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खाद वितरण की व्यवस्था में रीवा प्रशासन नाकाम: वितरण केंद्र में मची भगदड़, गिरे लोगों को कुचलते हुए निकली भीड़; 4 महिलाएं, 2 पुरुष की हालत गंभीर

- रीवा में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद नई घटना
- कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही
- सुबह से लाइन, अचानक खुला गेट और भगदड़
- किसानों की हालत और घायलों की स्थिति
- राजनीतिक प्रतिक्रिया और PCC चीफ का बयान
- प्रशासन पर उठ रहे सवाल
- FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रीवा में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद नई घटना
रीवा में खाद वितरण को लेकर मंगलवार दोपहर एक और गंभीर घटना सामने आई। एक दिन पहले किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद दूसरे दिन उमरी के वितरण केंद्र पर अचानक भगदड़ मच गई। इस दौरान चार महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं जबकि दो पुरुषों को भी चोटें आईं। घटना से किसानों का गुस्सा और भी भड़क उठा है।
कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही
हादसे की वजह प्रशासनिक लापरवाही बताई जा रही है। दरअसल, खाद वितरण के लिए कॉलेज परिसर को चुना गया था। सुबह से ही सैकड़ों किसान खाद लेने पहुंचे लेकिन गेट नहीं खोला गया। कॉलेज प्रबंधन का कहना था कि वितरण केंद्र को शिफ्ट किया जा रहा है, वहीं किसान इसे लेकर असंतुष्ट थे और वहीं बने रहने पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने स्थिति संभालने का कोई प्रयास नहीं किया।
सुबह से लाइन, अचानक खुला गेट और भगदड़
सुबह से भूखे-प्यासे किसान लाइन में खड़े थे। दोपहर बाद एडीएम सपना चौधरी और एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर एएसपी आरती सिंह मौके पर पहुंचीं और गेट खुलवाया। जैसे ही गेट खुला, भीड़ बेकाबू हो गई और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। भगदड़ में चार महिलाएं दबकर बेहोश हो गईं। एक महिला के दांत तक मसूड़ों में धंस गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रही।
किसानों की हालत और घायलों की स्थिति
घटना में घायल महिलाओं और पुरुषों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। कई किसान गिरने और भीड़ के दबाव में चोटिल हो गए। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने समय रहते इंतजाम नहीं किए, जिसकी वजह से हालात बेकाबू हुए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और PCC चीफ का बयान
रीवा की इस घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा – "जो सरकार किसानों को खाद नहीं दे सकती, वो सरकार निकम्मी है।" इस बयान से सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
लगातार दो दिनों से किसानों से जुड़े घटनाक्रमों ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खाद वितरण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर लाठीचार्ज और फिर भगदड़ होना प्रशासनिक व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है। किसान संगठनों ने भी इस पर नाराजगी जताई है और व्यवस्था सुधारने की मांग की है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. रीवा में भगदड़ कब और कहाँ हुई?
Ans: मंगलवार दोपहर उमरी स्थित खाद वितरण केंद्र पर यह भगदड़ हुई।
Q2. इस हादसे में कितने लोग घायल हुए?
Ans: चार महिलाएं और दो पुरुष गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
Q3. हादसे की वजह क्या थी?
Ans: कॉलेज प्रबंधन द्वारा गेट बंद रखना और अचानक खोलने से भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई।
Q4. राजनीतिक प्रतिक्रिया किसने दी?
Ans: कांग्रेस के PCC चीफ जीतू पटवारी ने घटना पर नाराजगी जताई और सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
Rewa Riyasat News
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