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Rewa Railway Station: रीवा रेलवे स्टेशन में एनआई वर्क पूरा, सभी स्थगित ट्रेनें आज से पूर्व की तरह दौड़ेंगी, यह कराए गए कार्य

Sanjay Patel
26 Aug 2023 7:12 AM GMT
Rewa Railway Station: रीवा रेलवे स्टेशन में एनआई वर्क पूरा, सभी स्थगित ट्रेनें आज से पूर्व की तरह दौड़ेंगी, यह कराए गए कार्य
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Rewa News: रीवा रेलवे स्टेशन में प्री-एनआई के बाद एनआई का काम पूरा होने के साथ ही 26 अगस्त से रीवा रेलवे स्टेशन की स्थगित चल रही सभी गाड़ियां अपने पुराने समय सारिणी के अनुसार दौड़ने लगेगी। एनआई वर्क के साथ ही रीवा दूसरा महत्वपूर्ण स्टेशन के दायरे में आ गया है।

Rewa Railway Station NI Work: मध्यप्रदेश के रीवा रेलवे स्टेशन में प्री-एनआई के बाद एनआई का काम भी सभी विभागों के साझा प्रयास से एक दिन पहले ही पूरा हो गया। यह अपने आप में एक उपलब्धि है। एनआई का काम पूरा होने के साथ ही 26 अगस्त से रीवा रेलवे स्टेशन की स्थगित चल रही सभी गाड़ियां अपने पुराने समय सारिणी के अनुसार दौड़ने लगेगी। एनआई वर्क के साथ ही रीवा दूसरा महत्वपूर्ण स्टेशन के दायरे में आ गया है। इतना ही नहीं एनआई के बाद रीवा रेलवे स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो गया है। लिहाजा नई रेलगाड़ी चलने के तमाम रोड़े भी समाप्त हो गए हैं।

एक दिन पहले पूर्ण हुए सभी कार्य

रीवा रेलवे स्टेशन के लिए अगस्त का महीना काफी अहम था। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं टेक्नीशियनों के साथ-साथ श्रमिकों की मौजूदगी में 3 अगस्त से 20 अगस्त तक प्री-एनआई का काम कराया गया। इस काम के सफल हो जाने के बाद 21 अगस्त से 25 अगस्त तक नॉन इंटरलॉकिंग का काम कराया गया। जिसमें खास बात यह रही कि एक दिन पहले ही इस काम को पूरा कर लिया गया।

5 प्लेटफार्म का हुआ रीवा रेलवे स्टेशन

रीवा से चलने वाली गाड़ियों के संचालन में जहां वाशिंग पिट एक अहम बाधा था, वहीं ट्रेन को खड़ा करने के लिए प्लेटफार्म का अभाव भी बना हुआ था। एनआई का काम मुकम्मल हो जाने की वजह से लम्बे समय से वंचित चल रहे अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण का काम युद्ध स्तर पर कराया गया और अब 5 प्लेटफार्म हो गए हैं। जिसमें 4 व 5 नंबर के प्लेटफार्म में शेड लगाने का काम कराया जाएगा। जबकि वाशिंग एप्रन बनाने में अभी वक्त लगने की बात सामने आ रही है।

तीनों वाशिंग पिट लाइन पूरी

एनआई वर्क के तहत वाशिंग पिट की लाइन के कर्व को ठीक कर दिया गया है। साथ ही लम्बे समय से बाधक बने पोल को भी दूसरी जगह शिफ्ट करते हुए लाइन को सीधा कर दिया गया है। जिसकी वजह से अब तीनों वाशिंग पिट की लाइनें आपस में जोड़ दी गई हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि वर्तमान समय पर स्टेशन के एक वाशिंग पिट से रीवा-महू, चिरमिरी, पनवेल, सीएसटीएम तथा इतवारी ट्रेन का प्री मेंटीनेंस किया जा रहा था। जल्दी ही अन्य दोनों वाशिंग पिट के पूरा होने तथा कर्मचारियों की कमी दूर हो जाने के साथ ही एक दिन में 24 ट्रेन का प्री-मेंटीनेंस करने में रीवा रेलवे स्टेशन सक्षम हो जाएगा।

रेलवे स्टेशन में हो गई 14 लाइन

3 अगस्त से 25 अगस्त के बीच किए गए प्री-एनआई तथा एनआई के काम में कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य कराए गए हैं। जिसमें स्टेशन के अंदर की सभी लाइन को बदल दिया गया है। बताया जा रहा है कि पूरा ट्रैक ही इंजीनियरिंग सहित अन्य सेक्शन द्वारा मिलकर परिवर्तित किया गया है। वहीं अब स्टेशन में किसी भी समय 14 गाड़ियों को खड़ा करने की स्थिति बन गई है। जिसमें प्लेटफार्म क्रमांक 1, 2, 3 के अलावा वाशिंग पिट की लाइन, दो स्टेबलिंग लाइन शामिल हैं।

अगले 25 वर्ष के हिसाब से कराए गए कार्य

रेलवे स्टेशन सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार प्री-एनआई तथा एनआई के काम को आगामी ढाई दशक के हिसाब से नई टेक्नालॉजी से सुसज्जित किया गया है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में रेलगाड़ियों के तादात में इजाफा होने के साथ-साथ यात्री सुविधा को भी ध्यान में रखते हुए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। जिसकी वजह से आने वाले समय में रीवा रेलवे स्टेशन किसी भी सुविधा के लिए पूर्व से ही तैयार रहेगा। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि स्टेशन में सिग्नल प्रणाली से लेकर गाड़ियों के संचालन आदि की व्यवस्था आगामी समय के अनुरूप कराई गई है।

दो कोच का होगा मेंटीनेंस

एनआई का काम पूरा हो जाने के साथ पश्चिम.मध्य रेलवे के अंतर्गत रीवा अब जबलपुर के बाद दूसरा महत्वपूर्ण स्टेशन बन गया है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि डिरेल होने वाले कोच सहित अन्य तकनीकी समस्या आने पर कोच को मेंटीनेंस करने के लिए जबलपुर ले जाया जाता था। अब यह सुविधा रीवा में भी हो गई है। बताया जा रहा है कि कोच मेंटीनेंस डिपो बन जाने की वजह से यहां एक साथ दो कोच का मेंटीनेंस किया जा सकेगा। जिसके लिए यहां लिफ्ट की सुविधा भी दी गई है जिससे कोच को दो हिस्सों में विभक्त करते हुए चेचिस व बाडी को अलग कर बीमार कोच को उपचार मुहैया कराया जा सकेगा। इतना ही नहीं एसी कोच का भी मेंटीनेंस होने की सुविधा शुरू हो जाने के बाद नई गाड़ियों के संचालन की तमाम तकनीकी बाधाएं भी अब दूर हो गई हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में रीवा से गाड़ियों की संख्या में इजाफा होने की संभावना भी बढ़ गई है।

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