रीवा

सिस्टम की उदासीनता से शर्मसार हुआ रीवा / कंटेनमेंट जोन में छत से गिरी बेटी को नहीं मिली एम्बुलेंस, ठेले में अस्पताल ले गया बेबस पिता

Aaryan Dwivedi
23 May 2021 7:50 PM GMT
सिस्टम की उदासीनता से शर्मसार हुआ रीवा / कंटेनमेंट जोन में छत से गिरी बेटी को नहीं मिली एम्बुलेंस, ठेले में अस्पताल ले गया बेबस पिता
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रीवा. सिस्टम की उदासीनता के चलते रीवा एक बार फिर शर्मसार हुआ है. कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) में लड़की छत से गिर गई. पिता ने कई बार एम्बुलेंस, स्वास्थ्य विभाग और नगर पंचायत से मदद मांगी, लेकिन सिस्टम के कानों में जू तक न रेंगी. आखिरकार बेबस पिता 12 घंटे के बाद तड़पती बेटी को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचा. 

रीवा. सिस्टम की उदासीनता के चलते रीवा एक बार फिर शर्मसार हुआ है. कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) में लड़की छत से गिर गई. पिता ने कई बार एम्बुलेंस, स्वास्थ्य विभाग और नगर पंचायत से मदद मांगी, लेकिन सिस्टम के कानों में जू तक न रेंगी. आखिरकार बेबस पिता 12 घंटे के बाद तड़पती बेटी को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचा.

मानवता को शर्मसार करने वाला यह मामला मऊगंज कस्बे का है. जहां वार्ड नंबर 5 को दो दर्जन से अधिक कोरोना संक्रमित मिलने की वजह से कंटेनमेंट ज़ोन घोषित किया गया है. साथ ही चारों तरफ से सील कर दिया गया है.

इसी इलाके में शनिवार की सुबह 9 बजे एक बेटी छत से गिर गई. इलाज के लिए बेबस पिता सुबह से ही एम्बुलेंस से लेकर स्वास्थ्य विभाग और नगर पंचायत के जिम्मेवारों को फोन करता रहा. लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की. चारों तरफ से रास्ते बंद और कंटेनमेंट ज़ोन होने की वजह से बेबस पिता को और उसकी तड़पती बेटी को रात 9 बजे तक कोई मदद नहीं मिल पाई.

इसके बाद बेबस पिता ने ठेले में बेटी को लेटाया और इलाज के लिए नियम तोड़कर सिविल अस्पताल लेकर पहुंच गए. जहां देर रात उसका इलाज शुरू हो सका. इस दौरान किसी ने इस दृश्य का वीडियो बना लिया और फिर सिस्टम की पोल खुल गई.

सिस्टम को नहीं पड़ता फर्क

आरोप है, दर्द से कराह रही बेटी का पिता नगर पंचायत से लेकर मोहल्ले के जागरूक लोगों से भी मदद मांगी, पर कोई अस्पताल ले जाने के लिए तैयार नहीं था. सबका य​ही कहना था, सिस्टम की तारबंदी तोड़कर कौन केस लगवाएगा.

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