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रीवा / मुख्यमंत्री पेयजल योजना अधर में, नगरीय क्षेत्रों में गहराने लगा जल संकट

News Desk
10 March 2021 3:26 PM GMT
रीवा / मुख्यमंत्री पेयजल योजना अधर में, नगरीय क्षेत्रों में गहराने लगा जल संकट
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रीवा। गर्मी का मौसम अभी शुरू हुआ है और लगभग एक सप्ताह का समय गुजरा है लेकिन जिले के कई नगरीय क्षेत्रों में जल संकट अभी से गहराने लगा है। शुद्ध पेयजल के लिये धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है। गत दिनों नगर परिषद चाकघाट में गंदे पेयजल की सप्लाई को लेकर आक्रोशित लोगों तालाबंदी करते हुए कर्मचारियों को अंदर कैद कर दिया। वहीं बाहर जमकर नारेबाजी करते रहे। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को हुई तो मौके पर पहुंचे और समझाइस देते हुए नगर परिषद का ताला खुलवाया गया।

रीवा। गर्मी का मौसम अभी शुरू हुआ है और लगभग एक सप्ताह का समय गुजरा है लेकिन जिले के कई नगरीय क्षेत्रों में जल संकट अभी से गहराने लगा है। शुद्ध पेयजल के लिये धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है। गत दिनों नगर परिषद चाकघाट में गंदे पेयजल की सप्लाई को लेकर आक्रोशित लोगों तालाबंदी करते हुए कर्मचारियों को अंदर कैद कर दिया। वहीं बाहर जमकर नारेबाजी करते रहे। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को हुई तो मौके पर पहुंचे और समझाइस देते हुए नगर परिषद का ताला खुलवाया गया।

बता दें कि नगर परिषद चाकघाट में साढ़े 6 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री पेयजल योजना का कार्य चल रहा है लेकिन ठेकेदार के ढुलमुल रवैये के कारण पांच वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बावजूद निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। नगर परिषद चाकघाट के सभी 15 वार्डो में पानी की समस्या व्याप्त है। नल की सप्लाई में गंदा पानी लोगों के घरों में पहुंच रहा है। जिससे इस कोरोना संकट में लोगों बीमारी का भय बना रहता है। इस अव्यवस्था को लेकर नगरवासियों में आक्रोश पनप रहा है।

शुद्ध पेयजल के लिए की तालाबंदी

जल संकट को लेकर नगरवासियों ने सोमवार को नगर परिषद चाकघाट में तालाबंदी करते जमकर नारेबाजी की। लोगों ने बाटल में गंदा पानी दिखाते हुए बताया कि नलों से जो पानी घर पहुंच रहा है वह पीने की बात दूर साफ-सफाई योग्य भी नहीं है। इस दौरान लगभग तीन से चार घंटे तक नगर परिषद का कार्य बाधित रहा।

मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को हुई जहां प्रभारी सीएमओ पूजा द्विवेदी ने मौके पर पहुंच लोगो को समझाइस देते हुए समस्या के निदान का आश्वासन दिया। लेकिन नगरवासी मानने को तैयार नहीं थे। काफी समझाइस के बाद शांत हुए और कहा कि यदि जल्द शुद्ध पेयजल की सप्लाई व्यवस्था नहीं की गई तो फिर तालाबंदी करने को बाध्य होंगे।

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