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NAGAR NIGAM के लाखो रूपए दबाकर गायब हुआ MARRIAGE GARDEN संचालक, हड़कंप : REWA NEWS
रीवा। नगर निगम का बकाया देने में लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। वार्ड 4 में संचालित एसबीएस मेरिज गार्डन के संचालक अंजनी प्रसाद मिश्रा निगम का लाखों का बकाया दबा गायब हो गए है। अब निगम अफसर इनकी खोज में जुटे हुए है लेकिन वह मिल नहीं रहे। अफसरों की माने तो इन पर संपिाकर के लाखों रुपए बकाया है, जो कि इनके द्वारा कई वर्षो से नहीं जमा किया गया था। जब अफसर बकाया लेने पहुंचे तो इनके द्वारा 50 हजार रुपए बतौर चेक दिया गया था लेकिन वह चेक खाता में रुपए न होने के कारण बाउंस हो गया। अब निगम अफसर संचालक की खोज कर रहे है लेकिन वह मिल नहीं रहे है। राजस्व निरीक्षक रावेन्द्र सिंह ने बताया कि दूरभाष पर उनसे संपर्क होता है तो वह शहर से बाहर होने की बात करते है काी मिलने की बात कर मिलते भी नहीं है।
यह घटना क्रम पिछले तीन-चार माह से चल रहा है। वहीं निगम द्वारा बारात घरों में कार्यवाही के बाद अब संचालको में हड़कंप मचा हुआ है। जहां एक तरफ हाईकोर्ट की सती के बाद निगम प्रशासन ने बारात घर संचालको को एक माह में नियमानुसार कार्यवाही पूरी करने आदेशित किया है वहीं इनको लाइसेंस देने के लिए आवेदन भी लिए जा रहे है। बिना लाइसेंस संचालित होने वाले बारात घरों को निगम सीज करेगा या तो इन्हें तोडऩे की कार्यवाही की जाएगी। मंगलवार का जोन एक अमले द्वारा गुरुकुल स्कूल के समीप रजनीश बनर्जी द्वारा अवैध निर्माण कराए जा रहे लियन पैलेस में पहुंचे। जहां अफसरों द्वारा गार्डन के निर्माण संबंधी जानकारी ली गई। नोटिस भी निगम अफसरों द्वारा जारी किया गया है। इसके अलावा सभी जोन में बारात घरों में सर्वे कराया जा रहा है। 20 अवैध निर्माण पर नोटिस वहीं जोन 1 अंर्तगत होने वाले अवैध निर्माणों को चिंहित कर करीब 20 लोगो को नोटिस जारी किया गया है। जोनल अधिकारी एसके चतुर्वेदी ने बताया कि मंगलवार को भी चोरहटा में नरेन्द्र सिंह व ज्ञानेन्द्र सिंह की बिल्डिंग में अवैध निर्माण की जांच की गई। बिल्डिंग मालिक द्वारा निगम का संपिाकर बकाया वर्ष 2015 से नहीं दिया जा रहा है। वहीं मनीष गुप्ता द्वारा स्वीकृति मानचित्र के विपरीत चोरहटा आईटीआई के पीछे निर्माण कराया जा रहा था इसकी जांच कर नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा वसंल फोर्ड एजेंसी की जांच भी निगम अफसरों द्वारा की गई। जिसमें स्वीकृत मानचित्र से ज्यादा निर्माण पाया गया है। बताया गया कि आयुक्त सभाजीत यादव के निर्देश पर स्वीकृति मानचित्र के विपरीत व अवैध रूप से किए गए निर्माणों को चिंहित कर उन पर कार्यवाही की जा रही है।
लापरवाही पर एसडीओ को हटाया वहीं जोन एक में पदस्थ सहायक यंत्री पीएन शुला को निगमायुक्त द्वारा लापरवाही के चलते जोन 1 से हटाकर जोन क्रमांक 4 में पदस्थ कर दिया गया है। बताया गया कि निगमायुक्त के निर्देश के बाद भी उनके द्वारा अवैध निर्माणों को चिंहित करने की कार्यवाही नहीं की जा रही थी। वहीं पूर्व से ही जोन 4 के जोनल अधिकारी कार्यपालन यंत्री एपी शुला है। जोन 4 में सहायक यंत्री राजेश मिश्रा को पदस्थ किया गया है। जोन 3 में सहायक यंत्री दिलीप त्रिपाठी को भेजा गया है।