीं बताया?
जवाब: पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह अपने घरवालों को परेशान और चिंतित नहीं करना चाहती थी, इसलिए उसने आरोपी की हरकतों को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश की, जिसका फायदा बदमाश ने उठाया।
Rewa Riyasat News
2013 में स्थापित, RewaRiyasat.Com एक विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल है जो पाठकों को तेज़, सटीक और निष्पक्ष खबरें प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय घटनाओं तक की भरोसेमंद जानकारी पहुंचाना है।




