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रीवा के अटल पार्क का टेंडर निरस्त: 5.21 करोड़ का टेंडर लेने वाले फर्म ने हाथ खड़े किए, नगर निगम ने ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी शुरू की

1️⃣ ठेकेदार ने 21 दिनों में अनुबंध प्रक्रिया पूरी नहीं की, नगर निगम ने नोटिस दिया।
2️⃣ टेंडर निरस्त करने और फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी।
3️⃣ 5.21 करोड़ की सर्वोच्च बोली लगाने वाली कंपनी पीछे हटी।
4️⃣ नए सिरे से फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
Atal Park Tender Issue | अटल पार्क रखरखाव में बड़ा पेच
रीवा के सिरमौर चौराहे स्थित सिविल लाइन क्षेत्र में करीब दस एकड़ भूमि पर बने अटल पार्क का रखरखाव एक बार फिर संकट में फंस गया है। नगर निगम द्वारा जारी टेंडर में जिस ठेकेदार को काम मिला था, उसने अब कार्य करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। टेंडर पास होने के 21 दिनों की तय अवधि में फर्म ने अनुबंध की प्रक्रिया पूरी नहीं की, जिसके चलते नगर निगम ने नोटिस जारी कर अवसर दिया, लेकिन ठेकेदार अनुबंध के लिए आगे नहीं आया।
Rewa Nagar Nigam Stand | टेंडर निरस्त करने की तैयारी
लगातार सूचनाओं के बावजूद जब कंपनी अनुबंध के लिए तैयार नहीं हुई, तब नगर निगम ने टेंडर निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसी के साथ निगम प्रशासन फर्म—आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड—को ब्लैकलिस्ट करने की दिशा में भी काम कर रहा है। यह वही कंपनी है जिसने अटल पार्क के पांच वर्षों के रखरखाव के लिए सबसे अधिक 5.21 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
टॉप बोलीकर्ता | Top Bidders
| फर्म का नाम | राशि (करोड़ में) |
|---|---|
| आराध्य श्रीराम प्रा.लि. | 5.21 |
| स्काई लार्क | 5.18 |
| एसबी मल्टी सर्विसेस | 4.52 |
| ईएएसएस सिक्योरिटी | 3.57 |
| कृष्णकांत सोहगौरा | 2.37 |
| गैलेक्सी कंस्ट्रक्शन | 2.23 |
| समदड़िया | 2.07 |
Tender Bidding Details | बोली प्रक्रिया कैसे बढ़ी 1.16 करोड़ से 5.21 करोड़ तक
नगर निगम ने जब टेंडर जारी किया था, तब उसकी बेस वैल्यू 1.16 करोड़ रुपये रखी गई थी। पहली निविदाओं के बाद यह मूल्य बढ़कर 2.89 करोड़ रुपये तक पहुंचा। इसके बाद ओपन टेंडर शुरू हुआ तो कई फर्मों ने खुलकर बोली लगाई, और अंततः यह राशि 5.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। निगम के अनुसार, इतनी ऊंची बोली लगने से पार्क के रखरखाव के लिए राजस्व के लिहाज से यह अत्यंत लाभकारी माना जा रहा था।
Why Contractor Backed Out | ठेकेदार ने क्यों खींचा हाथ?
फर्म ने अब अचानक यह कहते हुए पीछे हटने का निर्णय लिया कि रखरखाव में घाटा हो सकता है। इसके बाद अनुबंध प्रक्रिया पूरी न होने पर नगर निगम आयुक्त ने टेंडर को असफल माना और इसे निरस्त करने के आदेश दिए। नियमों के चलते दूसरी सबसे अधिक बोली वाली फर्म को अवसर नहीं दिया जा सकता था। इसलिए अब नए टेंडर की तैयारी की जा रही है।
Rules for Atal Park Maintenance | पार्क में किसी प्रकार का निर्माण या आयोजन नहीं
अटल पार्क का निर्माण पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत किया गया है, जिसकी रखरखाव जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है। निगम ने टेंडर में स्पष्ट किया था कि पार्क में किसी भी तरह का अतिरिक्त निर्माण, वैवाहिक आयोजन या व्यावसायिक गतिविधि की अनुमति नहीं होगी। इन्हीं शर्तों के चलते कुछ कंपनियों ने भी बोली प्रक्रिया से दूरी बना ली थी।
Rewa Commissioner Statement | नगर निगम आयुक्त की प्रतिक्रिया
नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे ने बताया कि जिस फर्म को निविदा स्वीकृत हुई थी, उसे कई बार नोटिस देकर बुलाया गया, लेकिन निर्धारित अवधि में अनुबंध नहीं किया गया। अब फर्म को ब्लैकलिस्ट करते हुए नियमों के अनुसार नई निविदा प्रक्रिया अपनाई जाएगी। निगम विधिक राय ले रहा है और जल्द ही नई निविदा जारी होगी।
FAQ – अटल पार्क टेंडर विवाद से जुड़े सवाल
Q1. अटल पार्क का रखरखाव किस फर्म को मिला था?
आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे अधिक 5.21 करोड़ की बोली लगाई थी।
Q2. टेंडर निरस्त क्यों किया जा रहा है?
फर्म ने 21 दिनों की निर्धारित अवधि में अनुबंध प्रक्रिया पूरी नहीं की और काम करने से इंकार कर दिया।
Q3. क्या फर्म को ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है?
हाँ, नगर निगम ने फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है।
Q4. क्या दूसरी सबसे अधिक बोली वाली फर्म को मौका मिलेगा?
नियमों में ऐसी प्रक्रिया शामिल नहीं है, इसलिए नहीं।
Q5. अब आगे क्या होगा?
नगर निगम पुराने बेस वैल्यू के आधार पर नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा।




