रीवा

रीवा के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में OCT एंजियोग्राफी शुरू, मरीजों के हार्ट की सूक्ष्म नसों में एंजियोग्राफी कर बचाई जा सकेगी जान

रीवा के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में OCT एंजियोग्राफी शुरू, मरीजों के हार्ट की सूक्ष्म नसों में एंजियोग्राफी कर बचाई जा सकेगी जान
x

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रीवा में ओसीटी एंजियोग्राफी प्रारंभ

ओसीटी एंजियोग्राफी तकनीक का उपयोग शुरू करने वाला प्रदेश का पहला सरकारी अस्पतालों बना रीवा का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल।

OCT Angiography in Super Specialty Hospital of Rewa: रीवा के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने एक बार फिर जटिल एंजियोग्राफी कर मरीजों का विश्वास बढ़ाने का प्रयास किया है। यहां पहली बार आप्टिकल कोहेरेंस टोमाग्राफी (ओसीटी) एंजियोग्राफी की गई है। हृदयरोग विभाग के डॉक्टरों की टीम ने एक मरीज की समस्या को देखते हुए यह प्रयोग सफल किया है। ओसीटी तकनीक का उपयोग अभी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नहीं हो रहा है।

रीवा के हृदयरोग विभाग ने इस मशीन की जरूरत पहले बताई थी, जिस पर एक कंपनी की ओर से यह मशीन उपलब्ध कराई गई है। विभागाध्यक्ष डॉ. वीडी त्रिपाठी, डॉ. राकेश की ओर से यह प्रोसीजर पूरा किया गया। इसमें एक अतिसूक्ष्म आप्टिकल कैमरा होता है जो वायर के चिप में होता है। इससे हार्ट की सूक्ष्म धमनियों तक पहुंचा जा सकता है।

रीवा में हार्ट रोग विभाग इसके पहले से कई तरह की एंजियोग्राफी करता रहा है, लेकिन अब ओसीटी तकनीक का भी उपयोग कर मरीजों को बेहतर उपचार दिया जा सकेगा। इस प्रोसीजर में अस्पताल के टेक्नीशियन जय, सत्यम, शुभम, मनीष, सुधांशु, शिवम भी मौजूद रहे।

बताया गया कि ओसीटी तकनीक अब तक नेत्र रोग विभाग द्वारा बारीक नसों का परीक्षण कराने के लिए उपयोग की जाती रही है। अब हृदयरोग में भी इसकी शुरुआत हुई है। हृदय से जुड़ी समस्याओं के लिए यह सुविधा अब तक बड़े शहरों के प्रमुख अस्पतालों तक ही सीमित है।

Next Story