रीवा

REWA: ई कॉमर्स ऑनलाइन बेबसाइड के माध्यम से बहने भेज रही भाइयो को राखियां, डिजिटल ऑनलाइन बना सहारा

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:26 AM GMT
REWA: ई कॉमर्स ऑनलाइन बेबसाइड के माध्यम से बहने भेज रही भाइयो को राखियां, डिजिटल ऑनलाइन बना सहारा
x
REWA: ई कॉमर्स ऑनलाइन बेबसाइड के माध्यम से बहने भेज रही भाइयो को राखियां, डिजिटल ऑनलाइन बना सहारा REWA:  भाई बहन के

REWA: ई कॉमर्स ऑनलाइन बेबसाइड के माध्यम से बहने भेज रही भाइयो को राखियां, डिजिटल ऑनलाइन बना सहारा

REWA: भाई बहन के रिश्ते का त्यौहार रक्षा बंधन 3 अगस्त को है। राखी की बाजार में रौनक है।दुकानों में राखियां सज गई है। बहने भाइयों के लिए राखी की खरीदारी करने में लगी हैं। साल भर के त्यौहार पर बहने अपने घर जा कर भाइयों को तिलक लगाकर राखी बांधती आईं हैं। लेक़िन इस बार ऐसा कुछ नही हो रहा है। न तो बहने अपने घर आ रही हैं औऱ न भाई रक्षा बंधन पर बहनों के घर जा पा रहें हैं।

मध्यप्रदेश: CM SHIVRAJ की आई दूसरी कोरोना रिपोर्ट, पढ़िए पूरी खबर

विनीता तिवारी बता रही हैं। बीते साल हम राखी बांधने अपने मायके रोड बेज बाहन से गई थी।पर इस वर्ष लॉक डाउन की वज़ह गाड़ियां बंद हैं। कोरोना फैला हुआ है इस लिए हम नही जा रहें हैं। हमनें अपनी राखी कोरियर कर दी है।।

इनका कहना है

ऋतु सौंदर्या बीते रक्षा बंधन को याद करते कहती हैं। बीते वर्ष हम घर पर पूरा परिवार के साथ रक्षा वंधन का त्योहार मनाया था। घर पूरा रिस्तेदारों से भरा था। इस वर्ष कोरोना है।औऱ शहर में लॉक डाउन आने जाने का कोई साधन नही है। इस वजह से हम घर नही जा पाए हैं। भाई को राखी ई कॉमर्स बेबसाइड अमेज़न के माध्यम भेज दी हूँ।।
स्नेहा मैथी कहती हैं रक्षा बंधन का त्योहार आने वाला है। ऐसे त्यौहार पर मैं अपने घर को बहुत याद कर रही हूं। बीते वर्ष हमनें अपने घर पर रक्षा वंधन का त्योहार मनाया था।

मध्यप्रदेश के सरकारी कर्मचरियो की वेतन कटौती को लेकर CM SHIVRAJ का बड़ा ऐलान, पढ़िए जरूरी खबर

इस वर्ष कोरोना बीमारी औऱ लॉक डाउन है जिसकी वज़ह से आवागमन के सभी साधन बंद है। साधन बंद होने की वज़ह से घर नही जा पा रही हूं। हमनें ई कॉमर्स बेबसाइड फ्लिपकार्ट के माध्यम से राखी भेज दी है। स्वेता सिंह कहती हैं।रक्षा बंधन का त्यौहार हमारे लिए बहुत महत्व रखता है। चूंकि इस वर्ष कोरोना बीमारी चल रही है। सरकार ने लॉक डाउन किया है। लॉक डाउन का पालन करते हुए हमनें पास बनने को दिया है। पास बनते ही मैं अपने कार से बाईरोड रक्षावंधन वाले दिन ही अपने घर जाऊंगी औऱ भाई की कलाई में राखी बधूंगी।

प्रगति द्विवेदी का कहना है

प्रगति द्विवेदी बता रही हैं। बीते साल मैं घर पर थी परिवार के रक्षा वंधन का त्यौहार मनाया था। साथ । इस वर्ष ससुराल में हूँ। अभी बच्चा हुआ है औऱ साथ ही लॉक डाउन चल रहा है। ऐसे में घर जाना संभव नही है। हमनें राखी ई कॉमर्स बेबसाइड फ्लिपकार्ट के ज़रिए भेजे दी है।

27 से 31 जुलाई तक रीवा में यहाँ लॉक डाउन बढ़ा, पढ़ लीजिए जरूरी खबर

ललित द्विवेदी बता रही हैं कि रक्षा बंधन पर घर जानें के लिए हमनें कार महीनों पहले तैयारी कर ली थी पर अचानक लॉक डाउन की वज़ह से घर जाने की तैयारी स्थगित कर दी । हमनें अपनी राखी अमिज़ोन के द्वारा भेजी है।

सुरभि तिवारी कहती हैं

इस साल मैं त्योहार पर अपने घर पर हूं, अपने परिजनों के साथ और अपने भाई की मैं स्वयं राखी बांध पाऊंगी। कोरोना की वज़ह से कहीं जाना संभव नही है। इस कारण बाकी रिश्तेदारों को राखी ऑनलाइन ही भेज रही हूं। लॉक डाउन के चलते बहने अपने भाइयों तक राखी ई कॉमर्स बेबसाइड के जरिये पहुचा रही हैं। ई कॉमर्स बेबसाइड बहनों के लिए सहारा बनी हुई है।
[रीवा से विपिन तिवारी की रिपोर्ट ]
Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story