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रीवा के हनुमना स्वास्थ्य शिविर में महिला की मौत, परिवार ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप; शिविर में डिप्टी सीएम भी मौजूद रहें

रीवा के हनुमना स्वास्थ्य शिविर में महिला की मौत, परिवार ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप; शिविर में डिप्टी सीएम भी मौजूद रहें
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रीवा के हनुमना मंडी में आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में 50 वर्षीय नीलू कोल की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया, कांग्रेस ने जांच की मांग की।

🔴 Highlights – Rewa Hanumana Health Camp Incident

  • नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में 50 वर्षीय महिला की मौत
  • परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया
  • डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल कार्यक्रम में मौजूद थे
  • कांग्रेस ने मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की

रीवा। जिले के हनुमना मंडी में सोमवार को आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के दौरान एक 50 वर्षीय महिला की मौत होने का मामला सामने आया है। इससे पूरे शिविर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मृतका की पहचान नीलू कोल निवासी गोरमा दादर के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों द्वारा समय पर उचित ध्यान न देने से उनकी जान चली गई। वहीं प्रशासन का कहना है कि महिला की हालत पहले से ही गंभीर थी।

घटना के बाद शिविर में मौजूद अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में मरीजों और परिजनों की भीड़ एकत्र हो गई और तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों को स्थिति संभालनी पड़ी। इस घटना ने स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्थाओं और प्रबंधन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

Deputy CM Rajendra Shukla Also Present During Camp

यह स्वास्थ्य शिविर बेहद बड़े पैमाने पर आयोजित किया गया था और इसमें उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सहित प्रशासनिक अधिकारी, भाजपा नेता और लगभग 75 से अधिक डॉक्टर मौजूद थे। इतने बड़े आयोजन में हर तरह की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद महिला की मौत होना चर्चा का विषय बन गया है।

शिविर में मरीजों के लिए अलग-अलग विभागों की विशेषज्ञ टीमें मौजूद थीं, लेकिन घटना के बाद उठे सवालों से यह सवाल गहराता जा रहा है कि क्या व्यवस्थाओं में कहीं न कहीं कमी रह गई थी? परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें जांच कराने में काफी संघर्ष करना पड़ा।

परिजन बोले— समय पर इलाज मिलता तो बच सकती थी जान

नीलू कोल के पति शिवचरण और उनकी सास बिट्टा कोल सुबह से ही महिला को दिखाने शिविर में पहुंचे थे। परिजनों का कहना है कि उन्हें विभिन्न काउंटरों पर इधर-उधर दौड़ाया जाता रहा और किसी भी डॉक्टर ने तुरंत प्राथमिक उपचार नहीं दिया। काफी इंतजार के बाद महिला की प्राथमिक जांच हो पाई।

जांच के दौरान महिला का ब्लड शुगर लेवल 550 से अधिक पाया गया, जिसे काफी खतरनाक स्थिति माना जाता है। डॉक्टरों ने तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। लेकिन परिजनों के निर्णय लेने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया।

Administration Clarifies: Condition Already Critical

स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी बीएमओ डॉ. सम्राट कुशवाहा ने बताया कि महिला पिछले तीन वर्षों से डायबिटीज की बीमारी से जूझ रही थी। पिछले कुछ महीनों से उसकी स्थिति और गंभीर होती जा रही थी। शिविर में की गई जांच में उसका शुगर स्तर खतरनाक रूप से बढ़ा हुआ मिला। डॉक्टरों द्वारा भर्ती करने की सलाह देते ही उसकी हालत और बिगड़ गई। डॉक्टरों ने कहा कि महिला को पहले ही प्रतीक्षा में रहना पड़ा और शुगर लेवल अत्यधिक होने के कारण मृत्यु हो गई।

हालाँकि, परिजन प्रशासन के इस दावे को स्वीकार नहीं कर रहे। उनका कहना है कि महिला घर से आई तब स्वस्थ थी और यदि समय पर सही उपचार मिल जाता तो जान बच सकती थी।

Congress Demands Inquiry into Death

घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिविर में मौत होना कई सवाल खड़े करता है और प्रशासन को इसकी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शिविर में गंभीर मरीजों को बड़े अस्पताल में भेजे जाने की बात कही गई थी, लेकिन जिस तरह से यह घटना हुई है, वह प्रबंधन की लापरवाही का संकेत देती है। उन्होंने कहा कि जांच से सच्चाई सामने आनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

घटना से शिविर में हड़कंप, प्रशासन ने दी समझाइश

महिला की मौत के तुरंत बाद शिविर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। परिजनों ने नाराजगी जताते हुए व्यवस्था पर सवाल उठाए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और समझाइश दी। अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी।



FAQs – Rewa Hanumana Health Camp Incident

महिला की मौत कब और कहाँ हुई?

मौत हनुमना मंडी में आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के दौरान हुई।

महिला को कौन-सी बीमारी थी?

महिला तीन वर्ष से डायबिटीज की बीमारी से जूझ रही थी और सोमवार को उसका शुगर लेवल 550+ पाया गया।

परिजनों ने क्या आरोप लगाए?

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने समय पर इलाज नहीं दिया, जिससे महिला की मौत हो गई।

क्या राजनीतिक प्रतिक्रिया आई?

कांग्रेस ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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