रीवा

REWA : कोरोना काल में सिर्फ पुलिस निभा रही संसार के सारे रिश्ते, बाकी सब झूठे

Aaryan Dwivedi
25 April 2021 6:51 PM GMT
REWA : कोरोना काल में सिर्फ पुलिस निभा रही संसार के सारे रिश्ते, बाकी सब झूठे
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रीवा (Rewa News)। वर्तमान कोरोना संकट काल में सिर्फ पुलिस का ही एक ऐसा रिश्ता है जो आपके जीवन से लेकर मौत तक की चिंता कर रहा है और ईमानदारी से रिश्ता निभाने को तैयार है। चाहे वह माता-पिता का रिश्ता हो, चाहे दोस्त का रिश्ता हो, चाहे वह भाई का रिश्ता हो या अन्य कोई रिश्ता हो, वह सिर्फ पुलिस के लोग ही निभा रहे हैं। पुलिस यह भी नहीं देख रही कि वह गरीब है या अमीर, सबकी मदद समान तौर कर रही है।

रीवा (Rewa News)। वर्तमान कोरोना संकट काल में सिर्फ पुलिस का ही एक ऐसा रिश्ता है जो आपके जीवन से लेकर मौत तक की चिंता कर रहा है और ईमानदारी से रिश्ता निभाने को तैयार है। चाहे वह माता-पिता का रिश्ता हो, चाहे दोस्त का रिश्ता हो, चाहे वह भाई का रिश्ता हो या अन्य कोई रिश्ता हो, वह सिर्फ पुलिस के लोग ही निभा रहे हैं। पुलिस यह भी नहीं देख रही कि वह गरीब है या अमीर, सबकी मदद समान तौर कर रही है।

आपको बता दें कि वर्तमान में यदि किसी के साथ कोई घटना हो जाय या बीमार हो जाय तो कोई रिश्तेदार उसके घर की तरफ देखने को तैयार नहीं है। उसे डर है कि हो सकता है कि इसका स्वास्थ्य कोरोना संक्रमण से खराब हो गया हो और वह भी चपेट में न फंस जाय। इसी डर के कारण चाहे नजदीकी रिश्तेदार ही क्यों न हो पर कोई मदद को तैयार नहीं है। लेकिन इसकी जानकारी जैसे ही पुलिस को होगी तो वह बिना किसी भेदभाव उसे अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था करेगी। जान बच गई तो ठीक है अन्यथा अंतिम संस्कार भी करवाएगी।

अब बताओ कौन रिश्ता बड़ा

अब आप ही बताओ कि इस संसार में कौन रिश्ता बड़ा है। मानवता का या सामाजिक नाते-रिश्ते। पुलिस खुद का जीवन संकट में डालकर आपको सुरक्षित रहने का हर समय संदेश दे रही है और सुरक्षित रखने के सारे उपाय कर रही है। आपके साथ मारपीट भी यदि पुलिस कर रही है तो आपकी सुरक्षा के लिये ही कर रही है। दूसरे की सुरक्षा करते हुए कई पुलिस कर्मी भाई अपनी जान तक गवां चुके हैं। आप समझ गए होंगे सबसे बड़ा रिश्ता मानवता का होता है।

वृद्ध का दो दिनों तक पड़ा रहा घर के अंदर शव, पुलिस ने किया अंतिम संस्कार

मामला जबलपुर का है। एक वृद्ध का शव दो दिनों तक घर के पड़ा रहा लेकिन न तो पड़ोसियों देखने की जहमत उठाई और ना ही परिवार के लोग। अंततः पुलिस को सूचना मिली और पुलिस ने सारे रिश्ते निभाए। जानकारी सालीबाड़ा पेटोल पंप के सामने वन विहार कालोनी निवासी परेश सौरभि की दो दिन पहले मौत हो गई। वृद्ध परेश दिव्यांग थे और घर में अकेले रहते थे। उनके भाई और परिवार सिविल लाइन में रहे थे। इसी दौरान उनकी तबियत खराब हुई और मौत हो गई। शनिवार को पड़ोसियों को भनक लगी तो पुलिस को सूचना दी।

रविवार की सुबह गौर चैकी पुलिस पहुंची। जहां चैकी प्रभारी नितिन पांडेय ने बताया कि वृद्ध का शव औधे मुंह पड़ा था। शव से दुर्गन्ध आने लगी थी। पुलिस द्वारा बड़े भाई नरेंद्र सौरभि से संपर्क किया गया तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिये, उनका परिवार कोरोना की चपेट में आकर होम आइसोलेशन में है। इसके बाद पुलिस की देखरेख में वृद्ध का अंतिम संस्कार नगर निगम की टीम द्वारा किया गया।

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