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रीवा GMH में सीनियर डॉक्टर्स का विवाद गहराया: गायनी विभाग में डॉक्टरों की लड़ाई मंत्रालय पहुंची, HOD पर गंभीर आरोप

- रीवा GMH के गायनी विभाग में डॉक्टरों का विवाद मंत्रालय तक पहुंचा।
- डॉक्टर पूजा गंगवार ने HOD डॉ. बीनू सिंह पर गंभीर आरोप लगाए।
- अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को खारिज किया, कहा—मरीज की मौत की जांच से बचने की कोशिश।
- स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया।
रीवा के संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय (GMH) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में वरिष्ठ और कनिष्ठ डॉक्टरों के बीच चल रहा तनाव अब मंत्रालय तक पहुँच चुका है। विभाग में लगातार बढ़ती शिकायतों, आरोप–प्रत्यारोप और कार्य वातावरण में बिगाड़ को लेकर मामला कई दिनों से सुर्खियों में था, लेकिन अब यह औपचारिक शिकायत के रूप में स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल के दरबार तक जा पहुँचा है।
डॉ. पूजा गंगवार की शिकायत: HOD पर गंभीर आरोप
गायनी विभाग में पदस्थ डॉ. पूजा गंगवार ने विभागाध्यक्ष डॉ. बीनू सिंह पर कार्यशैली, अनुशासनहीनता, व्यवहार और विभाग में अनावश्यक दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में काम करना अब सामान्य परिस्थिति से बाहर हो गया है।
डॉ. पूजा का आरोप है कि विभागाध्यक्ष के कारण विभाग में शत्रुतापूर्ण माहौल बन गया है, जिससे मरीजों को दी जाने वाली चिकित्सा सेवा प्रभावित हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में मरीजों की मौत होती रहती है, जबकि "मैडम निजी कार्यक्रमों, विवाह समारोहों और अन्य गतिविधियों में व्यस्त रहती हैं।"
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से मुलाकात, सौंपी लिखित शिकायत
पूजा गंगवार और विभाग के कई अन्य वरिष्ठ एवं कनिष्ठ चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से मुलाकात की और विभागाध्यक्ष के खिलाफ विस्तृत लिखित शिकायत सौंपी। शिकायत में बताया गया कि:
- विभाग में अमर्यादित व्यवहार हो रहा है,
- अनुशासनहीनता बढ़ रही है,
- कार्य वातावरण बेहद तनावपूर्ण है,
- डॉक्टरों पर अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है।
डॉक्टरों ने मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि विभागीय माहौल लगातार बिगड़ रहा है और इसका सीधा असर मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है।
मंत्री बोले—निष्पक्ष जांच होगी, मरीजों की सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी
स्वास्थ्य मंत्री ने शिकायत सुनने के बाद डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि मामले की पूरी तरह निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। मंत्री ने साफ कहा कि मरीजों को मिलने वाली सेवाओं में किसी भी तरह की कमी स्वीकार नहीं की जाएगी, भले ही विभाग में विवाद क्यों न चल रहा हो।
अस्पताल प्रशासन का जवाब — “आरोप निराधार, 2 नवंबर को मरीज की मौत की जांच से बच रही हैं डॉक्टर”
दूसरी ओर GMH प्रशासन और विभागाध्यक्ष डॉ. बीनू सिंह ने डॉक्टर पूजा गंगवार द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। प्रशासन ने कहा कि 2 नवंबर को डॉ. पूजा की ड्यूटी के दौरान एक प्रसूता की मौत का मामला सामने आया था, जिसकी जांच के लिए उनसे स्पष्टीकरण माँगा गया था।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि डॉक्टर पूजा से जब स्पष्टीकरण मांगा गया, तो उन्होंने जांच का सामना करने के बजाय इस्तीफा दे दिया।
7 नवंबर को तीन शिकायतें दर्ज, उसी दिन इस्तीफा
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, 2 नवंबर की घटना के बाद 7 नवंबर को इस मामले में CM हेल्पलाइन पर तीन शिकायतें भी दर्ज हुई थीं। उसी दिन दोपहर में डॉ. पूजा ने अपना इस्तीफा दे दिया, जिससे अस्पताल प्रशासन का मानना है कि पूरी प्रक्रिया से बचने का प्रयास किया गया।
डीन की प्रतिक्रिया — “3 डॉक्टरों ने निजी कारणों से दिया इस्तीफा”
श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुनील अग्रवाल ने भी इस विवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि गायनी विभाग की डॉ. कल्पना यादव, डॉ. सरिता सिंह और डॉ. पूजा गंगवार—तीनों ने निजी कारणों का हवाला देकर इस्तीफा दिया है।
डीन ने यह भी कहा कि इनमें से दो डॉक्टर निजी प्रैक्टिस भी करती हैं, जो इस्तीफे की वजह का हिस्सा हो सकता है।
GMH विभाग में दो गुट—तनाव से स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित होने की आशंका
गायनी विभाग में लंबे समय से दो गुटों के बीच खींचतान की खबरें आती रही हैं। डॉक्टरों के बीच लगातार टकराव की वजह से विभाग का कार्य वातावरण प्रभावित हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का माहौल सीधे–सीधे मरीजों की सुरक्षा और उपचार की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।
FAQs – Rewa GMH Doctors Controversy
1. विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
2 नवंबर को एक मरीज की मौत के मामले में उठे सवालों के बाद विभाग में तनाव बढ़ा।
2. डॉक्टर पूजा गंगवार ने क्या आरोप लगाए?
उन्होंने HOD पर अनुशासनहीनता, दबाव, अमर्यादित व्यवहार और गैर-जिम्मेदारी के आरोप लगाए।
3. अस्पताल प्रशासन का क्या कहना है?
प्रशासन का कहना है कि डॉक्टर जांच से बचने की कोशिश कर रही हैं और आरोप तथ्यहीन हैं।
4. क्या मामले की जांच होगी?
हाँ, स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है।
Rewa Riyasat News
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